ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना से पूर्वांचल को मिलेगी नई राह: 3126 करोड़ की इस परियोजना में 3 ओवरब्रिज, 31 अंडरपास और 6 बस स्टॉप होंगे शामिल
ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना से पूर्वांचल को मिलेगी नई राह

वाराणसी: नेपाल, गोरखपुर, मऊ, बलिया और आजमगढ़ को चंदौली और बिहार के जिलों से सुगम कनेक्टिविटी देने के लिए गाजीपुर-जमानियां-सैयदराजा ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। यह परियोजना क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगी और आवागमन की सुविधा को बेहतर बनाने के साथ आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगी।

परियोजना को मिली स्वीकृति

प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल के नेटवर्किंग प्लानिंग ग्रुप ने 42 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को स्वीकृति दी है। इस सड़क के निर्माण पर 3126 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 2006 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर और 1120 करोड़ रुपये मुआवजा वितरण पर खर्च किए जाएंगे।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस सड़क का रूट सर्वे दिल्ली की एक कंपनी कास्टा से करवाया था। सर्वे के बाद रूट को अंतिम रूप दे दिया गया है। अब प्राधिकरण स्थानीय स्तर पर इस परियोजना के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेगा। इस स्वीकृति पर पीएम गतिशक्ति पोर्टल के माध्यम से 16 मंत्रालयों के समन्वय के बाद सहमति बनी है।

परियोजना की प्रमुख विशेषताएं

यह ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। इसके अंतर्गत निम्नलिखित निर्माण कार्य होने है:

3 रेल ओवरब्रिज: सड़क निर्माण के दौरान रेल मार्गों को पार करने के लिए ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा, जो यातायात को सुगम बनाएगा।

31 छोटे और बड़े अंडरपास: विभिन्न स्थानों पर सड़क के नीचे अंडरपास बनाए जाएंगे ताकि स्थानीय यातायात और पैदल यात्रियों को सुविधा हो।

1 रोटरी फ्लाईओवर इंटरचेंज: यह फ्लाईओवर विभिन्न दिशाओं के यातायात को बिना रुकावट के प्रबंधित करेगा।

20 छोटे और मध्यम पुल: नदी-नालों को पार करने के लिए पुलों का निर्माण किया जाएगा।

6 बस स्टॉप: यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टॉप बनाए जाएंगे।


यह परियोजना 2025 में अपने टेंडर प्रक्रिया के चरण में पहुंचेगी, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।

यातायात बढ़ने का अनुमान

गाजीपुर-सैयदराजा सड़क पर यातायात के आंकड़ों के अनुसार, वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि होगी


वित्त वर्ष       वाहन (प्रति दिन)

2018-19        12,180               
2024-25        20,855            
2029-30        31,091 (अनुमानित) 
2035-36        47,373 (अनुमानित) 
2041-42        67,700 (अनुमानित) 

एनएचएआई परियोजना निदेशक प्रवीण कुमार कटियार ने कहा कि यह सड़क पुरानी सड़क से अलग होगी क्योंकि पुरानी सड़क को चौड़ा करना मुमकिन नहीं है। डीपीआर तैयार होने के बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू होगा ताकि क्षेत्र के लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

चंदौली के चकिया में बनेगा आधुनिक पार्क

इस परियोजना के साथ-साथ चंदौली के चकिया नगर में 1 करोड़ रुपये की लागत से एक आदर्श पार्क का निर्माण किया जाएगा। यह पंडित दीनदयाल आदर्श नगर योजना के तहत स्वीकृत हुआ है। नगर पंचायत चकिया के चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि पार्क के निर्माण के लिए शासन से स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।

यह पार्क 39,000 वर्ग फीट क्षेत्र में बनाया जाएगा और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। इसमें बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए अलग-अलग सुविधाओं का प्रावधान होगा। पार्क में दी जाने वाली फैसिलिटीज निम्न होंगी:

योगशाला: स्थानीय लोगों के लिए योग अभ्यास की व्यवस्था।

ओपन जिम: फिटनेस के प्रति जागरूक लोगों के लिए ओपन जिम।

बैडमिंटन कोर्ट: खेल प्रेमियों के लिए खेल का प्रबंध।

पाथवे: टहलने और सुबह-शाम की सैर के लिए रास्ते।

पर्यावरण के अनुकूल पौधारोपण: छोटे और बड़े पौधों का रोपण पर्यावरण को हरा-भरा बनाएगा।

सामुदायिक शौचालय और गार्ड रूम: बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए।

प्रकाश व्यवस्था: पार्क में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था होगी।

चेयरमैन श्रीवास्तव ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य के सहयोग से नगर पंचायत ने यह परियोजना स्वीकृत कराई है। इसका उद्देश्य चकिया के निवासियों को बड़े शहरों जैसे दिल्ली और मुंबई के आधुनिक पार्कों जैसी सुविधाएं प्रदान करना है।

चकिया नगर पंचायत प्रशासन ने इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए कार्य को जल्द से जल्द शुरू करने का संकल्प लिया है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य आरंभ होगा।

यह परियोजना न केवल चकिया नगर की सुंदरता में इजाफा करेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाएगी।

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