उत्तर प्रदेश में PCS-2024 प्रारंभिक परीक्षा के सफल आयोजन के पश्चात अब UPPSC यानि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के द्वार नया भर्ती कैलेंडर जारी करने पर मंथन किया जा रहा है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पिछले साल की तरह इस वर्ष भी जनवरी माह में ही नया भर्ती कैलेंडर जारी हो सकता है। हालांकि आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा का प्रारूप फिलहाल तय नहीं हो पाने के कारण भर्ती कैलेंडर में कुछ विलंब का कारण भी बन सकता है। हालांकि आयोग के द्वारा कैलेंडर में संभावित तिथि जारी करके इसका समाधान निकाल जा सकता है।
आखिर क्या है आयोग की सबसे बड़ी चुनौती:
आपको बता दें कि आयोग के द्वारा जारी किए जाने वाले नए कैलेंडर में सबसे बड़ी चुनौती तो पीसीएस की भर्ती प्रक्रिया को फिलहाल पटरी पर बनाए रखना भी है। दरअसल साल 2024 की पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा दिसंबर माह में हुई है, जबकि पूर्व में यह परीक्षा 17 मार्च को प्रस्तावित थी। ऐसे में अब आयोग के पास यह चुनौती है कि वह इस भर्ती प्रक्रिया को अगले साल में पूरा करने तथा नई भर्ती की निरंतरता को बनाए रखने के लिए भी पीसीएस-2025 की भर्ती परीक्षा को कैलेंडर में शामिल करना भी चुनौतीपूर्ण रहेगा।
यह भर्तियां हो सकती हैं कैलेंडर में शामिल:
दरअसल इसमें चिकित्साधिकारी विशेषज्ञ चिकित्सक भर्ती परीक्षा के साथ ही पीसीएस-जे भर्ती समेत शिक्षा क्षेत्र की भी विभिन्न भर्तियां जिनमें जीआइसी की सहायक अध्यापक (LT) तथा बीईओ की संभावित भर्तियां भी शामिल हो सकती हैं।वहीं आरओ/एआरओ की साल 2023 वाली परीक्षा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की तिथियों की घोषणा भी की जानी है। दरअसल परीक्षा का प्रारूप तथा तिथि अब तक तय नहीं हो पाने के कारण ही प्रारंभिक परीक्षा 2025 में होनी संभावित है। इसके पश्चात मुख्य परीक्षा भी संभवतः 2025 के मध्य अथवा अंतिम दौर में संपन्न हो सकेगी।
लंबित भर्तियों के लिए आयोग पर उठाए जा रहे हैं सवाल:
आपको बता दें कि यूपीपीएससी (UPPSC) के लिए वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती तो लंबित भर्तियों को पूरा करना ही है। दरअसल पिछली भर्तियों की लगातार देरी तथा समय पर परीक्षाएं नहीं होने की वजह से भी आयोग पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। वहीं प्रतियोगियों को भी यह उम्मीद है कि वर्षों से लंबित पड़ी भर्तियां को भी इस बार के कैलेंडर में जगह मिल सकती है।
सिपाही भर्ती में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की होगी 26 से नाप-तौल:
बता दें कि सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी अभ्यर्थियों की नाप-तौल यानि शारीरिक मानक परीक्षण भी इसी 26 दिसंबर से शुरू होगी। वहीं पुलिस लाइन में चयनित सभी अभ्यर्थियों के अभिलेखों की जांच तथा शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी। इसके संबंध में भी बीते मंगलवार को पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा के द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई। इसके साथ ही परीक्षा से संबंधित सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भीं दिए गए हैं।
दूसरे चरण की परीक्षा हेतु शुरू हुई तैयारी:
दरअसल लिखित परीक्षा में भारी संख्या में अभ्यर्थी पास हुए हैं। उनकी दूसरे चरण की परीक्षा में 26 दिसंबर यानी गुरुवार से ही शुरू हो जाएगी। इसको लेकर ही पुलिस लाइन में तैयारी शुरू कर दी गई हैं। बता दें कि दूसरे चरण की परीक्षा में पुलिस अधिकारियों के अतिरिक्त चिकित्सा विभाग के भी कई अधिकारी शामिल होंगे।
वहीं चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक अभिलेखों की अच्छे ढंग से जांच की जाएगी तथा शारीरिक मानक परीक्षण भी किया जाएगा। बता दें कि पुलिस कमिश्नर के द्वारा अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर तथा डीसीपी सिटी अभिषेक भारती समेत डीसीपी प्रोटोकाल सहित कई अन्य अधिकारियों के साथ भी तैयारियों को लेकर ब्रीफिंग की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं।