मेरठ: उत्तर प्रदेश में ठंड ने अब अपना जोर दिखाना शुरू कर दिया है। घने कोहरे और शीतलहर के कारण गलन में बढ़ोतरी हो रही है। मेरठ, गाजियाबाद समेत प्रदेश के करीब 50 जिलों में सुबह से कोहरे की घनी चादर छाई हुई है। विजिबिलिटी केवल 100 मीटर तक सिमट गई है जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है। गाजियाबाद में देर रात करीब दो घंटे बारिश हुई जिससे ठंड और बढ़ गई।
मेरठ बना सबसे ठंडा जिला
रविवार को मेरठ प्रदेश का सबसे ठंडा जिला साबित हुआ। यहां न्यूनतम तापमान 5.4°C दर्ज किया गया जो पिछले चार साल का सबसे कम तापमान है। 2020 में यहां का न्यूनतम तापमान 6.1°C रिकॉर्ड किया गया था। इस सर्द मौसम में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं।
लखनऊ में सर्द हवाओं की वजह से महसूस होगी गलन
राजधानी लखनऊ में हल्के कोहरे और सर्द हवाओं के चलते गलन महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आज लखनऊ का अधिकतम तापमान 25°C और न्यूनतम तापमान 11°C के आसपास रहेगा। बारिश के कारण दिन के तापमान में गिरावट आएगी लेकिन रात का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है।मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल सिंह ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके बाद तापमान में और गिरावट आएगी। मंगलवार से न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की कमी आ सकती है जिससे ठंड और बढ़ने की उम्मीद है।
दिसंबर के आखिरी दिनों में ठंड का जोर
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार इस साल मौसम में असामान्य बदलाव देखने को मिले हैं। मई से ही चक्रवातों के प्रभाव से मौसम असंतुलित रहा जिससे बारिश भी कम हुई। इस वजह से नवंबर और दिसंबर की शुरुआत में ज्यादा ठंड का एहसास नहीं हुआ। लेकिन 12 दिसंबर से उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू होने की संभावना है। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में तीन दिनों तक कोल्ड-डे रहने के आसार हैं।
38 जिलों में जारी हुआ बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 38 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, संभल, अमरोहा, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर और सोनभद्र शामिल हैं।
कोहरा और ठंड से बढ़ी दिक्कतें
कोहरे और बारिश के चलते सड़क यातायात पर भी असर पड़ा है। कई इलाकों में सुबह के वक्त वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। साथ ही रेल यातायात में देरी और फ्लाइट्स के शेड्यूल प्रभावित होने की खबरें भी आई हैं।
ठंड से बचाव के लिए जरूरी उपाय
शीतलहर और ठंड से बचने के लिए प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था की है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग गर्म कपड़े पहनें, ठंडे पेय पदार्थों से बचें और अपने घरों में हीटिंग सिस्टम का उपयोग करें। कमजोर और बीमार लोगों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।उत्तर प्रदेश में ठंड का यह सिलसिला आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है जिससे लोगों को ठिठुरन भरे दिन और रातों का सामना करेंगे।