धर्म और संस्कृति: आपको बता दें कि 2 सप्ताह पहले गौतम बुद्ध नगर के दादरी शहर में पकड़े गये करीबन 300 टन गौ मांस को लेकर देशभर में रौस फैलता जा रहा है। वहीं गौ रक्षा हिन्दू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर के द्वारा यह बताया गया है कि दादरी में पकड़े गये गौ मांस के तार सीधे ग़ाज़ियाबाद समेत मेरठ, अलीगढ़ तथा हापुड़ इत्यादि की कई मीट फ़ैक्टरियों से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इसको लेकर हमारे द्वारा भारत के पूजनीय शंकराचार्यो एवं आचार्यों तथा समस्त संत समाज से भी हज़ारों की संख्या में कटी इन गायों को न्याय दिलाने के लिए आग्रह किया गया हैं कि सभी साधु संत हमारा साथ दें और दादरी में पकड़े गये गौ मांस के लिये काटी गई 10 से 12 हज़ार गायों को न्याय दिलाए।
दरअसल वेद नागर का यह भी कहना हैं कि कंप्यूटर बाबा समेत हजारों साधु संतों ने हमारे द्वारा किए गए आग्रह को स्वीकार किया और ग़ाज़ियाबाद के रामलीला मैदान में पहुँचे भी जिसके पश्चात रामलीला मैदान से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला गया और जिला अधिकारी महोदय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ ही सभी आरोपियों पर कठोर कार्यवाही की मांग भी की गई।
दरअसल गौ रक्षा दल के अध्यक्ष वेद नागर द्वारा यह बताया गया है कि उनके द्वारा सौंप गए ज्ञापन में कुल 3 मांगों को रख गया है जोकि इस प्रकार हैं।
1) सबसे पहली तथा मुख्य मांग है कि गाय को राजमाता का दर्जा दिया जाए।
2) वहीं दूसरी मांग है कि ग़ाज़ियाबाद की मीट फ़ैक्टरियों पर तत्काल रूप से ताला लगा कर उन पर बुलडोज़र चलाया जाए।
3) जबकि तीसरी और अंतिम मांग है कि दादरी के जिस कोल्ड स्टोरेज में यह गौमांस पकड़ा गया था उसके मालिक सहित सभी कसाईयो पर अलग से मुकदमा दर्ज किया जाए तथा दादरी थाना से हटाकर उनकी जांच एसटीएफ़ (STF) से करवाई जाए।
आपको बता दें कि उन्होंने आगे कहा कि एनएसए (NSA) के तहत सभी पर तत्काल रूप से कार्रवाई करके पुरे कोल्ड स्टोरेज को भी बुल्डोजर से नष्ट किया जाये। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आने वाली 16 दिसम्बर की तारीख के बाद हिन्दू महापंचायत तथा हिन्दू संसद के आयोजन का ऐलान कर आन्दोलन भी किया जायेगा जिसमें सभी प्रकार की ज़िम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की ही होगी।
दरअसल गाजियाबाद-बुलंदशहर हाईवे पर ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र में एक लुहारली टोल प्लाजा स्थित है जहां बीते 9 नवंबर को रात करीब 8 बजे दादरी पुलिस तथा गौरक्षा हिन्दू दल कार्यकर्ताओं के द्वारा एक कंटेनर को रुकवाया गया।
जिसकी जांच के बाद उसमें से 32 टन मांस बरामद हुआ वहीं पता चला कि यह मांस दादरी क्षेत्र में बिसाहड़ा गांव से जाने वाली रोड पर बने एक SPJ कोल्ड स्टोरेज के लिए जा रहा था। इसके बाद वहां पर भी पुलिस के द्वारा छापा मारने की कार्रवाई की गई फिर कोल्ड स्टोर में कुल 153 टन पैकिंग मीट भी बरामद हुआ।
तत्पश्चात 16 नवंबर को मथुरा की लैब से इस मांस के सैंपलों की जांच रिपोर्ट सामने आई जिसमें पता चला कि यह सारा गोमांस है। पुलिस के द्वारा 185 टन मांस को तत्काल रूप से नष्ट करा दिया गया। वहीं इस केस में ट्रक ड्राइवर शिवशंकर तथा हेल्पर सचिन समेत कोल्ड स्टोर के मालिक पूरन जोशी, निदेशक खुर्शिदुन नबी तथा मैनेजर अक्षय सक्सेना को भी जेल भेज दिया गया। इसके बाद भी 2 और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
आपको बता दें कि जांच के दौरान नोएडा पुलिस को अभी तक इस कोल्ड स्टोर से पैकेजिंग मीट के 4 तरह के पैकेट मिले हैं। वहीं इन पैकेट्स पर AL माजिद, AL तमीम, सारा तथा हूर परी नाम लिखा हुआ है। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि इन्हीं 4 ब्रांड्स के नाम से बोनलेस मीट की सप्लाई की जाती थी।
वहीं कुल 2 तरह के पैकेट भी बनाए जाते थे जिसमें एक 6 किलो का तथा दूसरा 2 किलो का होता था। इन सभी पैकेट्स पर लिखा होता है कि यह 'फ्रोजन बोनलेस बफेलो मीट' है। जबकि इनको खोलने पर पता चला हैं कि इसमें गोमांस है जिसकी पुष्टि लैब से भी हो चुकी हैं।
दरअसल जानकारों के अनुसार एक स्वस्थ गाय में लगभग 3 कुंतल तक मांस निकलता है। वहीं अगर हड्डियों को अलग कर दिया जाए तो यह मांस 1 से सवा कुंतल तक ही बचता है। इसलिए नष्ट कराया गया यह कुल 185 टन मांस लगभग 8 से 10 हजार गायों के होने का अनुमान लगाया जा रहा है
वहीं पुलिस को अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मांस की सप्लाई इस कोल्ड स्टोरेज से मांस अफ्रीका महाद्वीप तथा खाड़ी के देशों तक भी होने की बात सामने आई है। हालांकि लिखित रूप में फिलहाल ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला है। यह बात सिर्फ आरोपियों से ही मौखिक पूछताछ के आधार पर पुलिस को पता चली है।
वहीं पुलिस ने बताया कि यह मांस दिल्ली के खालिद की एक्सपोर्ट कंपनी से यहां आया था। वहीं इस केस का मुख्य आरोपी तथा कोल्ड स्टोरेज का मालिक पूरन जोशी है। पूरन के द्वारा पुलिस को यह बताया गया है कि यह सारा गोमांस दिल्ली निवासी मोहम्मद खालिद का है। साथ ही खालिद की यूनिवर्सल फूड एक्सपोर्ट की कंपनी भी है।
कंटेनर तथा कोल्ड स्टोर में जो भी गोमांस मिला है, वो खालिद की पश्चिम बंगाल तथा दिल्ली में स्थित कंपनी से ही मंगवाया गया था। उसने बताया कि कंटेनर में गाय के मांस को गत्ते के डिब्बों में पैक किया जाता है तथा उनके ऊपर भैंस के मांस का एक लेबल लगाते हैं ताकि रास्ते में चेकिंग के दौरान कोई भी दिक्कत न हो।
फिलहाल पुलिस के द्वारा अपनी रिपोर्ट में खालिद को भी मामले का आरोपी बनाया है तथा उसकी गिरफ्तारी के भी प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। साथ ही खालिद को दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से पुलिस कस्टडी में भी लिए जाने की चर्चा है, फिलहाल पुलिस के द्वारा इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इसके साथ ही वेद नागर के द्वारा यह बताया गया है कि जिस प्रकार से दादरी प्रकरण में पुलिस के द्वारा कार्यवाही की गई है हम उससे बिल्कुल भी संतुष्ट नही है। लेकिन पुलिस कमिश्नर महोदया के द्वारा जिस तरह से मामले पर कारवाई की गई है उससे सभी को एक उम्मीद जगी है। आपको बताते चले कि बीते दिनों दादरी थाना प्रभारी पर गाज अर्थात् इस मामले में सस्पेंड वही एसीपी को लाइन हाजिर किया गया हैं।
वहीं वेद नागर का यह कहना है कि संत समाज की उसी दिन से यह माँग है कि पूरन जोशी सहित सभी कसाईयो पर कोल्ड स्टोरेज में पकड़े गये गौमांस का मुकदमा अलग से दर्ज किया जाए लेकिन इसकी कोई सुनवायी नही हो रही है। हालांकि अब साधूँ संतों के मिले समर्थन से यह उम्मीद अवश्य जगी है कि काटी गयी कई हज़ारों गायों को अब न्याय मिल सकेगा।