उत्तर प्रदेश में लगातार हो रहे विकास की कड़ी में ही करीब 1.39 लाख करोड़ रुपये से अब राज्य में सड़कों का एक नया जाल बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके अंतर्गत कुल 5 मंडलों यथा अलीगढ़, झांसी, देवीपाटन, मीरजापुर तथा सहारनपुर में भी आउटर रिंग रोड बनाई जाएगी।
आपको बता दें कि इसके साथ ही तकरीबन 10 जिलों जैसे औरैया, मैनपुरी, बहराइच, बुलंदशहर, बागपत, भदोही, कौशांबी, चंदौली, संभल तथा श्रावस्ती में भी बाईपास बनाने का प्रस्ताव दिया गया है।
मंत्री नितिन गडकरी ने इनकी DPR तैयार करने के दिए निर्देश:
दरअसल बीते शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक कर नई सड़क परियोजनाओं की विशेष समीक्षा के समय इस पर सहमति जताते हुए इन सभी की डीपीआर (DPR) तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि गोरखपुर-शामली मार्ग तथा कानपुर-गाजियाबाद मार्ग की भी डीपीआर (DPR) शीघ्र बना कर सौंपी जाए, ताकि तत्काल रूप से उस पर काम शुरू किया जा सके। वहीं केंद्रीय मंत्री के द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को भी कम करने के लिए आवश्यक सुझाव दिए गए हैं।
प्रक्रिया समय से पूरी करने का भी दिया निर्देश:
बता दें कि मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग में आयोजित एक बैठक में केंद्रीय मंत्री के द्वारा बरेली में एनएच (NH) 530 B के सुधारीकरण तथा प्रतापगढ़ जिले में एक बाईपास समेत प्रयागराज-दोहरीघाट मार्ग को 2 लेन से 4 लेन करने, बाराबंकी-जरवल-बहराइच मार्ग (NH 927) के निर्माण तथा कबरई-कानपुर कॉरिडोर के निर्माण के संबंध में भी डीपीआर (DPR) जल्द तैयार करके पूरी प्रक्रिया को समय से पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
क्या बताया उच्च अधिकारियों ने:
दरअसल अधिकारियों के द्वारा यह बताया गया है कि शामली-गोरखपुर कॉरिडोर एवं अलीगढ़-मुरादाबाद-बिजनौर कॉरिडोर की (DPR) डीपीआर बिड तो प्राप्त कर ली गयी है। हालांकि अयोध्या (उतरौला)-प्रयागराज के मध्य बेहतरीन कनेक्टिविटी के लिए भी बिड आमंत्रित की गयी है।
वहीं प्रयागराज-वाराणसी-आरा-पटना कॉरिडोर हेतु भी बिड आमंत्रित की गई है। जबकि गाजीपुर-जमनिया-सैयदराजा कॉरिडोर समेत गोरखपुर-किशनगढ़-सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए भी डीपीआर (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि तेजी से हो भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही:
वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वार यह कहा गया है कि प्रदेश में नये राजमार्गों के निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही भी तेजी से पूरी की जाए, ताकि इनका निर्माण कार्य समय रहते ही पूरा किया जा सके।
इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्याें से संबंधित सभी एनओसी (NOC) भी समय से ही प्रदान की जाए। इसके साथ साथ सड़क दुर्घटनाओं को पहले से बेहद कम करने के लिए भी आवश्यक प्रयास किए जाएं।
सीएम योगी ने बताया कहा है मरम्मत की जरूरत:
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा बांदा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग समेत गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के भी मरम्मत की आवश्यकता बताई गई है। इस पर केंद्रीय मंत्री द्वारा एनचएआइ (NHAI) के अधिकारियों को इनके सुधार हेतु निर्देश दे दिए गए हैं।
साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा यह कहा गया है कि सिद्धार्थनगर के नौगढ़ से लेकर शोहरतगढ़ होते हुए तुलसीपुर (जनपद बलरामपुर) तक के मार्ग के भी सुधार की बेहद आवश्यकता है। इस पर भी नितिन गडकरी के द्वारा सहमति जताते हुए शीर्ष अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं।