नोएडा के सेक्टर-94 में स्थित पोस्टमार्टम हाउस में रखे हुए शव बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। दरअसल उनके साथ छेड़छाड़ करके वहां के साक्ष्य को भी मिटाया जा सकता है। हालांकि इससे संबंधित किसी व्यक्ति की मौत की गुत्थी भी उलझ सकती है।
आपको बता दें कि पोस्टमार्टम हाउस के अंदर स्ट्रेचर पर रखे शव के सामने ही सफाईकर्मी तथा महिला की आपत्तिजनक स्थिति वाला एक वीडियो सामने आने के बाद इसकी पुष्टि भी हो रही है।
आखिर क्या है 6.17 मिनट के वायरल वीडियो में:
दरअसल अब इस वीडियो से यह साफ हो रहा है कि पोस्टमार्टम हाउस में कई प्रकार के अनाधिकृत लोग भी जा रहे हैं। इससे वहां पर रखे हुए शव बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं।
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर एक 6.17 मिनट का वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। उस वीडियो के
अनुसार, एक व्यक्ति वीडियो बनाने के साथ चाय की दुकान से पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर वाले एक कक्ष में पहुंचता है।
वहां पर एक सफाईकर्मी पहले से महिला के साथ मौजूद है। जिसमे वह महिला से कुछ जमीन पर बिछाने की बात कह रहा है। फिर यह वीडियो बनाने वाला व्यक्ति किसी दूसरे कमरे से एक चादर लाकर सफाईकर्मी को देकर दोबारा बाहर आता है।
वहीं कुछ देर के बाद जब वह दोबारा डीप फ्रीजर वाले उसी कक्ष में जाता तो वीडियो में देखा जा सकता है कि सफाईकर्मी महिला के साथ वहीं जमीन पर आपत्तिजनक स्थिति में पड़ा हुआ है।
जिसमे वह महिला के साथ जोर जबरदस्ती करता हुआ भी दिखाई दे रहा है। साथ ही वहां पर स्ट्रेचर पर एक शव भी रखा हुआ है। आपको बता दें कि उस महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मौजूद वह सफाईकर्मी पहले दनकौर स्वास्थ्य केंद्र में भी तैनात था
पोस्टमार्टम हाउस में पहले पेशाब करने का भी लग चुका है आरोप:
वहीं इस वर्ष जून माह में उसी सफाईकर्मी की पोस्टमार्टम हाउस में ड्यूटी लगाई गई थी। हालांकि इन दिनों वह अवकाश लेकर अपने घर गया हुआ है। आपको बता दें कि उस पर पूर्व में भी ड्यूटी के बाद पोस्टमार्टम हाउस में शराब पीकर वहां पेशाब करने का भी आरोप लगा चुका है।
शवों से साक्ष्य मिटाने का बना खतरा:
दरअसल इस वायरल वीडियो ने पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचने वाले सभी शवों के साथ छेड़खानी करके वहां के साक्ष्यों को मिटाने की भी संभावना को अधिक बल दिया है। बता दें कि वीडियो में दिख रही वह महिला बाहरी है, क्योंकि पोस्टमार्टम हाउस में वर्तमान में कोई भी महिला कर्मचारी काम नहीं करती है।
प्रतिदिन 5 से 7 शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचते हैं वहां:
आपको बता दें कि पोस्टमार्टम हाउस में प्रतिदिन 5 से 7 शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचते है। इनमें से महिला, किशोरी तथा बच्चियों के साथ सभी आयु वर्ग के पुरुष एवं महिला के शव भी शामिल होते हैं।
इसके अतिरिक्त उनमें हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म के बाद हत्या तथा आत्महत्या आदि करने वालों के शव भी वहां होते हैं। अभी फिलहाल पोस्टमार्टम हाउस में 2 शिफ्ट में 2 गार्ड तैनात किए जाते हैं।
डिप्टी सीएमओ तथा नोडल अधिकारी पोस्टमार्टम हाउस, गौतमबुद्धनगर डॉ. जैसलाल ने बताया है कि मेरे पास अभी वीडियो अथवा इससे संबंधित कोई भी शिकायत नहीं पहुंची है। हालांकि उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच कराकर तत्काल रूप से कार्रवाई की जाएगी।