वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में अचानक भीषण आग लग गई है। जिसके चलते पार्किंग में खड़े करीब 200 से अधिक वाहन जल गए। बता दें कि करीब 90 मिनट तक इन बाईकों की टंकिया लगातार फटती रहीं। वहीं धमाके की आवाज से पूरे रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। सभी यात्री इधर से उधर भागने लगे जिससे स्टेशन पर अफरा तफरी मच गई।
दमकल गाड़ियों समेत कई आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे:
हालांकि सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की कुल 6 गाड़ियां मौके पर वहां पहुंचीं। लेकिन डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के पश्चात तड़के सुबह 3 बजे आग पर काबू पाया गया है। वहीं अधिकारियों के द्वारा शॉर्ट सर्किट से यह हादसा होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आग लगने की सूचना मिलते ही आरपीएफ (RPF) तथा जीआरपी (GRP) समेत रेलवे के भी कई आला अधिकारी रात को ही मौके पर पहुंचे। आग बुझने के पश्चात लोगों के द्वारा राहत की सांस ली गई। बता दें कि घटना की जांच हेतु टीम का गठन किया गया है। हालांकि यह भी आशंका है कि किसी वाहन में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से ही यह हादसा हुआ है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा घटनाक्रम:
दरअसल वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर दोपहिया वाहन पार्किंग में बीते शुक्रवार को तकरीबन 200 से भी अधिक बाइक्स खड़ी हुई थी। वहीं रात को करीब 9 बजे किसी 1 बाइक में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई।
जब बाइक जलने लगी तो पार्किंग संचालक तथा आसपास के लोगों के द्वारा तुरंत उस पर पानी डालकर आग बुझा दी गई। लेकिन जिस बाइक में आग लगी हुई थी उसका सीट कवर रात को करीब 1.30 बजे एक बार फिर सुलग उठा। उस वक्त पार्किंग संचालक सो रहा था। आग के द्वारा धीरे धीरे अपना विकराल रूप ले लिया गया।
जिस वजह से तेज आवाज के साथ वहां खड़ी बाइकों की टंकियां फटने लगीं, जिसके चलते हड़कंप मच गया। पार्किंग संचालक के द्वारा तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम सहित जीआरपी (GRP) तथा आरपीएफ (RPF) को फोन किया गया तथा वह भी आग बुझाने में जुट गया।
आसमान की तरफ उठती लपटें देख कर सभी यात्री दौड़कर वहां पहुंचे। लेकिन आग इतनी विकराल रूप से लगी थी कि कोई भी आग बुझने के लिए आगे जाने की हिम्मत नहीं कर सका। देखते ही देखते वहां खड़े करीब 200 दोपहिया वाहन भी जलने लगे तथा तेज धमाके के साथ आग तथा धुएं का गुबार पूरे स्टेशन पर छा गया।
हालांकि सूचना मिलने पर रात को करीब 2 बजे दमकल की कुल 6 गाड़ियां मौके पर वहां पहुंचीं तथा आग बुझाने में जुट गईं। वहीं 1 घंटे से अधिक की कड़ी मशक्कत के पश्चात आग पर काबू पा लिया गया। वहीं इस बार सभी बाइक्स को एक एक करके चेक किया गया और सबकी आग बुझाई गई।
रात करीब 3 बजे खत्म हुआ रेस्क्यू:
आपको बता दें कि रात को करीब 3 बजे तक दमकल की टीम के द्वारा रेस्क्यू को पूरा किया गया। एस बताया गया है कि वाहन पार्किंग की क्षमता करीब 400 तक की है एवं उस समय भी लगभग 300 बाइक कैंट स्टेशन परिसर में स्थित पार्किंग में मौजूद थी।
वहीं कुछ बाइकें तो आग की चपेट में आने से बच भी गईं हैं, लेकिन लगभग 200 से अधिक बाइक तो पूरी तरह से जलकर राख हो गई। आपको बता दें कि तकरीबन 4 दिन पहले भी मालगोदाम के पास खड़े वाहनों में कुछ इसी प्रकार आग लग गई थी।
रेलवे कर्मियों का कहना कि पेट्रोल चोरी करते समय लगी होगी आग:
वहीं दूसरी तरफ कुछ रेल कर्मचारियों के द्वारा पार्किंग संचालक पर वहां खड़े वाहनों से पेट्रोल चोरी करने का भी आरोप लगाया गया है। उनका कहना है कि बाइक से पेट्रोल चुराते वक्त ही यह आग लगी होगी। दरअसल पार्किंग में कई रेलकर्मियों के द्वारा अपने भी दोपहिया वाहन खड़े किए गए थे।
उनका यह भी कहना था कि पार्किंग से तेल चोरी की शिकायत अक्सर आती रहती थी। लेकिन किसी पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई थी। इसलिए यह भी हो सकता है कि इस बार तेल चोरी के दौरान ही गाड़ियों में आग लगी हो। अतः मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए क्योंकि घटना से रेलकर्मियों को भी बड़ा नुकसान हुआ है।
सबसे ज्यादा रेलवे कर्मचारियों के जले वाहन:
बता दें कि रेलवे कर्मचारियों का यह भी कहना है कि वह इसके लिए स्टेशन अधीक्षक से भी मुलाकात करेंगे। साथ ही जीआरपी तथा आरपीएफ से भी पूरे मामले को लेकर कार्रवाई करने के लिए मांग करेंगे। उन्होंने बताया कि इस आग में सबसे अधिक रेलकर्मियों के ही वाहन जले हैं।
वहीं सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह के द्वारा यह बताया गया है कि कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में इस प्रकार आग लगना प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट ही मालूम पड़ता है। वहां लगभग 200 गाड़ियों के पूर्णतः जलने की बात भी सामने आई है तथा आग की चपेट में सर्वाधिक वाहन रेलकर्मियों के ही थे। फिलहाल आग लगने के अन्य कारणों का भी पता लगाया जा रहा है।