नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर के अलग-अलग सेक्टर्स में कुल 1190 प्लॉट खाली पड़े है। यह सभी प्लॉट आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत, कामर्शियल और फैसिलिटी के हैं। ये सभी प्लॉट या तो आवंटित नहीं हुए हैं और यदि हुए है तो इन पर निर्माण कार्य नहीं किया गया है।
CEO डॉ. लोकेश एम के द्वारा दिए गए निर्देश:
प्राधिकरण के CEO डॉ. लोकेश एम के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि इन प्लाटों का वर्तमान स्टेटस क्या है? यदि यह प्लॉट अनावंटित रह गए हैं या फिर लीज डीड की शर्तों के अनुसार निर्माण कार्य नहीं हुआ है तो इसको नियमानुसार निरस्त किया जाए, साथ ही योजना भी निकाली जाए।
बैठक में उन्होंने कहा कि NSEZ के पास जाम को समाप्त करने हेतु यहां पर क्रॉसिंग का निर्माण कराया जाए। जिसमें, फुटपाथ की ऊंचाई कम करना, सड़कों का चौड़ीकरण करना, ट्राइपोड की चौड़ाई को कम करते हुए सौंदर्यीकरण भी किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया है कि उक्त स्थल का स्थलीय निरीक्षण करने के पश्चात इसकी डिटेल भी तैयार की जाए।
DND से सेक्टर-18 फ्लाईओवर तक होगा एक्सप्रेस-वे का चौड़ीकरण:
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के इस एरिया में लगने वाले भीषण ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने हेतु दोनों तरफ मार्ग का चौड़ीकरण किया जाना भी प्रस्तावित है।
इसमें मार्गों की सर्विस लेन को मुख्य कैरिज वे के साथ जोड़ते हुए इस रोड का सेक्शन भी बढ़ाया जाएगा। CEO के द्वारा स्थल निरीक्षण किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया है। जिसमें अन्य सभी विकल्पों पर भी विचार किया जा सके।
DSC रोड होगी मॉडल:
बोटैनिकल गार्डन से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक DSC मार्ग का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। बता दें कि यह रास्ता करीब 9 किलोमीटर का है।
वहीं इस एरिया में सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ री-डिजाइन, स्ट्रीट लाइट, उद्यानीकरण, वाल पेंटिंग, वेन्डिंग जोन, म्यूरल आदि को सम्मिलित करते हुए इस मार्ग को माडल रोड की तरह विकसित करके सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
ब्रह्म सरोवर का किया जायेगा सौंदर्यीकरण:
गेझा सेक्टर-93 में मौजूद तालाब को ग्रामवासियों तथा समीपस्थ सेक्टर वासियों की सुविधा हेतु 1.75 एकड़ एरिया वाले तालाब के मूल ढांचे को परिवर्तन किए बिना ही उसका सौंदर्यीकरण किया जाए।
जिसमें क्षतिग्रस्त रैम्प का भी पुनर्निमाण किया जाए। वहीं परिक्रमा के लिए 3 मीटर चौड़ा पाथ-वे, सरोवर की रेलिंग, ग्रीन एरिया एवं सरोवर के अंदर भी स्टोन पिचिंग का प्रावधान किया गया है।
लेक-पार्क का किया जायेगा विकास:
NGT के द्वारा पारित आदेशों का अनुपालन करते हुए नोएडा परिक्षेत्र में पहले से विद्यमान तालाब, जो अब अस्तित्व में नहीं है, इनके स्थान पर एक अन्यत्र वाटर बॉडीज भी विकसित की जा रही है।
वहीं इस क्रम में सेक्टर-167 में करीब 29.72 एकड़ में लेक पार्क भी विकसित किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें करीब 4.70 एकड़ क्षेत्र में झील को विकसित किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही उसके अतिरिक्त अन्य कई सुविधाएं भी प्रदान की जानी प्रस्तावित है।