गाजियाबाद में एक नई टाउनशिप हरनंदीपुरम को बसाने के लिए वीसी अतुल वत्स के द्वारा GDA के अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई। जिसमें टाउनशिप की बाउंड्रीवाल का भी निर्धारण किया गया। दरअसल बाउंड्रीवाल के अंदर आने वाली जमीन के काश्तकारों, गाटा तथा खतौनी की सूची तैयार करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
सेटेलाइट के माध्यम से कराया जा रहा रैपिड सर्वे
दरअसल आने वाले एक हफ्ते में शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी, जहां से मंजूरी मिलने के बाद टाउनशिप को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया का भी आरंभ कर दिया जायेगा।
बता दें कि हरनंदीपुरम नाम से लगभग 15 हजार करोड़ रुपये की एक नई टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके लिए जीडीए के द्वारा सेटेलाइट के माध्यम से चिह्नित किए गए क्षेत्र का रैपिड सर्वे भी कराया जा रहा है।
पार्क तथा ग्रीन बेल्ट का किया जायेगा विकास:
बीते मंगलवार को GDA वीसी अतुल वत्स के द्वारा अधिकारियों के साथ अपने कार्यालय में एक बैठक की गई। जिसके बाद उन्होंने बताया है कि टाउनशिप को विकसित करने के लिए एक बाउंड्रीवाल का निर्धारण कर लिया गया है।
वहीं इस बाउंड्रीवाल में विद्युत निगम के सब स्टेशन से होकर गुजर रही एक हाइटेंशन लाइन के नीचे से तथा इसके आसपास एक पार्क अथवा ग्रीन बेल्ट का विकास भी किया जाएगा।
2 दिन में दी जाएगी सभी किसानों की सूची:
यह टाउनशिप लगभग 30 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ होगा। ऐसे में GDA के द्वारा इस पूरी जमीन पर एक पार्क विकसित किया जाएगा। वहीं इससे भविष्य में कोई अवैध कॉलोनी नहीं काटी जा सकेगी।
इसके अतिरिक्त बैठक में संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि अगले 2 दिन में सभी किसानों की सूची, भूमि गाटा संख्या तथा संपूर्ण क्षेत्रफल का डाटा भी तैयार करके रिपोर्ट दी जाए।
भूमि अधिग्रहण हेतु ली जाएगी किसानों की सहमति:
दरअसल वीसी ने आगे बताया कि 1 सप्ताह में रिपोर्ट तैयार करके इसको मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण तथा नए शहर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत शासन को भेजी जाएगी।
इसकी मंजूरी मिलने के पश्चात ही आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। इसके साथ ही भूमि अधिग्रहण के लिए सभी किसानों की सहमति से ही उनकी जमीन ली जाएगी।
गहराई वाली भूमि पर विकसित किए जायेंगे तालाब:
GDA वीसी अतुल वत्स ने यह भी बताया है कि जहां पर ईंट भट्ठों की वजह से भूमि से मिट्टी काफी अधिक मात्रा में निकाली गई है। वहां पर जमीन काफी गहराई में पहुंच गई है।
इसलिए ऐसी कुछ जगहों पर तालाब भी विकसित किए जाएंगे। ताकि उनके जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो सके। साथ ही इसमें से और मिट्टी को निकलवाकर दूसरी गहरी जगह पर डलवाई जाएगी, ताकि वह स्थान समानांतर हो सकें।
शमशान घाट, कब्रिस्तान तथा देवस्थान भी दर्शाए जाएंगे:
उन्होंने बताया कि हरनंदीपुरम टाउनशिप की सर्वे शीट को तैयार किया जा रहा है। इसमें देवस्थान, शमशान तथा कब्रिस्तान को भी विधिवत रूप से दर्शाया जाएगा। ताकि भूमि अधिग्रहण के पश्चात इसे विस्तारीकरण योजना के अन्तर्गत लाकर किसी तरह का विवाद न हो।
वहीं यह नक्शे पर पूरी तरह से दिखाई देगा। आपको बता दें कि पूर्व की योजनाओं में प्लॉट के समीप शमशान अथवा कब्रिस्तान के मामले में इस प्रकार के विवाद सामने आए हैं।