नोएडा: नोएडा में बनने वाली इंटरनेशनल फिल्म सिटी का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है जिसे फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) को सौंपा है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण जल्द शुरू होना है। मास्टर प्लान की मंजूरी के बाद साइट पर काम तेजी से शुरू होगा। पहले चरण में 230 एकड़ क्षेत्र को विकसित किया जाएगा जिस पर लगभग 1510 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है।
पहले चरण का निर्माण
पहले चरण में फिल्म स्टूडियो, एक फिल्म इंस्टीट्यूट और फिल्म उद्योग से जुड़ी अन्य सुविधाओं का निर्माण तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह क्षेत्र 1000 एकड़ में फैलेगा और सेक्टर-21 में स्थित होगा। इस चरण में 155 एकड़ में फिल्म उद्योग और आवासीय सुविधाओं का निर्माण होगा जबकि 75 एकड़ में वाणिज्यिक गतिविधियां जैसे होटल, मॉल और प्लाज़ा स्थापित किए जाएंगे। इस पूरे चरण को सात अलग-अलग जोनों में बांटकर विकसित किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
नोएडा की फिल्म सिटी को अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर तैयार किया जा रहा है। यहां 3D स्टूडियो, 360-डिग्री घूमने वाले सेट और एडिटिंग तथा एनिमेशन स्टूडियो जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। साथ ही एक विशेष फिल्म विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी जहां छात्रों को आधुनिक फिल्म निर्माण तकनीकों की शिक्षा मिलेगी। इसके अलावा रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए भी यहां विशेष केंद्र बनाए जाएंगे।
फिल्म पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
फिल्म सिटी में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष स्टूडियो और इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। शूटिंग के दौरान पर्यटक इन सेट्स को देख सकेंगे और फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को करीब से समझ पाएंगे। इसके साथ ही शूटिंग के लिए आने वाले कलाकारों और क्रू के लिए निजी स्विमिंग पूल और शानदार विला जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
किस पर कितना होगा खर्चा?
फिल्म स्टूडियो: 1513 करोड़ रुपये
रिटेल मॉल: 989 करोड़ रुपये
फिल्म इंस्टीट्यूट: 914 करोड़ रुपये
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास: 842 करोड़ रुपये
होटल और रेस्तरां: 532 करोड़ रुपये
बैकलॉट सेट: 393 करोड़ रुपये
एम्यूज़मेंट पार्क: 378 करोड़ रुपये
आवासीय मकान: 307 करोड़ रुपये
ऑफिस: 227 करोड़ रुपये
बैकलॉट वर्कशॉप: 214 करोड़ रुपये
बैकलॉट ओपन एरिया: 149 करोड़ रुपये
चुनौतियों का समाधान
फिल्म सिटी में ऐसे इंतजाम किए जाएंगे जिससे उपकरणों के क्षतिग्रस्त होने या खोने की संभावना न्यूनतम हो। यहां शूटिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाले महंगे उपकरण जैसे कैमरा लेंस, जिनकी कीमत लाखों रुपये हो सकती है उनको सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा फिल्म सिटी के भीतर ही उपकरण सेटअप की सुविधा होगी जिससे समय की बचत होगी।
दूसरे और तीसरे चरण की योजनाएं
फिल्म सिटी के दूसरे चरण में होटल और रिसॉर्ट्स विकसित किए जाएंगे। वहीं तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल स्टोर्स का निर्माण होगा। आठ वर्षों में इस पूरी परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रामोजी फिल्म सिटी से प्रेरणा
बोनी कपूर ने बताया कि इस परियोजना की योजना रामोजी फिल्म सिटी से प्रेरित है। उनका कहना है कि वे नोएडा में उससे भी बेहतर और सस्ती सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे शिलान्यास
प्रोजेक्ट के पहले चरण का निर्माण अगले दो महीनों में शुरू होने की उम्मीद है। इस चरण का शिलान्यास उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट न केवल उत्तर भारत के फिल्म उद्योग को सशक्त बनाएगा बल्कि क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक विकास के नए अवसर भी लाएगा।नोएडा की यह फिल्म सिटी अपनी आधुनिक सुविधाओं, फिल्म टूरिज्म और वैश्विक स्तर की संरचना के कारण भारत के फिल्म उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके निर्माण से फिल्म निर्माण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद की जा रही है।