गाजियाबाद: यूपी में होने वाले उपचुनाव से पहले ही गाजियाबाद शहर की विधानसभा सीट पर होने वाले सदस्यता अभियान को भाजपा नेता सफल बनाने में जुट गए हैं। दरअसल सदस्यता अभियान के समय ही विपक्षी दलों में BJP ने सेंध लगाने की तैयारी भी की है।
ऐसा माना जा रहा है कि इस सेंध के माध्यम से भाजपा उपचुनाव से पहले ही विपक्ष को कमजोर करना चाहती है। वहीं आने वाले दिनों में विपक्ष के भी कई स्थानीय नेताओं को BJP में शामिल किया जा सकता है।
अतुल गर्ग के इस्तीफे के बाद खाली हुई है सीट:
बता दें कि गाजियाबाद शहर की विधानसभा सीट पर पिछले 2 बार हुए उपचुनाव में BJP का कब्जा रहा है। वहीं यहां पर BJP के प्रत्याशी अतुल गर्ग के द्वारा भारी मतों से जीत हासिल की गई थी। दरअसल हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में BJP ने अतुल गर्ग को गाजियाबाद की लोकसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बनाया था।
वहीं चुनाव में जीत हासिल करके अतुल गर्ग सांसद निर्वाचित हुए। लेकिन विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। जिस कारण से ही गाजियाबाद शहर की विधानसभा सीट रिक्त हो गई है।
2004 में सपा ने जीता था उपचुनाव:
बता दें कि इस सीट पर इससे पहले साल 2004 में उपचुनाव हुआ था। जिसमें BJP प्रत्याशी सुनीता दयाल को चुनावी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं सपा प्रत्याशी सुरेंद्र मुन्नी के द्वारा चुनाव में जीत हासिल की गई थी।
वहीं अब 20 साल पुराने इतिहास को देखते हुए BJP ने इस उपचुनाव काे लेकर तैयारी तेज कर दी है। भले ही 2 बार लगातार इस सीट पर BJP प्रत्याशी को ही जीत हासिल हुई है, लेकिन कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह सभी लोकसभा चुनाव की तरह इसमें अति उत्साह में न रहें।
7.5 लाख लाेगों को BJP से जोड़ने की तैयारी:
बता दें कि उपचुनाव में उतरने से पहले ही भाजपा के द्वारा सदस्यता अभियान के दौरान जनपद में 7.5 लाख लाेगों को BJP की सदस्यता दिलाने की तैयारी की गई है। साथ ही ऐसा लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है कि इनमें से 5 लाख लोग महानगर के हों।
इसके ध्यान में रखते हुए महानगर के अंतर्गत आने वाली इस गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर सदस्यता अभियान के समय बड़े कार्यक्रम के आयोजन की भी पूरी तैयारी की गई है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई जा सके।
विपक्ष के नेताओं से भी बढ़ा रहे हैं संपर्क:
साथ ही भाजपा नेता तथा कार्यकर्ता विपक्ष के उन बड़े नेताओं से भी अपना संपर्क बढ़ा रहे हैं, जिनके पार्टी में शामिल हो जाने से भाजपा को इस उपचुनाव में काफी मजबूती मिल सकती है। इसके अतिरिक्त पार्टी से पहले नाराज हुए नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की भी घर वापसी कराई जाएगी।
भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि सदस्यता अभियान के समय ऐसी तैयारी की जा रही है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सदस्य गाजियाबाद में BJP से जुड़ें।
वहीं ऐसे में दूसरी पार्टी के जो भी नेता भाजपा में शामिल होना चाहते हैं, वह सभी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को BJP की सदस्यता दिलाई जा सके।