उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद पुलिस के 3 सिपाहियों पर गाज गिर गई है। दरअसल बंदूक की नोंक पर 2 युवकों को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने का प्रयास करने वाले मामले में आखिरकार DCP के द्वारा तीनों हेड कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
आपको बता दें कि वो वाहन चोर का पीछा करते हुए दूसरे जिले बागपत तक चले गए थे, लेकिन अपने अफसरों को इसके बारे में सूचित नहीं किया था। इसके बाद जब उनका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ तब विभाग के द्वारा कार्रवाई की गई है।
वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने से पुलिस की हुई थी किरकिरी:
दरअसल 27 अगस्त को गाजियाबाद के लोनी थाने की पुलिस चोर का पीछा करते हुए बागपत चली गई थी। यहां से पुलिस ने 2 युवकों को कार में बैठाने का प्रयास भी किया था। वहीं पुलिसकर्मियों के हाथ में मौके पर पिस्टल भी थी।
साथ ही पुलिस उन दोनों युवकों को पीटते हुए भी नजर आ रही थी। वहीं किसी के द्वारा इस पूरी घटना की वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। पुलिस पर यहां तक ये आरोप भी लगे थे कि पुलिस उन्हें किडनैप करके कहीं ले जा रही थी।
पूछताछ के लिए पकड़ा, लेकिन तुरंत छोड़ भी दिया:
दरअसल यह सूचना मिली थी कि वह लोनी में एक गाड़ी से आने वाला है। जिसके बाद पुलिस ने जब उसका पीछा किया तो संदिग्ध वाहन के साथ वह बागपत की तरफ में भागने लगा। उसका पीछा करते हुए बागपत में गाजियाबाद पुलिस के द्वारा उसका वाहन रोक लिया गया।
तत्पश्चात संदिग्धता के आधार पर ही पुलिस के द्वारा एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए अपने साथ चलने को कहा गया। इस पर उस व्यक्ति के द्वारा विरोध किया गया। उस व्यक्ति ने यह भी बताया कि वह नूर मोहम्मद नहीं है। जिसके बाद पुलिस के द्वार उसको तुरंत ही छोड़ दिया गया था।
3 हेड कॉन्स्टेबल को किया गया लाइन हाजिर:
वहीं इसके बाद गाजियाबाद पुलिस कि काफी किरकिरी भी हुई थी। अब इस पूरे मामले में ही लोनी थाने के 3 हेड कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जिनके नाम प्रशांत, राजीव तथा अमित हैं।
ऐसा माना गया है कि इन तीनों के द्वारा दूसरे जिले में जाने के लिए अपने अफसरों को भी घटना के बारे में सूचित नहीं किया गया था।
वाहन चोरी के दर्ज हैं करीब 23 मुकदमे:
इस पूरे वीडियो पर गाजियाबाद पुलिस को अपनी सफाई भी देनी पड़ी थी। वहीं सहायक पुलिस आयुक्त सूर्यबली मौर्य के द्वारा कहा गया था कि वाहन चोरी का संदिग्ध अभियुक्त नूर मोहम्मद लोनी का ही रहने वाला है। दिल्ली में उस पर वाहन चोरी के करीब 23 मुकदमे दर्ज हैं और गाजियाबाद में तकरीबन 9 मुकदमे दर्ज हैं।