फ्रांस करेगा परमाणु पनडुब्बी बनाने में भारत की मदद: US से भी मेगा ड्रोन डील की तैयारी, भारत की सैन्य ताकत बढ़ने से दुश्मन देश परेशान, जानें पूरी खबर…
फ्रांस करेगा परमाणु पनडुब्बी बनाने में भारत की मदद

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में भारत दिन प्रतिदिन सैन्य रूप से ताकतवर होता जा रहा है। भारत की तीनों सेनाओं की क्षमता को लगातार सरकार अपग्रेड करने में जुटी हुई है। जिससे पड़ोसी मुल्क चीन तथा पाकिस्तान की टेंशन भी लगातार बढ़ती जा रही है।

दरअसल भारतीय नौसेना के द्वारा भी अब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के तेज़ी से बढ़ते दखल को कम करने के लिए अपनी युद्धक क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया गया है। वहीं, US के साथ भी एक मेगा ड्रोन डील की जा सकती है। 

परमाणु पनडुब्बियां बनाने में फ्रांस करेगा हमारी मदद:

इसी बीच नौसेना की ताकत को और अधिक बढ़ाने के लिए भारत अपने रणनीतिक रक्षा साझेदार फ्रांस के साथ एक और बेहद बड़ा कदम उठाने जा रहा है।

दरअसल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस की इमैनुएल मैक्रों सरकार अब भारत के साथ परमाणु हमलावर पनडुब्बियों के निर्माण पर चर्चा करने तथा उनका समर्थन करने के लिए भी तैयार हो गई है।

इसके अतिरिक्त फ़्रांस भारत को 110 किलो-न्यूटन थ्रस्ट एयरक्राफ्ट इंजन तथा पूर्ण क्षमता वाले अंडरवाटर ड्रोन के लिए भी 100 प्रतिशत प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की पेशकश भी कर रहा है। 

अजीत डोभाल के दौरे के समय इस पर लग सकती है मुहर:

आपको बता दें कि 30 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर के बीच फ़्रांस के पेरिस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल तथा मैक्रों के कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बोने के बीच भारत-फ्रांस रणनीतिक वार्ता होने वाली है।

वहीं इस वार्ता के दौरान एजेंडे में यह रक्षा डील भी शामिल है। अजीत डोभाल के मैक्रों से अपनी यात्रा के दौरान मिलने तथा रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के भारत के प्रयासों के बारे में भी फ्रांसीसी राष्ट्रपति को जानकारी देने की भी उम्मीद है। बता दें कि मैक्रों युद्ध को समाप्त करने का पूरा समर्थन करते रहे हैं।

US से MQ-9B ड्रोन डील भी संभव:

वहीं दूसरी तरफ अमेरिका में हो रहे QUAD शिखर सम्मेलन से इतर आज पीएम नरेंद्र मोदी तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के द्वारा द्विपक्षीय वार्ता की गई। 

दोनो के बीच इस बैठक में भारत तथा अमेरिका के बीच अरबों डॉलर के ड्रोन सौदे को भी अंतिम रूप दिया गया है, क्योंकि मोदी के द्वारा जो बाइडन के साथ दोनों देशों के संबंधों को अधिक मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा भी की गई है।

3 बिलियन डॉलर में अमेरिका से खरीदे जाएंगे ड्रोन:

आपको बता दें कि भारत अमेरिका से 31 MQ-9B स्काई गार्जियन तथा सी गार्जियन ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। इन ड्रोन को खरीदने की लागत तकरीबन 3 बिलियन डॉलर है। वहीं भारत का लक्ष्य सशस्त्र बलों की निगरानी व्यवस्था को और अधिक बढ़ाना है, खास तौर पर चीन के साथ हमारी सीमा पर।

दरअसल इस सौदे के लिए बातचीत पिछले 1 साल से भी ज्यादा समय से चल रही है। वहीं पिछले साल जून माह में भारत के द्वारा अमेरिका से हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों तथा लेजर-गाइडेड बमों से लैस MQ-9B स्काई गार्जियन एवं सी गार्जियन सशस्त्र ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी गई थी।

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