नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव हेतु अपनी पहली सूची जारी कर दी गई है। बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी के द्वारा सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए गए हैं।
वहीं कांग्रेस के द्वारा भी अब तक कुल 48 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया गया है। वहीं अब इस लिस्ट में भाजपा तथा कांग्रेस के द्वारा आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप को घेरने के लिए दिग्गज चेहरों को उतारा गया है।
पूर्व सीएम केजरीवाल के सामने BJP के फायरब्रांड नेता प्रवेश वर्मा:
दरअसल चुनावी रण में सबसे बड़ा नाम तो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है। यहां पर भाजपा के द्वारा अपने फायरब्रांड नेता प्रवेश वर्मा को टिकट दिया गया है। हालांकि इसकी पहले से ही संभावना भी जताई जा रही थी कि केजरीवाल के सामने प्रवेश वर्मा को उतारा जा सकता है। वहीं कई बार प्रवेश वर्मा के द्वारा भी संकेत दिए गए थे कि वह ही केजरीवाल के खिलाफ ही उतरेंगे।
उन्होंने तब यह कहा था कि पार्टी के द्वारा उन्हें नई दिल्ली सीट से अपनी तैयारी शुरू करने को कहा गया था। वहीं कांग्रेस पार्टी भी केजरीवाल से अपना पुराना हिसाब चुकता करना चाहती है। इसी को देखते हुए ही पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को पार्टी का टिकट दिया गया है।
भाजपा के पूर्व सांसद से है आतिशी का मुकाबला:
इसके साथ ही नई दिल्ली के अतिरिक्त जो दूसरी सीट इन दिनों सर्वाधिक सुर्खियों में है, वह है कालकाजी विधानसभा सीट। दरअसल, आम आदमी पार्टी का यहां पर 2 बार से दबदबा बना हुआ है। साल 2015 में आप से अवतार सिंह यहां से विधायक थे। वहीं साल 2020 के चुनाव में आतिशी के द्वारा बीजेपी के धर्मबीर को करीब 11 हजार से अधिक मतों से हराया गया था।
अब यहां पर बीजेपी के द्वारा अपने फायरब्रांड नेता रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा गया है। रमेश बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली से सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी के द्वारा टिकट नहीं दिया गया था। वहीं इस बार उन्हें आतिशी के खिलाफ उतारा गया है।
वहीं कांग्रेस पार्टी के द्वारा अपनी तेज तर्रार नेता अलका लांबा को भी यहां से टिकट दिया गया है। आपको बता दें कि अलका लांबा महिला कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष भी हैं। इसके अतिरिक्त वह चांदनी चौक सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक भी रह चुकी हैं।
जंगपुरा सीट पर भी दिग्गजों के बीच रहेगी 'जंग':
इसके बाद तीसरी सीट जंगपुरा की है, जहां पर कुल 3 दिग्गजों के बीच जंग होगी। दरअसल दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को इस सीट से आम आदमी पार्टी के द्वारा अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है। दरअसल मनीष सिसोदिया इससे पूर्व पटपड़गंज सीट से चुनाव जीतते थे।
हालांकि इस बार हवा की रुख को भांपने के बाद उन्हें जंगपुरा की सीट दी गई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के द्वारा इस सीट पर अपने प्रत्याशी फरहाद सूरी को उतारा है। बता दें कि फरहाद सूरी दिल्ली कांग्रेस पार्टी की दिग्गज नेता ताजदार बाबर के बेटे हैं। वहीं ताजदार बाबर 2 बार विधायक रह चुकी हैं।
साथ ही वह पार्षद का चुनाव भी जीतते रहे हैं। वहीं, भाजपा के द्वारा तरविंदर सिंह मारवाह को आप के सिसोदिया के खिलाफ उतारा गया है। मारवाह कभी कांग्रेस पार्टी के ही चेहरे थे। वह जंगपुरा सीट से 3 बार विधायक भी रह चुके हैं। वह साल 2022 में भाजपा में चले गए थे।
पटपड़गंज सीट बनी आप के 'नाक' का सवाल:
इसके पश्चात जिस सीट की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वह है पटपड़गंज की सीट। दरअसल यहां से आम आदमी पार्टी के द्वारा मशहूर शिक्षक अवध ओझा को उतारा गया है। अवध ओझा यूपीएससी (UPSC) के छात्रों को कोचिंग पढ़ाते हैं। जिससे उनकी छात्रों के बीच में काफी गहरी पैठ भी है। हाल ही में वह आप पार्टी में शामिल हुए थे तथा उन्हें सिसोदिया की सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है।
वहीं भाजपा के द्वारा भी यहां से रविंद्र सिंह नेगी को अपना टिकट दिया गया है। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में भी नेगी ही पटपड़गंज से उम्मीदवार थे। उनका मुकाबला सिसोदिया से ही था। हालांकि जोरदार प्रचार के बावजूद नेगी सिसोदिया से सिर्फ 3,207 वोटों से हार गए थे। वहीं कांग्रेस के द्वारा अपने दिग्गज चेहरे अनिल चौधरी को यहां से पार्टी का टिकट दिया गया है। अनिल चौधरी दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
मालवीय नगर सीट पर भी मुकाबला होगा दिलचस्प:
पांचवी सीट जिसपर भी जबर्दस्त मुकाबला दिख रहा है, वह है मालवीय नगर की सीट। दरअसल आम आदमी पार्टी के द्वारा इस सीट से सोमनाथ भारती को मैदान में उतारा गया है। सोमनाथ भारती साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से भी पार्टी के उम्मीदवार थे। तब उन्हें भाजपा की बांसुरी स्वराज से हार का सामना करना पड़ गया था।
वहीं इस सीट से भाजपा के द्वारा अपने दिग्गज नेता सतीश उपाध्याय को मैदान में उतारा गया है। वह दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के द्वारा जितेंद्र कुमार कोचर को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया गया है। कोचर इससे पूर्व नगर निगम के नेता सदन भी रह चुके हैं।
इन सीटों पर भी त्रिकोणीय है लड़ाई:
इसके अतिरिक्त दिल्ली की कई अन्य ऐसी सीटें है, जहां पर भी मुकाबला काफी रोंचक है। इसमें जनकपुरी की सीट है। यहां से भाजपा के द्वारा आशीष सूद को जबकि आप के द्वारा प्रवीण कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं बिजवासन से बीजेपी के द्वारा आप के बागी कैलाश गहलोत को मैदान में उतारा गया है।
यहां से आप के द्वारा सुरेंद्र भारद्वाज को जबकि कांग्रेस के द्वार देवेंद्र सहरावत को टिकट दिया गया है। भाजपा के द्वारा विजेंद्र गुप्ता को रोहिणी से तथा राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा को एवं गांधी नगर से कांग्रेस के बागी अरविंद सिंह लवली को मैदान में उतारकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया गया है।