न्यू नोएडा के लिए मुआवजा दर तय करने की प्रक्रिया शुरू: डीएम के साथ प्राधिकरण करेगा बैठक, कई मापदंडों पर होगा फैसला
न्यू नोएडा के लिए मुआवजा दर तय करने की प्रक्रिया शुरू

नोएडा: न्यू नोएडा (DNGIR) के निर्माण के लिए 80 गांवों को अधिसूचित किया जा चुका है। इन गांवों में निर्माण गतिविधियों के लिए प्राधिकरण से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। अधिसूचना जारी होने के बाद अब भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा किस दर पर दिया जाएगा। इसी संबंध में नोएडा प्राधिकरण और जिलाधिकारी (डीएम) की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मुआवजे की दर तय की जाएगी।

इस प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए प्राधिकरण ने एक सलाहकार कंपनी का चयन भी किया है। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि मुआवजा दर तय करने के लिए कई मापदंडों का निर्धारण आवश्यक है। इन मापदंडों में गांवों की जेवर एयरपोर्ट से दूरी, जमीन की उपयोगिता, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र की निकटता और बुलंदशहर के गांवों के सर्किल रेट जैसे कारकों को ध्यान में रखा जाएगा। इन सभी बातों का मूल्यांकन करने के बाद ही मुआवजा दर पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

गांवों के प्रधानों से बातचीत जारी

न्यू नोएडा परियोजना के लिए लगभग 209 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में विकास कार्य किया जाएगा। इस क्षेत्र में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और जीटी रोड के समीप स्थित गांवों की जमीन पहले अधिग्रहित की जाएगी। इसमें जोखाबाद और सांवली गांव शामिल हैं। इन गांवों के प्रधानों से बातचीत का दौर जारी है और जमीन किसानों से आपसी सहमति के आधार पर खरीदी जाएगी। प्रारंभिक योजना के अनुसार इन गांवों में डीएनजीआईआर (न्यू नोएडा) का अस्थायी कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा।

पहले चरण में 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण

न्यू नोएडा परियोजना के तहत कुल 80 गांवों को शामिल किया गया है। इन गांवों में लगभग 16,000 किसान परिवार रहते हैं। पहले चरण में 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा जो करीब 3165 हेक्टेयर भूमि होगी। इस चरण में किसानों के साथ बैठकों का आयोजन किया जाएगा ताकि सहमति से जमीन का अधिग्रहण किया जा सके।

चार चरणों में विकसित होगा न्यू नोएडा

न्यू नोएडा का मास्टर प्लान 209.11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में तैयार किया गया है। इसे चार चरणों में पूरा किया जाएगा:

1. 2023-2027: 3165 हेक्टेयर जमीन विकसित की जाएगी।


2. 2027-2032: 3798 हेक्टेयर क्षेत्र का विकास किया जाएगा।


3. 2032-2037: 5908 हेक्टेयर जमीन विकसित होगी।


4. 2037-2041: 8230 हेक्टेयर भूमि का विकास किया जाएगा।

मास्टर प्लान के तहत भूमि उपयोग का विवरण

न्यू नोएडा के मास्टर प्लान में विभिन्न उद्देश्यों के लिए भूमि उपयोग का विस्तृत विवरण दिया गया है।

रेजिडेंशियल: 2810.54 हेक्टेयर

कमर्शियल: 849.97 हेक्टेयर

इंस्टीट्यूशनल (पीएसपी): 1739.93 हेक्टेयर

फैसिलिटी/यूटिलिटी: 195.97 हेक्टेयर

इंडस्ट्री: 8420 हेक्टेयर

ग्रीन पार्क: 1792.26 हेक्टेयर

ग्रीन बेल्ट और बफर: 1432.73 हेक्टेयर

रिक्रिएशनल: 530.22 हेक्टेयर

वाटर बॉडी: 122.77 हेक्टेयर

ट्रैफिक और ट्रांसपोर्टेशन: 2963.61 हेक्टेयर


किसान हितों को प्राथमिकता

नोएडा प्राधिकरण ने यह स्पष्ट किया है कि भूमि अधिग्रहण की पूरी प्रक्रिया किसानों के हितों को ध्यान में रखकर की जाएगी। सहमति के आधार पर भूमि अधिग्रहण से यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को उनकी जमीन का उचित मूल्य मिल सके। इसके साथ ही परियोजना के तहत रोजगार और अन्य विकासात्मक कार्यों के अवसर भी किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।

न्यू नोएडा की यह परियोजना क्षेत्र के विकास को एक नई दिशा देगी और इसे आर्थिक और शहरी विकास का प्रमुख केंद्र बनाने में सहायक होगी।

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