ग्रेटर नोएडा: साल 2004 बैच के आईएएस (IAS) अधिकारी तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार को सरकार की तरफ से नए साल का तोहफा दिया गया है। दरअसल अब उन्हें एक अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
जिसके अंतर्गत उन्हें NCR यानि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कमिश्नर का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जिसके बाद यह खबर प्रशासनिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।
अतिरिक्त प्रभार की की गई घोषणा:
दरअसल हाल ही में जारी की गई एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के CEO एन.जी. रविकुमार को उनके वर्तमान पद के साथ ही अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कमिश्नर की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि उनके प्रशासनिक अनुभव तथा कार्यक्षमता को देखते हुए ही यह निर्णय लिया गया है।
जानते हैं एन.जी. रविकुमार का कैसा रहा करियर :
दरअसल एन.जी. रविकुमार साल 2004 बैच के एक अनुभवी आईएएस (IAS) अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर में बहुत सारे विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है तथा अपनी कार्यशैली की वजह से एक अलग पहचान भी बनाई है। ग्रेटर नोएडा के सीईओ (CEO) के रूप में उनके कार्यकाल के समय शहर के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं भी शुरू हुई हैं।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में आने से पहले एन. जी. रवि कुमार लखनऊ तथा आगरा समेत गोरखपुर, उन्नाव, मथुरा तथा अंबेडकरनगर आदि कई जिलों में भी अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे चुके हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की क्या है भूमिका:
दरअसल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, जिसमें दिल्ली तथा उसके आसपास के कई क्षेत्र भी शामिल हैं, भारत का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। बता दें कि कमिश्नर का पद NCR के इस क्षेत्र में प्रशासनिक तथा विकास कार्यों की देखरेख के लिए बेहद जिम्मेदार होता है। वहीं इस पद पर रहते हुए, एन. जी. रविकुमार को विभिन्न राज्यों तथा केंद्र सरकार के बीच में समन्वय स्थापित करना होगा।
अतिरिक्त जिम्मेदारी के क्या होंगे मायनेः
बता दें कि एन.जी. रविकुमार को NCR यानि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कमिश्नर का अब अतिरिक्त प्रभार सौंपना उनकी प्रशासनिक क्षमता का एक काफी बड़ा प्रमाण है। इसके साथ ही यह उनके लिए एक बड़ी तथा नई चुनौती भी है, जिसमें उन्हें एक बड़े तथा जटिल क्षेत्र की प्रशासनिक व्यवस्था को भी संभालना होगा।