Delhi Election 2025: दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 7.38 लाख से ज्यादा बढ़े मतदाता, महिला मतदाताओं की संख्या हुई अधिक,जानें विस्तार से...
Delhi Election 2025

दिल्ली: दिल्ली विधान सभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदाता सूची सुधार के लिए विशेष सारांश संशोधन अभियान के पूरा होने के बाद बीते सोमवार को अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी है। जिसके मुताबिक दिल्ली के कुल 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल मिलाकर एक करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता है। अब इस मतदाता सूची के आधार पर दिल्ली में विधानसभा चुनाव होगा।

जानें पिछले विधानसभा चुनाव में कितने थे मतदाता?

बता दें कि खास बात यह है कि मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम काटने और साथ ही फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनवाने के पक्ष और विपक्ष की तरफ से काफी सारे आरोप प्रत्यारोप लगाए गए। फिर भी लोकसभा चुनाव होने के बाद साढ़े छह माह में ही दिल्ली में कुल तीन लाख 22 हजार 922 मतदाता बढ़ गए। वहीं पर इससे पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले पांच वर्ष में लगभग सात लाख 38 हजार से अधिक मतदाता बढ़े हैं।

5.10 लाख लोगों का नाम अभी भी नहीं शामिल

इसके अलावा आम आदमी पार्टी द्वारा महिला सम्मान की घोषणा करने के बाद काफी भारी संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए आवेदन दिए गए है। इस वजह से दिनांक 16 दिसंबर के बाद मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए अपना आवेदन देने वाले तकरीबन पांच लाख दस हजार लोगों का नाम अभी तक भी मतदाता सूची में शामिल नहीं किया गया है।

इसके बाद सीईओ कार्यालय का यह कहना है कि विशेष सारांश संशोधन अभियान के तहत सभी दावे और तमाम आपत्तियों का आवेदन देने के लिए दिनांक 29 अक्टूबर से लेकर 28 नवंबर तक की तारीख तय की गई थी और दिनांक 24 दिसंबर तक उसका निपटारा किया जाना था। जिसके बाद इस निर्धारित तिथि के बाद भी बड़ी भरी संख्या में आवेदन मिले।
इसलिए दियांक 15 दिसंबर तक मिले गए आवेदन को इस मतदाता सूची में शामिल कर लिया गया है। वहीं पर  16 दिसंबर के बाद अप्रत्याशित रूप से काफी ज्यादा आवेदन मिले। जिसके बाद चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार इन आवेदनों की बड़ी सख्ती से जांच करने का निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

जांच होने के बाद तैयार होगी मतदाता सूची

इसके अलावा बता दें कि सत्यापन के बाद उन सभी लोगों का मतदाता पहचान पत्र बनेगा और एक पूरक मतदाता सूची तैयार होगी। वहीं फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे से मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए अपना आवेदन देने वाले लगभग 24 लोगों के खिलाफ आठ मामले दर्ज किए गए हैं। इसलिए किसी भी तरह के फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे से अपना मतदाता पहचान पत्र बनवाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो सकती है।

वहीं पर सीईओ कार्यालय के द्वारा से गत 29 अक्टूबर को जारी एक ड्राफ्ट मतदाता सूची में दिल्ली में एक करोड़ 53 लाख 57 हजार 529 मतदाता थे। इसके बाद संशोधन अभियान के दौरान तकरीबन तीन लाख आठ हजार 942 नए मतदाताओं के नाम इसमें शामिल किए गए। वहीं पर एक लाख 41 हजार 613 मतदाताओं के नाम भी काटे गए हैं। इस तरह इस ड्राफ्ट मतदाता सूची की तुलना में लगभग एक लाख 67 हजार 329 मतदाता बढ़े हैं।

महिला मतदाताओं की सख्या हुई है अधिक

बता दें कि ड्राफ्ट मतदाता सूची की तुलना में महिला मतदाताओं की जो संख्या है वो अधिक बढ़ी है। वहीं 18 से 19 वर्ष के नए नए युवा मतदाता भी लगभग 52,554 बढ़े हैं जो इस बार पहली बार मतदान करेंगे। 18 से 19 वर्ष के नए मतदाताओं की संख्या लगभग दो लाख से अधिक है।

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