उमस भरी गर्मी का कहर: यूपी में 62 बच्चों के साथ कई शिक्षिकाएं हुई बेहोश, स्कूल समय में बदलाव की उठी माँग?
उमस भरी गर्मी का कहर

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस का असर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों को काफी परेशानी हो रही है। मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में 62 बच्चे गर्मी और उमस के कारण बेहोश हो गए। इनमें एटा, रामपुर, संभल, प्रयागराज, मथुरा, सीतापुर, रायबरेली, और गोंडा के बच्चे शामिल थे। इसके अलावा, गोंडा में कई शिक्षिकाएं भी गर्मी के कारण गश खाकर गिर गईं। सभी बच्चों और शिक्षिकाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया और स्थिति में सुधार होने पर उन्हें घर भेज दिया गया।

गोंडा में स्थिति सबसे गंभीर

परसपुर, पंड़रीकृपाल और झंझरी ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों में हालात और भी गंभीर थे। इन स्कूलों में दर्जनों छात्राएं उमस भरी गर्मी के कारण बेहोश हो गईं। परसपुर के कंपोजिट विद्यालय भौरीगंज में कक्षा चार की छात्रा काजोल और रेशमी यादव अचानक गश खाकर गिर गईं।

वहीं, झंझरी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय डंडवा कानून-गो में सहायक अध्यापिका सुगंधा त्रिपाठी कक्षा पांच में पढ़ाते हुए अचानक बेहोश हो गईं, साथ ही कक्षा पांच की छात्रा सलोनी भी बेहोश हो गई। पंडरी कृपाल ब्लॉक के तुरकौलिया कंपोजिट विद्यालय में भी स्थिति गंभीर थी, जहां अध्यापिका कमला देवी बेहोश हो गईं। इन सभी को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, और अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

रायबरेली में भी गर्मी से हालत खराब

रायबरेली के कम्पोजिट विद्यालय रूपखेड़ा में भी गर्मी का प्रकोप देखने को मिला। कक्षा दो की छात्रा सनम गर्मी के कारण पानी पीने जाते समय गश खाकर गिर पड़ी। शिक्षिका विभा ने छात्रा के चेहरे पर पानी के छींटे मारे, जिससे कुछ देर बाद उसे होश आया। एक सप्ताह पहले इसी स्कूल में कक्षा छह की छात्रा माही भी बेहोश हो गई थी। इसके अलावा, झंझरी ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बनवरिया में शिक्षिका हेमलता के बेहोश होने का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें देखा गया कि 25 जुलाई को अचानक वह बेसुध हो गई थीं और पानी के छींटे मारकर उन्हें होश में लाया गया था।

स्कूल समय में बदलाव की हो रही मांग

इन घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्कूलों का समय बदलने की मांग की है। संघ के जिलाध्यक्ष आनंद कुमार त्रिपाठी ने बीएसए से अनुरोध किया कि बच्चों और शिक्षकों को इस असहनीय गर्मी से बचाने के लिए स्कूल का समय सुबह 07:30 से 12:30 बजे तक किया जाए। बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि शिक्षकों और बच्चों के बेहोश होने की घटनाओं की जानकारी परियोजना कार्यालय को दी गई है, और समय में बदलाव के लिए अनुमति मिलने के बाद इस पर निर्णय लिया जा सकता है।

अभिभावक व स्कूल प्रशासन हैं चिंतित

गर्मी और उमस के चलते स्कूलों में बढ़ रही इन घटनाओं ने न केवल छात्रों और शिक्षकों को परेशान किया है, बल्कि स्कूल प्रशासन और अभिभावकों को भी चिंतित कर दिया है। स्कूल समय में बदलाव के अनुरोध का उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि वे इन प्रतिकूल परिस्थितियों में सुरक्षित और स्वस्थ रह सकें।

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