प्रयागराज: महाकुंभ-2025 की तैयारियों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज पहुंच रहे हैं। वह शहर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे और 7,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस मौके पर जिले में सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के मद्देनजर 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ की पहल: सभी 13 अखाड़ों के संत आमंत्रित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों को आमंत्रित किया है। पीएम के कार्यक्रम में एक बड़ा बदलाव किया गया है। पहले उन्हें रामायण सर्किट के तहत श्रृंगवेरपुर धाम जाना था लेकिन अब यह कार्यक्रम संगम तट पर आयोजित किया जाएगा जहां करीब 2 लाख लोगों की उपस्थिति में 'अगड़ा-पिछड़ा एकता' का संदेश दिया जाएगा।
महाकुंभ 2025: एकता और समर्पण का प्रतीक
महाकुंभ-2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है। अनुमान है कि इस महाकुंभ में दुनियाभर से लगभग 40 करोड़ लोग शामिल होंगे। इस आयोजन को भाजपा के लिए भी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक अवसर माना जा रहा है जो 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को मजबूत स्थिति में ला सकता है।
इस आयोजन के जरिए भाजपा की दो प्रमुख कोशिशें होंगी। पहली पूरे देश में हिंदुत्व की छवि को और मजबूत करना। दूसरी, उत्तर प्रदेश में जातिगत राजनीति को खत्म कर हिंदू वोटर्स को एकजुट रखना। महाकुंभ में अगड़ी और पिछड़ी जातियों के बीच समरसता का संदेश देकर भाजपा समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को कमजोर करने का प्रयास करेगी।
आरएसएस की सक्रियता: घर-घर पहुंचा रहे महाकुंभ का संदेश
महाकुंभ की तैयारियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है। स्वयंसेवक घर-घर जाकर बुकलेट बांट रहे हैं जिसमें महाकुंभ की महत्ता और उससे जुड़े आयोजन की जानकारी दी गई है। साथ ही श्रद्धालुओं को प्रयागराज आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
दूसरे राज्यों की सरकार से किया जा रहा है संपर्क
महाकुंभ में भारी भीड़ को देखते हुए दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु से विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। श्रद्धालुओं को बस और ट्रेन के माध्यम से प्रयागराज लाने, ठहराने और वापस भेजने के लिए यूपी सरकार ने इन राज्यों की सरकारों के साथ संपर्क स्थापित किया है।
प्रमुख व्यवस्थाएं:
1. बस और ट्रेन से यातायात प्रबंधन।
2. राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए विशिष्ट समय-सारिणी।
3. सरकारी सुविधाओं का सुचारु वितरण।
पीएम मोदी के कार्यक्रम की रूपरेखा
प्रधानमंत्री मोदी ढाई घंटे के दौरे के दौरान श्रृंगवेरपुर धाम की 51 फीट ऊंची श्रीराम और निषादराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। संगम नोज पर विधिवत पूजा-अर्चना करेंगे और अक्षय वट व लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन भी करेंगे।
पीएम मोदी के दौरे का विस्तृत कार्यक्रम:
-सुबह 11 बजे: विशेष विमान से बमरौली एयरपोर्ट पर आगमन।
-हेलीकॉप्टर से अरैल घाट की यात्रा।
-अरैल से निषादराज क्रूज के माध्यम से संगम वीवीआईपी घाट पहुंचेंगे।
-अक्षयवट, सरस्वती कूप और लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन।
-संगम नोज पर पूजा-अर्चना।
-जनसभा स्थल पर संबोधन।
सुरक्षा व्यवस्था: पीएमओ और SPG ने संभाली कमान
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले पीएमओ और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) ने प्रयागराज पहुंचकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। जनसभा स्थल, अक्षयवट और हनुमान मंदिर कॉरिडोर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों की जांच की गई।
होटलों की बुकिंग फुल, वीआईपी इंतजाम
पीएम मोदी के दौरे से पहले प्रयागराज के लगभग सभी प्रमुख होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है। ज्यादातर बुकिंग सरकारी अधिकारियों, केंद्रीय मंत्रियों, विधायकों और भाजपा के संगठन पदाधिकारियों के लिए की गई हैं।
जनसभा स्थल की तैयारियां:
-20,000 लोगों की बैठने की क्षमता वाला विशाल पंडाल तैयार।
-40 ब्लॉक बनाए गए, जिनमें वीआईपी मेहमानों के लिए विशेष व्यवस्था।
-उम्मीद है कि करीब 2 लाख लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे।
योगी आदित्यनाथ का दौरा और सियासी महत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के दौरे से पहले दो बार प्रयागराज का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
7000 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन
पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से घाटों का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण और पुलों का निर्माण शामिल है।
परियोजनाओं का विवरण:
परियोजना | लागत (करोड़) |
---|---|
सात स्नान घाट | 240 |
आईआरटी के पास आरओबी | 148 |
फाफामऊ - सोरांव आरओबी | 146 |
श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर | 135 |
बेगम बाजार आरओबी | 130 |
फाफामऊ-सहसो रोड | 116 |
फाफामऊ-कमलानगर आरओबी | 71 |
शिवालय पार्क | 14 |
भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर | 13 |
अक्षयवट कॉरिडोर | 18 |
हनुमान मंदिर कॉरिडोर | 40 |
सात घाटों का सौंदर्यीकरण | 11 |
फाफामऊ हनुमानगंज मार्ग पर मनसैता ब्रिज | 21 |
अलोपीबाग फ्लाईओवर | 54 |
छिवकी करछना आरओबी | 61 |
डीएफसीसी रूट पर आरओबी | 67 |
मजार के पास से सलोरी आरओबी | 78 |
नैनी- मानिकपुर सेक्शन पर आरओबी | 61 |
बक्शीबांध आरओबी | 53 |
झुंसी - गारापुर आरओबी | 16.84 |
सोरांव - फूलपुर- हंडिया मार्ग | 58 |
सिविल एयरपोर्ट से कालिंदीपुरम मार्ग | 48 |
सियासी रणनीति:
महाकुंभ 2025 का आयोजन भाजपा के लिए हिंदू वोटर्स को एकजुट करने का मौका है। इस आयोजन के माध्यम से पार्टी उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने का प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयागराज दौरा महाकुंभ-2025 की तैयारियों को गति देने के साथ-साथ भाजपा की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी है। सात हजार करोड़ की विकास योजनाएं न केवल शहर की छवि को सुधारेंगी बल्कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं भी बढ़ाएंगी। महाकुंभ के जरिए भाजपा का उद्देश्य सांस्कृतिक और सामाजिक एकता के साथ-साथ राजनीतिक लाभ भी सुनिश्चित करना है।