राजस्थान लोक सेवा आयोग यानि RPSC के द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली सामने आने के पश्चात साल 2022 की राजस्व अधिकारी (RO) ग्रेड-2 तथा कार्यकारी अधिकारी (EO) ग्रेड-4 की भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
दरअसल सबसे खास बात तो यह है कि इसी पेपर लीक गैंग के द्वारा साल 2021 की SI भर्ती परीक्षा में भी धांधली करवाई गई थी। लेकिन लंबे अरसे से लगातार चल रहे विरोध प्रदर्शन के पश्चात भी अब तक राजस्थान SI की भर्ती परीक्षा रद्द नहीं की गई है।
आइए जानते हैं क्या है SI भर्ती परीक्षा का पूरा मामला:
दरअसल सितंबर 2021 में सब इंस्पेक्टर (SI) तथा प्लाटून कमांडर के कुल 859 पदों पर भर्ती परीक्षा संपन्न हुई थी। जिसके बाद खबर मिली कि इस परीक्षा का पेपर जयपुर के हसनपुरा में शांति नगर में स्थित रवींद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल से लीक हुआ है।
जहां स्कूल के प्रिंसिपल तथा परीक्षा केंद्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल के द्वारा ही यह पेपर लीक करवाया गया था। जगदीश तथा ग्रेड थर्ड टीचर राजेद्र यादव के द्वारा राजेश को पेपर लीक करने के लिए लगभग 10 लाख रुपए का लालच दिया गया था।
वहीं राजेश के द्वारा विवेक उर्फ यूनिक का पेपर स्ट्रॉन्ग रूम में छिपा दिया गया था। जिसके बाद यूनिक के द्वारा पेपर की फोटो वॉटसऐप पर जगदीश को भेजी गई थी। जिसके पश्चात ही पेपरलीक की यह घटना सभी अभ्यर्थियों के सामने आई थी।
वहीं साल 2023 में राजस्थान में बीजेपी (BJP) की सरकार बनने के पश्चात पेपरलीक की जांच के लिए एसआईटी (SIT) की घोषणा की गई थी। इसके बाद मार्च 2024 से लेकर अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है और यह सिलसिला अभी भी जारी है।
SI भर्ती परीक्षा में भी है वही सरगना, 60 से अधिक गिरफ्तारियां लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं:
बता दें कि राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के दौरान SI भर्ती परीक्षा में भी भी बीकानेर से तुलछाराम गैंग के द्वारा ही पेपर लीक करवाया गया था। भर्ती परीक्षा के पश्चात चयनित अभ्यर्थी ट्रेनिंग भी ले रहे हैं, जबकि अभ्यर्थियों का एक धड़ा पेपर लीक के चलते यह एग्जाम रद्द करने की लगातार मांग कर रहा है।
आपको बता दें कि SI भर्ती को लेकर अब तक करीब 13 मामले भी दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं अब तक 50 ट्रेनी SI समेत पेपरलीक गैंग के भी करीब 12 से अधिक लोग पकड़े जा चुके हैं। लेकिन परीक्षा रद्द करने को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर अब तक सरकार की तरफ से कोई भी निर्णय नहीं आया है।
राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो की क्लीन चिट मिलने के बाद हो रहा है प्रदर्शन:
वहीं अगर हम EO तथा RO एग्जाम की बात करें तो इसअमले में ब्लूटूथ गैंग के सरगना तुलछाराम कालेर से पुलिस के द्वारा उसे जेल से लाकर पूछताछ भी की गई थी। जिसके बाद पता चला था कि अभ्यर्थियों के घर वालों ने करीब 30 से 40 लाख रुपए में लीक हुआ यह पेपर खरीदा था।
इसकी मुख्य वजह यह है कि नगर निकायों में EO एक मोटी कमाई का पद है। साथ ही राजस्थान ACB के द्वारा अपनी जांच में RPSC के 2 सदस्यों को क्लीन चिट भी दे दी गई थी। जिस वजह से परीक्षा के अभ्यर्थियों में काफी गुस्सा और नाराजगी थी।
इसके पश्चात अभ्यर्थियों के द्वारा फाइनल रिजल्ट जारी करने को लेकर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया गया था। प्रदेश के मंत्रियों तथा राजस्थान सरकार में सचिवों से इसकी सही से जांच करवाने की मांग की गई थी। वहीं अब जांच के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
क्यों ज़रूरी है परीक्षा रद्द करने का निर्णय:
दरअसल RPSC सचिव रामनिवास मेहता के अनुसार 'परीक्षा रद्द करने का यह निर्णय इसलिए भी जरूरी था क्योंकि ब्लूटूथ डिवाइस का इस्तेमाल करके नकल होने के सबूत मिले थे।
आपको बता दें कि साल 2023 में 14 मई की तारीख को कुल 111 पदों के लिए करीब 1.96 लाख से अधिक उम्मीदवार इस परीक्षा में बैठे थे। जिसमें पहले से ही पेपर लीक करवाकर ब्लूटूथ के माध्यम से नकल हुई थी।
अब साल 2025 में होगी दोबारा परीक्षा:
वहीं अब जांच के पश्चात आयोग के द्वारा एग्जाम का रिजल्ट रद्द करने की घोषणा की गई है। आपको बता दें कि पहले जारी शेड्यूल के अनुसार 23 मार्च 2025 को जनसंपर्क अधिकारी यानि PRO भर्ती परीक्षा होनी थी, लेकिन अब यह परीक्षा 17 मई 2025 को कराई जाएगी।
SI भर्ती परीक्षा रद्द करने पर बन हुआ है सस्पेंस:
दरअसल राजस्थान में सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा पर फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है। क्योंकि लोगों का एक बड़ा ग्रुप ऐसा है जो पेपर लीक वाली इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने की लगातार मांग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ अपने करियर को दांव पर लगाकर इस परीक्षा को क्रैक करके मेरिट में नाम पाने वाले सभी अभ्यार्थी इस भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करने की मांग कर रहे हैं।
आपको बता दें कि जहां एक तरफ SOG लगातार बड़ी कार्यवाही कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ SI भर्ती परीक्षा रद्द न करने की मांग को लेकर भी अभिषेक शर्मा के नेतृत्व में जयपुर में आंदोलन चलाया जा रहा है। दरअसल अभिषेक का कहना है कि SI भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहिए। लेकिन भर्ती परीक्षा में ऐसा फर्जीवाड़ा करने वालों पर भी सख़्त कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।
इससे पहले भी पेपर लीक के कई मामले आ चुके हैं सामने:
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब राजस्थान में किसी भी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। दरअसल इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था तथा भर्ती प्रक्रियाओं पर कई सवाल उठाए हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में राजस्थान सरकार के द्वारा परीक्षा सुरक्षा को बढ़ाने तथा ऐसे मामलों को रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाने की घोषणा भी की गई थी।