जयपुर: समरावता में एसडीएम थप्पड़ कांड को लेकर फरार चल रहे नरेश मीणा ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे खुद गिरफ्तारी देने के लिए आए हैं, लेकिन पुलिस यहां मौजूद नहीं है। मीणा ने दावा किया कि उन्होंने पुलिस से बचने की कोशिश नहीं की, क्योंकि यह उनके चरित्र के विपरीत है।
मीणा की हिरासत के बाद लोगों ने किया हंगामा
देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया था। हालांकि, अचानक हंगामे के बीच उनके फरार हो जाने से समरावता में रातभर हिंसा भड़क गई। इस दौरान लगभग 100 से अधिक गाड़ियों, बाइकों और जीपों को आग के हवाले कर दिया गया। इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। साथ ही स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके परिवार के कई युवाओं को गलत तरीके से हिरासत में लिया है, जिससे वे दहशत में हैं।
पुलिस पर खाने के पैकेट रोकने का लगा आरोप
नरेश मीणा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से लाया गया खाना पुलिस ने टोल पर रोक दिया था। इस कारण मीणा पुलिस अधिकारी से बात करने अकेले गए, जहां उन्हें पकड़ लिया गया। जब उनके समर्थकों को इस घटना की जानकारी मिली तो वे मीणा को छुड़ाकर ले गए।
सोशल मीडिया पर मीणा का जवाब
घायल होने की अफवाहों के बीच नरेश मीणा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि वे ठीक हैं और उन्होंने कभी डर नहीं महसूस किया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आगे की रणनीति जल्द ही घोषित की जाएगी। माना जा रहा है कि वे पुलिस को चकमा देकर भागने के बाद अब नई योजना बनाने में जुटे हैं।
सुरक्षा के मद्देनजर इंटरनेट बंद
प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए देर रात से इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। समरावता गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात है, ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके और आगे कोई अनहोनी न हो।
मुख्यमंत्री ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी यू आर साहू से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जलदाय विभाग मंत्री कन्हैयालाल मीणा से भी बात कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री कोटा में मौजूद हैं, लेकिन उन्होंने देवली की स्थिति पर पूरी नजर बनाए रखी है।
पुलिस मुख्यालय से स्थिति पर नजर
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल ने बताया कि पुलिस मुख्यालय पूरे मामले की निगरानी कर रहा है। जयपुर से एसटीएफ, आरएसी की तीन कंपनियों और अतिरिक्त बल को उनियारा के लिए रवाना किया गया है। उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं और आगजनी करने वालों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने अब तक 60 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। मुख्य आरोपी नरेश मीणा की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं और उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
बाबा डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की अपील
सूत्रों के अनुसार, सवाई माधोपुर से डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी समरावता पहुंचने वाले हैं। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक और टोंक जिला कलेक्टर से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया है। उन्होंने जनता से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील की है, ताकि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।