प्रशासन: राजस्थान में एक थप्पड़ कांड ने पूरे प्रदेश को सुलगा कर रख दिया है। दरअसल उपचुनाव में वोटिंग के दौरान नरेश मीणा के द्वारा SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने वाला मामला अब भी बवाल मचा रहा है। इसके लिए बीते गुरुवार को नरेश मीणा को गिरफ्तार करके जयपुर लाया गया है।
वहीं दूसरी तरफ SDM अमित कुमार चौधरी के द्वारा नरेश के खिलाफ एफआईआर (FIR) भी दर्ज करवाई गई है। पुलिस के द्वारा नरेश के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत करीब 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से लगभग 8 धाराएं नए बीएनएस (BNS) कानून तथा 2 पूर्व के आईपीसी (IPC) कानून के अंतर्गत जोड़ी गई हैं।
मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची RAS एसोसिएशन:
आपको बता दें कि SDM अमित कुमार चौधरी के ही समर्थन में एकजुट हुई आरएएस (RAS) एसोसिएशन के द्वारा पेन डाउन अभी भी जारी है। एसोसिएशन आज यानि 15 नवंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात करने के लिए सीएम हाउस पहुंचेगी।
दरअसल उन्होंने कहा है कि सीएम आवास पर वार्ता होने के पश्चात ही आगे का फैसला किया जाएगा। वहीं RAS एसोसिएशन की तरफ से सबसे बड़ी मांग नरेश मीणा की गिरफ्तारी को लेकर की गई थी, जिसे मुख्यमंत्री के आदेश पर पहले ही पूरा किया जा चुका है।
एम्प्लाइज सिक्योरिटी एक्ट बनाने की कर रहे हैं मांग:
आपको बता दें कि सभी प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं नहीं हों, इसके लिए वह सभी एम्प्लाइज सिक्योरिटी एक्ट बनाने की भी लगातार मांग कर रहे हैं।
वहीं RAS एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महावीर खराड़ी के द्वारा भी यह बताया गया है कि इस मामले में आज यानि 15 नवंबर की तारीख को सुबह 9 बजे ही सीएम आवास पर जाकर भजनलाल शर्मा से प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की जाएगी। जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
आइए जानते हैं कि आखिर क्या बोले हैं आईजी:
दरअसल अजमेर रेंज के आईजी (IG) ओमप्रकाश का यह कहना है कि नरेश मीणा के खिलाफ 2 दर्जन से भी अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें उसकी गिरफ्तारी भी फिलहाल पेंडिंग है।
वहीं मौजूदा प्रकरण को लेकर भी उनके खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने तथा हत्या का प्रयास करने के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस मामले में करीब 60 लोग और भी शामिल थे, उनके भी खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
आज होगी नरेश मीना की कोर्ट में पेशी:
बता दें कि थप्पड़ कांड के मुख्य आरोपी नरेश मीणा को पुलिस पेशी के लिए आज कोर्ट लेकर जाने वाली है। जहां पर नरेश मीणा के समर्थक कोई भी हंगामा नहीं करें इसके लिए भी पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम कर लिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आज का दिन पुलिस के लिए बहक चुनौती भरा रहेगा।
वहीं दूसरी तरफ समरावता तथा अलीगढ़ कस्बे में भी एसटीएफ (STF) जवानों की भारी तैनाती कर दी गई है। दरअसल कल गिरफ्तारी के पश्चात नरेश मीणा को पहले टोंक तथा फिर वहां से पीपलू थाने में ही रखा गया था ताकि उनके समर्थकों द्वारा किए जाने वाले किसी भी प्रकार के बवाल से फिलहाल बचा जा सके।
आइए जानते हैं नरेश मीना के बारे में:
दरअसल नरेश मीणा काफी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन पार्टी के द्वारा उनके दावे को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। वहीं साल 2023 के विधानसभा चुनाव में भी नरेश मीणा के द्वारा कांग्रेस पार्टी से बारां जिले की छबड़ा छीपाबड़ौद की सीट से टिकट मांगा गया था, लेकिन पार्टी के द्वारा यहां से किसी और को अपना उम्मीदवार बनाया गया था।
जिसके पश्चात नरेश मीणा बागी हो गए थे तथा निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए थे। हालांकि, वह चुनाव में करीब 44 हजार वोटों से हार भी गए थे। हालांकि इससे पहले कांग्रेस के द्वारा उन्हें अपना नामांकन वापस लेने के लिए भी काफी मनाया गया था, लेकिन वह नहीं माने थे। जिसके बाद पार्टी के द्वार नरेश को निष्कासित कर दिया गया था।
2024 लोकसभा चुनाव से पहले हुई नरेश मीणा की कांग्रेस में वापसी:
दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही नरेश मीणा की एक बार फिर से कांग्रेस में वापसी हुई। बता दें कि कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष उदयलाल आंजना तथा अन्य सदस्यों के द्वारा ही नरेश मीणा की वापसी का प्रस्ताव आलाकमान को भेजा गया था, जिसे आलाकमान के द्वारा स्वीकार कर लिया गया था।
वहीं पार्टी में वापसी करने के पश्चात नरेश मीणा के द्वारा दौसा सीट से टिकट के लिए अपना दावा ठोंक दिया गया। लेकिन, इस बार फिर से पार्टी के द्वारा उनको टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा के द्वारा निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया गया। हालांकि, इस बार नेताओं के मनाने पर वह मान गए थे तथा अपना नाम वापस ले लिया था।
उपचुनाव 2024 के लिए नरेश मीणा को फिर मिली पार्टी से नाराजगी:
वहीं इस बार फिर से राजस्थान उपचुनाव 2024 में नरेश मीणा के द्वारा देवली उनियारा से पार्टी से चुनाव का टिकट मांगा गया। लेकिन, पहले जैसा रवैया अपनाते हुए कांग्रेस पार्टी के द्वारा एक बार फिर से उनकी मांग को नजर अंदाज कर दिया गया।
इसके पश्चात मीणा के द्वारा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरा गया। वहीं बीते 13 नवंबर को मतदान के दिन ही किसी बार पर एसडीएम (SDM) अमित चौधरी तथा नरेश मीणा में कुछ कहासुनी हो गई, जिसके पश्चात ही नरेश के द्वारा अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया गया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी हुई और यह मामला लगातार तूल पकड़ता चला गया।