प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में UPPSC यानि लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने लगभग 20 हजार छात्र धरने पर बैठे हुए हैं। बता दें कि बीते सोमवार की सुबह 11 बजे से ही शुरू हुआ यह धरना प्रदर्शन 21 घंटे पश्चात भी लगातार जारी है।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य उतरे छात्रों के समर्थन में:
वहीं अब डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी के द्वारा सभी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुन जाए तथा शीघ्र ही इसका समाधान निकाला जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन करने में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में ही लगे।
मंगलवार की सुबह छात्रों ने RAF जवानों के साथ किया राष्ट्रगान किया:
वहीं आज यानि मंगलवार की सुबह छात्रों के द्वारा रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों के साथ में राष्ट्रगान किया गया। दरअसल धरने की अगुवाई कर रहे पंकज पांडेय के द्वारा यह बताया गया है कि आज हम सभी लोग एक साथ थाली बजाकर आयोग को पुनः जगाने का प्रयास करेंगे।
आधी रात को कमिश्नर, DM तथा आयोग के बीच हुई बैठक रही बेनतीजा:
वहीं बीते सोमवार की आधी रात को कमिश्नर, DM तथा आयोग के बीच हुई बैठक भी बेनतीजा रही। आयोग से बाहर आने के पश्चात DM के द्वारा सभी छात्रों से वापस जाने तथा परीक्षा की तैयारी करने की अपील की गई। लेकिन इस पर सभी छात्र नाराज हो गए तथा अपना धरना जारी रखने का फैसला लिया।
दरअसल आयोग के द्वारा रात करीब 10:18 बजे 7 पॉइंट में अपना बयान जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि आयोग तथा सरकार के द्वारा सभी छात्रों के भविष्य को देखते हुए ही 2 पालियों में परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है। लेकिन कुछ लोग छात्रों को बरगला रहे हैं। जिससे उन्हें लगता है कि आयोग उनके खिलाफ काम कर रहा है।
आखिर क्यों गुस्से में हैं सभी छात्र और क्यों कर रहे प्रदर्शन:
दरअसल अयोग के द्वारा पीसीएस की प्री कि परीक्षा 7 और 8 दिसंबर की तारीख को जबकि RO/ARO की परीक्षा 22 तथा 23 दिसंबर को रखी गई है। वहीं दोनों परीक्षाएं 2 दिन में आयोजित होगी। बता दें कि आयोग के द्वारा पहली बार नॉर्मलाइजेशन अर्थात नॉर्मलाइज्ड स्कोर की यह प्रक्रिया भी लागू की गई है।
जिसका सभी छात्र लगातार विरोध कर रहे हैं। दरअसल उनकी मांग है कि परीक्षा सिर्फ 1 ही दिन में कराई जाए तथा नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया को भी निरस्त किया जाए। क्योंकि इससे सभी छात्रों का नुकसान होने की पूरी संभावना है।
आइए जानते हैं कि आखिर क्या होता है नॉर्मलाइजेशन:
आपको बता दें कि जो भी परीक्षाएं केवल एक ही दिन में तथा एक ही शिफ्ट में खत्म हो रही हैं, उसमें तो नॉर्मलाइजेशन का कोई तरीका नहीं अपनाया जाता है। लेकिन दूसरी तरफ जो भी परीक्षाएं अलग-अलग डेट पर आयोजित होती है और जीने प्रश्न पत्र भी अलग-अलग होते हैं, उसमें ही यह प्रक्रिया अपनाई जाती है।
दरअसल अलग अलग पेपर बनने से हर पेपर के डिफिकल्टी लेवल में भी थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। इस कारण से ही सरल आए हुए पेपर के ही शिफ्ट के छात्रों को सिर्फ फायदा न हो, इसलिए नॉर्मलाइजेशन का यह प्रोसेस अपनाया जाता है। इसके लिए विभाग के द्वारा एक फॉर्मूले के आधार पर काम किया जाता है।
छात्रों के बीच में आज पहुंचेंगे अमिताभ ठाकुर:
दरअसल आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर आज यानि मंगलवार को प्रयागराज को आ रहे हैं। जहां और वह सभी छात्रों का समर्थन भी करेंगे।
अमिताभ ठाकुर के द्वारा यह कहा गया है कि प्रतियोगी छात्रों के साथ पुलिस तथा प्रशासन के द्वारा किया गया कार्य एवं उनका व्यवहार अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने सभी प्रतियोगी छात्रों की मांगों को पूरी तरह से वाजिब बताते हुए उन्हें तत्काल रूप से माने जाने की मांग भी की है।
आज थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में सभी छात्र:
वहीं आज धरने में शामिल होने हेतु आने वाले सभी लोगों से छात्र यह अपील कर रहे हैं कि वह सभी अपने साथ थाली, प्लेट तथा चम्मच भी जरूर लाएं क्योंकि आज का विरोध बर्तन बजाकर ही किया जाएगा।
बता दें कि आज भी बड़ी संख्या में लगातार छात्र वहां पहुंच रहे हैं। वहीं धरने की अगुवाई कर रहे पंकज पांडेय के द्वारा यह बताया गया है कि आज हम सभी लोग एक साथ थाली बजाकर एक बार फिर से आयोग को जगाने का प्रयास करेंगे। साथ ही मांग पूरी नहीं होने तक इसी तरह आयोग के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे।