प्रयागराज में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा: 30 साल पहले मरा व्यक्ति, बनवाया आधार और बेंच दी लाखों की संपत्ति?
प्रयागराज में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा

प्रयागराज: प्रयागराज मे एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेज बनाकर भूमि की रजिस्ट्री की गई है। इस घटना में लाखों रुपये की धोखाधड़ी का अंदेशा है। मामले का खुलासा होते ही एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

1994 मे हो गया था निधन?

इस संदर्भ में टैगोर टाउन के निवासी प्रणय कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस से शिकायत की है। शिकायत के अनुसार उनके नाना, स्वर्गीय गोविंद प्रसाद जो कि बादशाही मंडी के निवासी थे, का निधन वर्ष 1994 में हुआ था। गोविंद प्रसाद के नाम पर ग्राम कछार सराय भीखी में एक भूमिधर जमीन है, जो उनकी संपत्ति थी। प्रणय कुमार का कहना है कि उनके नाना के नाम पर यह जमीन अभी भी सुरक्षित थी, क्योंकि उनके परिवार ने कभी भी इसका कोई हस्तांतरण नहीं किया था।

फर्जी आधार कार्ड बनवाकर मृतक की जमीन बेची

हालांकि, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि दूधनाथ यादव, निवासी उमरपुर नीवा, ने 2 सितंबर को एक फर्जी आधार कार्ड का निर्माण करवाया। इस फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उसने यह जमीन अभिषेक प्रताप सिंह और प्रतिभा सिंह, जो कि ताला सरिस्ताबाद, प्रतापगढ़ के निवासी हैं, के नाम पर रजिस्ट्री कर दी। इस रजिस्ट्री में हरिकेश सिंह और अशोक कुमार पाण्डेय को गवाह के तौर पर प्रस्तुत किया गया।

मृतक की बाकी जमीन पर भी है नजर

शिकायतकर्ता ने यह भी दावा किया कि फर्जी आधार कार्ड के साथ-साथ गोविंद प्रसाद के नाम का पैन कार्ड भी जाली तरीके से बनवाया गया, ताकि उनकी बाकी जमीनों पर भी कब्जा किया जा सके। ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें संपत्ति को हड़पने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार किए गए। आरोपियों ने गोविंद प्रसाद के नाम पर बाकी की भूमि भी हड़पने की योजना बना रखी थी, लेकिन मामला पकड़ में आने के बाद उनकी इस योजना पर पानी फिर गया।

पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार, इस धोखाधड़ी की तह में जाने के लिए सभी फर्जी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

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