राजनीति: दरअसल बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश के मौजूदा हालात पर एक बार फिर बड़ा बयान देकर सियासी भूचाल ला दिया है। उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता और अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर देश को बर्बादी की ओर ले जाने का आरोप लगाया है। एक भावनात्मक और तीखे संबोधन में हसीना ने कहा, "सत्ता की भूख में यूनुस ने बांग्लादेश को तबाही की आग में झोंक दिया।"
'देश की आत्मा को जला दिया गया'
8 मिनट के इस वायरल हो चुके वीडियो संदेश में हसीना ने दावा किया कि यूनुस ने विदेशी ताकतों के साथ मिलकर बांग्लादेश को अस्थिर करने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि "मुक्ति संग्राम की यादें मिटा दी गईं, मुक्ति योद्धाओं का अपमान हुआ, और उनके परिसर को आग के हवाले कर दिया गया।" हसीना ने तीखा सवाल उठाया— "डॉ. यूनुस इन सबका समर्थन कैसे कर सकते हैं? क्या इतिहास मिटाकर सत्ता पाई जा सकती है?"
अबू सईद की मौत पर सवाल
हसीना ने छात्र नेता अबू सईद की संदिग्ध मौत पर भी गहरा संदेह जताया। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास केवल रबड़ की गोलियां थीं, जबकि अबू सईद के शरीर से 7.6 मिलीमीटर की गोली मिली। "यह गोली कहां से आई? और जब एक अधिकारी ने इसकी जांच शुरू की तो यूनुस ने उसे बर्खास्त कर दिया"।
'अगर आग से खेलोगे तो राख बन जाओगे'
हसीना ने यूनुस को चेतावनी देते हुए कहा, "अगर आप आग से खेलेंगे तो यह आपको भी जलाकर राख कर देगी।" उन्होंने फोरेंसिक जांच की मांग की और न्यायिक जांच समिति को निष्पक्ष रूप से काम करने देने की अपील की।
'मैं लौटकर आऊंगी '
बांग्लादेश में हिंसा और तख्तापलट के बाद भारत आईं हसीना ने देश लौटने की कसम खाई। उन्होंने कहा, "अल्लाह ने मुझे जिंदा रखा है ताकि मैं अपने देश को बचा सकूं। जब तक सांस है, मैं बांग्लादेश की धरती पर वापस जाऊंगी और अपने लोगों के लिए लड़ूंगी।"
उद्योग और देश की अर्थव्यवस्था बर्बादी की कगार पर
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को लेकर भी उन्होंने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि "हजारों फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं, अस्पताल-होटल बर्बाद हो चुके हैं। उद्योगों को सबसे बड़ा झटका लगा है और बेरोजगारी अपने चरम पर है।"शेख हसीना के इस भावुक और आक्रामक बयान ने बांग्लादेश की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। मोहम्मद यूनुस पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर इसकी प्रतिक्रिया कैसी आती है।