आतंकियों पर सुरक्षाबलों का कहर जारी, 7 आतंकियों के घर ब्लास्ट से उड़ाए!: हमले में पाकिस्तानी कनेक्शन के भारत ने इन देशों को सौंपे सबूत, क्या अब बचेगा पाकिस्तान?
आतंकियों पर सुरक्षाबलों का कहर जारी, 7 आतंकियों के घर ब्लास्ट से उड़ाए!

 श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के शांत पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद देशभर में उबाल है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की बर्बर हत्या कर दी गई थी। अब भारतीय सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है और अब तक 7 आतंकियों के घरों को विस्फोट से उड़ा दिया गया है। सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से आतंकियों के खिलाफ सबसे बड़ा 'क्लीन-अप ऑपरेशन' चला रहे हैं।

 पहला वार: पुलवामा में अहसन उल हक का घर तबाह 

गौरतलब है कि सेना ने सबसे पहले पुलवामा के मुर्रन क्षेत्र में आतंकी अहसन उल हक के घर को विस्फोट से उड़ा दिया। अहसन ने 2018 में पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ली थी और हाल ही में फिर घाटी में सक्रिय हुआ था। जांच एजेंसियों को शक है कि वही इस हमले का मास्टरमाइंड है।

 शोपियां में लश्कर कमांडर के घर पर बुलडोज़र चला 

शोपियां जिले के चोटीपोरा गांव में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकी कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे के घर को ध्वस्त कर दिया। शाहिद पिछले चार वर्षों से सक्रिय था और दर्जनों राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल था।

 कुलगाम और अनंतनाग में भी चला सेना का हथौड़ा 

कुलगाम के क्विमोह इलाके में लश्कर आतंकी जाकिर गनी के घर को भी जमींदोज किया गया। जाकिर 2023 में आतंकी संगठन से जुड़ा था और हमले से जुड़े इनपुट उस तक पहुंचते थे।

अनंतनाग जिले के बिजबेहरा और त्राल के गोरी गांव में भी आतंकियों के दो घरों को ध्वस्त किया गया। एक घर को बम से उड़ाया गया, तो दूसरे को बुलडोजर से गिराया गया। इन दोनों घरों से हथियार और संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी मिले।

 आतंकी के घर मिला विस्फोटक, पूरे घर को उड़ाया 

आपको बता दे कि सर्च ऑपरेशन के दौरान दक्षिण कश्मीर के एक गांव में सुरक्षाबलों ने संदिग्ध आतंकी आदिल के घर को घेर लिया। जब अंदर घुसे, तो विस्फोटक सामग्री देख तुरंत पीछे हटे। कुछ ही पलों में एक तेज धमाके ने पूरे घर को उड़ा दिया।

 पहलगाम नरसंहार: धर्म पूछकर मारी गई गोलियां, 26 मौतें, 14 घायल 

विदित है कि मंगलवार को पहलगाम की प्रसिद्ध बायसरन घाटी में आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर हमला किया। पहले पर्यटकों से धर्म पूछा, पहचान पत्र देखे, और फिर हिंदू होने पर उन्हें गोलियों से भून दिया। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक थे। बाकी सभी पर्यटक थे।

 अत्याचार की हदें पार: पैंट उतारकर चेक की गई धार्मिक पहचान

रिपोर्ट के अनुसार, 26 में से 20 पीड़ितों की पतलूनें नीचे खींची हुई थीं, उनकी ज़िप खुली थी और कपड़े अस्त-व्यस्त थे। जांच अधिकारियों का मानना है कि यह आतंकियों की धार्मिक पहचान सत्यापित करने की घिनौनी रणनीति थी।

 हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली, अमरनाथ यात्रा पर था निशाना? 

आपको बता दे कि पाक समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह The Resistance Front (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। माना जा रहा है कि यह हमला 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की बड़ी साजिश का हिस्सा था।

 भारत का पलटवार: कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान की घेराबंदी शुरू 

भारत सरकार ने हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक युद्ध छेड़ दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने 13 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बात की है, जबकि विदेश मंत्रालय ने 30 से अधिक देशों के राजदूतों को बुलाकर इस हमले के सबूत और फुटेज साझा किए हैं।

 देशभर में हाई अलर्ट, गुजरात में 500 बांग्लादेशी हिरासत में

गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियां देशभर में अलर्ट मोड में हैं। गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में अवैध रूप से रह रहे 500 से अधिक बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया है। एनआईए, रॉ और IB लगातार राज्यों के साथ तालमेल बना रही हैं।सेना और सरकार का स्पष्ट संदेश है ये तो अब शुरुआत है अब न तो दया होगी, न चेतावनी!
जिसने खून बहाया है, उसके पूरे साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया जाएगा।

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