पूरे देश में पड़ रही प्रचंड गर्मी और बढ़ते बिजली उपभोग ने आग लगने की घटनाओं में वृद्धि कर दी है। इन दोनों कारणों के साथ साथ फायर सेफ्टी मानकों का पालन न करना ऐसी घटनाओं से होने वाले जानमाल के नुकसान को और बढ़ा देता है।
बीते दिन नोएडा के लोट्स बुलवर्ड सोसाइटी में एक फ्लैट के एसी में आग लगने की घटना सभी के सामने हैं।
नही हो रहा फायर सेफ्टी के मानकों का पालन
फायर सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार नोएडा की 370 सोसाइटियों में से 121 सोसाइटी के फायर सेफ्टी सिस्टम में खामियां पाई गई है। सीएफओ प्रदीप चौबे ने अग्निशमन विभाग के द्वारा किए गए फायर ऑडिट के अनुसार ये जानकारियां प्रदान की है।
क्या होता है फायर ऑडिट?
फायर ऑडिट अग्निशमन विभाग द्वारा दुर्घटना से बचने के लिए चलाया गया एक अभियान है। इसके तहत भवनों में फायर सेफ्टी मानकों के पालन होने को सुनिश्चित किया जाता है। विभाग द्वारा भवनों के फायर सिस्टम, हौज पाइपलाइन,स्प्रिंकलर और अलार्म आदि की जांच की जाती है।
सोसाइटियों द्वारा की जाने वाली लापरवाही
➡️ नोएडा जनपद में बिजली की मांग के अनुरूप सप्लाई मौजूद है परंतु ज्यादातर सोसाइटियों ने अपने लोड में वृद्धि नही की है। परिणामस्वरूप लोकल फॉल्ट होने से सप्लाई बाधित होती है और ओवर लोड से आग लगने की घटना सामने आती है। प्रशासन ने ऐसी 15 सोसाइटियों को नोटिस जारी किया है जहां कभी भी आग लग सकती है।
➡️ प्रायः सभी सोसाइटियों में इमरजेंसी एक्जिट होता है किंतु इन सीढ़ियों पर समान रखा होने से यह मार्ग बाधित होता है।
➡️ सीढ़ियों के पास हौज पाइपलाइन होती है। आग लगने पर दमकल हौज पाइपलाइन से दमकल को कनेक्ट करती है परंतु ज्यादातर सोसाइटियों में ये हौज पाइपलाइन रखरखाव के अभाव में खराब पड़ी है।
प्रशासन ने जारी किया अल्टीमेटम
सीएफओ प्रदीप चौबे के अनुसार प्रशासन ने इन सोसाइटियों को 30 दिन का अल्टीमेटम दिया है। 30 दिन के भीतर इन्हे अपने फायर सेफ्टी सिस्टम को सुधारना होगा अन्यथा इन सोसाइटियों की बिजली काट दी जाएगी।
आग से बचने के लिए बरते ये सावधानी
➡️ लगातार इलेक्ट्रिक उपकरणों को न चलाएं एवं समय पर उनकी सर्विस करवाए।
➡️ एसी को कम से कम 24 डिग्री या उससे अधिक तापमान पर चलाएं।
➡️ उपयोग न होने की स्थिति में इलेक्ट्रिक उपकरणों के मेन स्विच बंद कर दे।
➡️ तारों के जोड़ सही तरीके से जुड़े होने चाहिए।