नोएडा ब्रेकिंग...: इंडिया बुल्स फाइनेंस के नाम पर लोन दिलाने वाला फर्जी कॉल सेंटर का यूपी एसटीएफ की टीम ने किया भंडाफोड़
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नोएडा में एसटीएफ की टीम को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इंडिया बुल्स कंज्यूमर फाइनेंस के नाम पर ऑनलाइन लोन दिलाने वाले फर्जी कॉल सेंटर का एसटीएफ ने खुलासा किया है। बता दें सेक्टर-63 से एसटीएफ ने बीते दिनों महिला सरगना समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं इनमें छह महिलाएं हैं। आरोपी ऑनलाइन तरीके से संपर्क कर ऑनलाइन पेमेंट कराकर ठगी करते थे। आरोपियों के पास से 35 मोबाइल,17 एटीएम कार्ड,3 लेपटॉप,2 डेस्कटॉप,13 सिमकार्ड,4 आधार कार्ड, और अन्य दस्तावेज,कार और एक लाख से भी अधिक लोगों का डाटा  बरामद हुआ है। 

यूपी एसटीएफ ने फर्जी कॉल सेंटर का किया भंडाफोड़ 

गौरतलब है कि यूपी एसटीएफ की टीम ने एक सूचना पर बीते बृहस्पतिवार को सेक्टर-63 के सी-चार बिल्डिंग में दबिश देकर फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा है । वहीं टीम ने मौके से फर्जी कॉल सेंटर की सरगना छाया सिंह,  प्रिया शुक्ला,  आंचल चौधरी,  सुलेखा, अंकित,  सोनू उर्फ बिजेंद्र प्रताप सिंह, अर्चना प्रजापति और शिवानी को गिरफ्तार किया। इन सभी ठगों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम इनसे पूछताछ कर रही है।
हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक छाया पहले बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी एक कंपनी में काम करती थी। वहीं उसकी मुलाकात गिरफ्तार अन्य आरोपियों से हुई। इसके बाद सभी ने ऑनलाइन लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करने की साजिश रची। इसके बाद आरोपियों ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर लोन कंपनियों के बारे में जानकारी इकट्ठा किया । बता दें कि अगस्त 2023 में उल्लास कुमार गोस्वामी के नाम पर फर्जी आईडी बनाकर सेक्टर-63 में ऑफिस खोल लिया और ठगी करने लगे।

रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में  लेते थे 4500 

बता दें कि छाया सिंह पर आरोप है कि उसका संपर्क रजत नामक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से है। रजत जस्ट डायल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म से लोगों की डिटेल लेकर छाया को भेजता था। इसके बाद प्री एक्टिवेटेड सिम से लोगों को फोन कर खुद को इंडिया बुल्स कंपनी का मैनेजर बताकर फोन कर लोन होने की बात कहता था। इसके लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में 4500 रुपये लेते थे। पैसे लेकर कूटरचित अप्रूवल लेटर व्हाट्सएप पर देते थे। इसके बाद अलग-अलग शुल्क के नाम पर कुछ अमाउंट ले लेते थे। पैसे लेने के बाद उनसे संपर्क तोड़ लेते थे।

एसटीएफ की टीम कर रही है पूछताछ

हालांकि ये जालसाज लोगों को लोन के लिए फोन करते थे और रजिस्ट्रेशन शुल्क लेकर फंसा लेते थे। इसके बाद और भी रकम ठगने और विश्वास बनाने के लिए जीएसटी की बात करते थे। फोन पर 18 फीसदी जीएसटी की बात कहकर उनसे रकम यूपीआई से मंगा लेते थे, फिर इंश्योरेंस के नाम पर भी रकम ले लेते थे। इस तरह से लोगों से ठगी करने का काम करते थे। वहीं गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
 

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