स्टार्टअप्स को प्राइम लोकेशन पर काम करने का मिल रहा मौका: NMRC ने बनाई नई योजना, “फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व” की तर्ज पर होगा काम?
स्टार्टअप्स को प्राइम लोकेशन पर काम करने का मिल रहा मौका

नोएडा: नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) ने स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से "फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व" के आधार पर एक नई योजना शुरू की है। यह योजना न केवल उद्यमियों को अवसर प्रदान करेगी बल्कि मेट्रो स्टेशन के माध्यम से रेवेन्यू जनरेशन में भी मदद करेगी। एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक महेंद्र प्रसाद ने जानकारी दी कि इस योजना के तहत 21 मेट्रो स्टेशनों पर वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए स्पेस उपलब्ध कराया जाएगा।

क्या है योजना?

इस योजना में स्टार्टअप्स को मेट्रो स्टेशनों पर छोटे-बड़े कियोस्क, एटीएम और वेंडिंग मशीन लगाने की सुविधा दी जाएगी। स्टार्टअप्स को पहले तीन वर्षों के लिए लाइसेंस दिया जाएगा जिसे बाद में दो साल तक बढ़ाया जा सकता है।

स्पेस को दो स्लैब में बांटा गया है:

1. 1 से 5 वर्ग मीटर


2. 5 से 10 वर्ग मीटर


किराए की दर स्लैब और स्टेशन के बैंड के आधार पर अलग-अलग है। इस योजना के तहत 82 वेंडिंग मशीन लगाने के लिए स्थान उपलब्ध कराया गया है। आवेदन शुल्क के रूप में 6000 रुपए + जीएसटी लिया जाएगा।

किराया और बैंड वाइज डिटेल्स

एनएमआरसी ने मेट्रो स्टेशनों को तीन बैंड में विभाजित किया है:

1. बैंड-1:

इसमें सेक्टर-51, सेक्टर-76, नॉलेज पार्क सेकंड, और परिचौक स्टेशन शामिल हैं।

1 से 5 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹2500/वर्ग मीटर

5 से 10 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹4000/वर्ग मीटर


2. बैंड-2:

इसमें सेक्टर-50, 101, 83, 137, 142, 148, अल्फा-1, और डेल्टा-1 स्टेशन शामिल हैं।

1 से 5 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹1500/वर्ग मीटर

5 से 10 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹2500/वर्ग मीटर


3. बैंड-3:”

इसमें सेक्टर-81, एनएसईजेड, सेक्टर-143, 145, 146, 147, जीएनआईडीए ऑफिस, और डिपो स्टेशन शामिल हैं।

1 से 5 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹1200/वर्ग मीटर

5 से 10 मीटर स्पेस के लिए किराया: ₹2000/वर्ग मीटर

स्टार्टअप्स को प्राइम लोकेशन पर अपना व्यवसाय शुरू करने का मिलेगा मौका

स्टार्टअप्स को मौका मिलेगा कि वे मेट्रो स्टेशन जैसी प्राइम लोकेशन पर अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। साथ ही इस योजना के तहत 4.50 करोड़ रुपए का मासिक राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है। यह योजना पहले की टेंडर प्रक्रिया की जगह लाई गई है। अब एक व्यक्ति को केवल एक स्पेस आवंटित किया जाएगा।


आवेदन की प्रकिया

आवेदकों को अपने आवेदन फार्म जमा करने होंगे जिसकी विस्तृत जांच की जाएगी। इसके अतिरिक्त नोएडा के 21 मेट्रो स्टेशनों पर को-ब्रांडिंग के जरिए अतिरिक्त रेवेन्यू जनरेट किया जाएगा। वर्तमान में भी कई स्टेशन इस मॉडल पर काम कर रहे हैं।

यह नई पहल स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा अवसर है जिससे वे कम खर्च में अच्छे लोकेशन पर अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। एनएमआरसी का यह कदम स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ राजस्व वृद्धि में भी मददगार साबित होगा।

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