अब गुरुग्राम की तर्ज पर नोएडा में भी लोग नाइट लाइफ का आनंद ले सकेंगे। बता दें कि यहां 24 घंटे सातों दिन अच्छा खाना और जाम छलकाने का मौका मिलेगा। इसके लिए शहर के वाणिज्यिक सेक्टर के किसी खास क्षेत्र का चयन किया जाएगा जिसमें रेस्तरां, बार, पब आदि सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था का भी पूरा इंतजाम किया जाएगा। इस बाबत प्राधिकरण ने सम्बन्धित योजना को और अच्छे से तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही नोएडा प्राधिकरण की एक टीम गुरुग्राम के डीएलएफ में यू ब्लॉक का भी अध्ययन करेगी।
गौरतलब है कि इस दौरान जमीनों के आवंटन, बार और रेस्तरां को मिले लाइसेंस एवं आवंटन के दौरान दिए गए फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) का पता लगाया जाएगा। इसके बाद शहर के किसी वाणिज्यिक सेक्टर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना शुरू की जाएगी। अभी पब, बार आदि के लिए लोग दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद से गुरुग्राम के यू ब्लॉक और सेक्टर-26 के साइबर हब जाते हैं।
बता दें कि अगर पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है तो प्राधिकरण दूसरे वाणिज्यिक सेक्टरों में भी ऐसी योजना लाएगा। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से जमीन चिह्नित करने के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल, नोएडा के सेक्टर-18 और गार्डन गलेरिया में एक तय समय के बाद पब, बार, रेस्तरां बंद हो जाते हैं।
नोएडा में वाणिज्यिक प्लॉटों की बिक्री कुछ वर्षों से नहीं हो पा रही है। बीते वर्ष निकाली गई स्कीम में इक्का-दुक्का ही प्लॉट बिके थे। यहां के प्लॉट एक लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 5 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर तक हैं। नोएडा में वाणिज्यिक संपत्तियों का बाजार भाव कम है। ऐसे में प्राधिकरण की यह योजना अगर कारगर साबित हुईं तो राजस्व स्तर पर भी काफी लाभ मिलेगा। वहीं प्राधिकरण के मुताबिक अलग-अलग वाणिज्यिक सेक्टरों के पूरे क्षेत्र को नाइट लाइफ के लिए तैयार किया जाएगा। यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों को अपना सेटअप लगाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। नियम के तहत जमीन का आवंटन होगा। कंपनियों को 24 घंटे सर्विस के लिए लाइसेंस दिलाए जाएंगे।