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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए तैयार की जा रही लगभग 750 मीटर लंबी सड़क का निर्माण इस माह पूरा हो जाएगा। वहीं पर इंटरचेंज के निर्माण में भी काफी तेजी आई है। बता दें की हवाई जहाजों की उड़ान शुरू होने से पहले ही इंटरचेंज का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तेयार रखा गया है, ताकि एयरपोर्ट पर पहुंचने में यात्रियों को किसी तरह की कोई भी समस्या और दिक्कत न हो। इससे वे बिना कहीं इधर-उधर भटके सीधे एयरपोर्ट पर पहुंच जाएंगे। वही पर इसके साथ ही एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल को जोड़ने के लिए भी बनने वाली सड़क का निर्माण को और तेज कर दिया है।
जीरो प्वाइंट से लेकर 32 किमी पर इंटरचेंज और साथ ही लगभग 750 मीटर लंबी सड़क का हो रहा है निर्माण
दरअसल, नोएडा एयरपोर्ट की बेहतर से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर जीरो प्वाइंट से लेकर 32 किमी पर इंटरचेंज और उसके साथ ही लगभग 750 मीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है और इसकी जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के पास है। आपको बता दें की सड़क का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है। आने वाले सितंबर माह में एयरपोर्ट से हवाई जहाजों की उड़ान प्रस्तावित कर दी है और इसको देखते हुए कनेक्टिविटी का काम भी और तेज कर दिया गया है। वहीं पर निर्माण एजेंसी को उड़ान से पहले इंटरचेंज का काम हर सूरत ए हाल में पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। साथ ही साथ एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए कई दूसरे विकल्पों पर भी लगातारकाम चल रहा है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर 32 किमी पर बन रहा है इंटरचेंज
यमुना एक्सप्रेसवे पर 32 किमी पर इंटरचेंज के बन जाने की वजह से अब दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व आगरा की तरफ से आने वाले सभी यात्री बिना किसी रुकावट के सीधे एयरपोर्ट पर पहुंच जाएंगे। वहीं पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से लेकर नोएडा एयरपोर्ट तक बन रही सड़क इंटरचेंज के जरिए से यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगी। और ये सड़क एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
सर्विस रोड का काम भी बहुत जल्द हो जाएगा पूरा
यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट से जेवर एयरपोर्ट तक बनने वाली सर्विस रोड का निर्माण भी बहुत तेज़ी में है। किसानों के कोर्ट में चले जाने व कई जगह अवैध तरह के निर्माण की वजह से इस सर्विस रोड का निर्माण जल्दी पूरा नहीं हो पाया है। लेकिन अब किसानों की समस्या का निस्तारण कर और सभी अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया और अधूरी सड़क के पूरा होने का रास्ता साफ हो गया है। बता दें की सर्विस रोड का निर्माण पूरा होने की वजह से एयरपोर्ट पहुंचना और भी ज्यादा आसान हो जाएगा।
एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल के लिए बनने वाली सड़क से हुए कुल 219 परिवार प्रभावित
आपको बता दें की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल तक माल ले जाने वाले वाहनों से ढुलाई के लिए उत्तर पूर्वी दिशा में एक सड़क बननी है और इस यमुना एक्सप्रेसवे से लेकर कार्गो टर्मिनल तक बनने वाली सड़क की टोटल लंबाई 10 किमी होगी। इसके लिए चार गांवों जिनके नाम रोही, पारोही, रन्हेरा और दस्तमपुर है इन गांवों की कुल 7.4880 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रहित किया जा रहा है। इसका सामाजिक समाघात निर्धारण (सोशल इंपेक्ट एसेसमेंट) अध्ययन करा दिया गया है। नामित एजेंसी गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के द्वारा एसआईए की रिपोर्ट को तैयार करके प्रस्तुत की जा चुकी है। और इस परियोजना से चार गांवों के कुल 219 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित लोगों के बात को सुनने के लिए एक लोक सुनवाई का आयोजन किया जाएगा। इसकी तिथि भी निर्धारित कर दी गई है।
एडीएम एलए बच्चू सिंह के द्वारा बताया गया कि एसआईए रिपोर्ट पर जनसुनवाई की तिथि को निर्धारित कर दिया गया है। रोही व पारोही की सुनवाई दिनांक 18 अप्रैल को होगी और रन्हेरा गांव की सुनवाई दिनांक 19 अप्रैल को होगी और दस्तमपुर की सुनवाई 19 अप्रैल को होगी। और इसके अलावा 30 मीटर चौड़ी सड़क की जगह पर यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 45 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण होगा। बता दें की यह सड़क प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टरों को कनेक्टिविटी के साथ साथ कार्गो टर्मिनल से भी जुड़ेगी।
जानिए किस गांव की कितनी जमीन की जा रही है अधिग्रहित
रोही गांव - 1. 6566 हेक्टेयर
पारोही गांव - 0. 6758 हेक्टेयर
रन्हेरा गांव- 3. 6804 हेक्टेयर
दस्तमपुर गांव-1. 4772 हेक्टेयर