उत्तर प्रदेश के शो विंडो के रूप में पहचाने जाने वाले गौतमबुद्ध नगर में पिछले 4 वर्ष से 8 हजार से अधिक आयकर दाताओं के द्वारा प्रतिमाह करीब 64.72 लाख रुपये का राजस्व का चूना प्रदेश की सरकार को लगाया जा रहा है।
दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए अपात्र होने के बावजूद उनके द्वारा हर महीने निशुल्क राशन का लाभ लिया जा रहा है। बता दें कि इसका खुलासा खाद्य तथा रसद आयुक्त की तरफ से जारी की गई सूची से हुआ है। आयकर दाताओं के द्वारा पिछले 4 वर्ष से गरीबों का हक मारा जा रहा है, जिसकी जानकारी अब जकात विभाग को हो पाई है।
गरीबों के अधिकार पर डाल रहे हैं ये डाका:
आपको बता दें कि पूरे जिले में कुल 2 लाख 9 हजार Ration card धारक हैं। लेकिन सरकार की तरफ से जिला पूर्ति अधिकारी को इस सूची के आने के बाद से न सिर्फ विभाग में बल्कि कार्ड धारकों में भी काफी हलचल मच गई है।
दरअसल अपात्र होने के बावजूद आयकर दाताओं के द्वारा गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है और यह पिछले 4 वर्ष में करोडों रुपये के सरकारी राशन डकार गए हैं। ऐसा बताया गया है कि जनपद में कई राज्यों तथा प्रदेश के लोग इस पोर्टेबिलिटी योजना से लाभ ले रहे हैं।
आयकरदाताओं का राशन कार्ड हो सकता है निरस्त:
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट से यह पता चला था कि प्रदेश में सर्वाधिक गौतमबुद्ध नगर में ही कार्ड धारक पोर्टेबिलिटी योजना के अंतर्गत निशुल्क राशन ले रहे हैं। विभाग ने बताया है कि हमारे द्वारा अब आयकरदाता कार्ड धारकों के राशन कार्ड निरस्त कर दिये जाएंगे। इसके साथ ही उनसे इसकी रिकवरी भी की जा सकती है।
ऑनलाइन होता है इसका आवेदन:
आपको बता दें कि नया राशन कार्ड को बनवाने के लिए खाद्य तथा रसद विभाग की वेबसाइट पर जाकर इसके लिए आवेदन करना होता है। आवेदन करने के पश्चात एक हार्ड कॉपी को विभाग में भी जमा करना होता है। जिसके बाद विभाग की तरफ से सत्यापन होने के ही बाद राशन कार्ड बनता है।
हाल ही में आए कोरोना कॉल से समय आवेदन करने वाले अधिकांश राशनकार्ड धारकों का राशन कार्ड बन गया है। अब विभाग की तरफ से हर सदस्य का आधार सत्यापन किया जा रहा है।
विभाग के द्वारा आधार से मिलान होने के बाद आयकरदाता तथा अन्य किसी भी योजनाओं का लाभ लेने के साथ साथ ही निशुल्क राशन लेने वालों की भी पहचान हुई है। आपको बता दें कि राशन कार्ड से 2 किलो गेहूं तथा 3 किलो चावल मिलते हैं।
इन सभी लोगों को मिलता है राशन:
सरकार की तरफ से गरीब परिवार के सभी लोगों के लिए इस योजना का संचालन किया जाता है। जिसके तहत नगरीय क्षेत्र में रहने वाले ऐसे सभी परिवार जिनकी वार्षिक आय 3 लाख तथा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों की वार्षिक आय 2 लाख रुपये है, वह इस योजना के पात्र होते हैं।
देश तथा प्रदेश के इन क्षेत्रों के लोगों को मिलता है राशन:
गौतमबुद्ध नगर जिले में रोजगार की तलाश में बहुत से लोग आते रहते हैं। साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों के लोग अपने परिवार सहित यह आकर नौकरी करते हैं। जिले में बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों के कई लोगों को भी योजना का लाभ मिल रहा है।
जिले में हैं कुल 367 कोटेदार:
आपको बता दें कि राशन वितरण हेतु जिला प्रशासन की तरफ से कोटे की दुकानों का जीले में आवंटन किया जाता है। जिले में वर्तमान में कोटे की करीब 367 दुकान मौजूद हैं। इसमें दादरी में कुल 124, शहर में कुल 89, जेवर में कुल 86 तथा नोएडा में राशन की कुल 68 दुकाने हैं।
जिला पूर्ति अधिकारी ओम हरी उपाध्याय ने बताया है कि विभाग की तरफ से PM गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ उठा रहे करीब 8 हजार से अधिक आयकर दाता की एक सूची जारी की गई है।
जिसमे सभी राशनकार्ड धारकों का कार्ड तत्काल रूप से निरस्त किया जाएगा। वहीं अब तक कितने रुपयों के राजस्व का इस वजह से नुकसान हुआ है, इसकी भी सूची एक तैयार की जा रही है।