नोएडा में मसाज के नाम पर ठगी!: 'स्पेशल सर्विस' कहकर खींचते थे युवती के साथ फोटो और फिर शुरू होता असली खेल…अब तक 75 लोग बने शिकार?
नोएडा में मसाज के नाम पर ठगी!

नोएडा: पुलिस ने रविवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया जो बॉडी मसाज और ‘स्पेशल सर्विस’ के बहाने ग्राहकों से जबरन वसूली करता था। यह गैंग पहले लड़कियों की तस्वीरें भेजकर मसाज की बुकिंग कराता था फिर मौके पर अलग युवती को भेजता था। ग्राहक और लड़की की फोटो खींच ली जाती थी जिन्हें सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर उनसे मोटी रकम ऐंठी जाती थी। पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक युवती अब भी फरार है।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से फंसाते थे शिकार

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शिवम शर्मा और रोहित कुमार (दोनों आगरा निवासी) और राजन उर्फ राजू (हरियाणा निवासी) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार इन्होंने नोएडा के सेक्टर-70 में ‘रॉयल मसाज थेरेपी’ के नाम से जस्ट डायल पर एक फर्जी प्रोफाइल बना रखी थी। जैसे ही कोई व्यक्ति इस सेवा के लिए कॉल करता गैंग सक्रिय हो जाता। शिवम और रोहित कॉलिंग का काम संभालते थे। ग्राहक को मसाज और अतिरिक्त पैसे में ‘स्पेशल सर्विस’ का लालच दिया जाता था।

फोन कॉल से शुरू होता था फरेब

गैंग का तरीका बेहद शातिर था। “हैलो, हैलो... सर, आपको मसाज करानी है? अगर आप एक्स्ट्रा चार्ज देंगे तो स्पेशल सर्विस भी मिलेगी...” इस तरह के कॉल से ये लोग अपने शिकार को जाल में फंसाते थे। एक बार ग्राहक मान जाता फिर उसके साथ फोटो खींचने और ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता।

ग्राहकों को दिए थे 3 विकल्प 

ग्राहकों को होटल, प्राइवेट जगह या घर पर मसाज का विकल्प दिया जाता था लेकिन घर पर लड़की भेजने से ये आरोपी बचते थे। इसके पीछे मकसद यह था कि ऐसी जगह चुनी जाए जहां ग्राहक असहज हो और फोटो खींचना आसान हो। टैक्सी चालक राजन उर्फ राजू लड़की को बताए गए स्थान पर छोड़ने का काम करता था।

लड़की की जगह भेजते थे कोई और, विरोध करने पर शुरू होता था खेल

ग्राहक को जो लड़की बुकिंग के समय दिखाई जाती थी असल में मौके पर कोई और युवती भेजी जाती थी। अगर ग्राहक इस पर आपत्ति जताता या मसाज लेने से इनकार करता, तो मौके की फोटो खींचकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी जाती। यही नहीं कभी-कभी फोटो लड़की के साथ कुछ अश्लील मुद्रा में ली जाती थी ताकि ग्राहक शर्मिंदगी के डर से कुछ कह न सके।

एक साल में 75 लोगों को बनाया निशाना

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह गैंग बीते एक साल से सक्रिय था और अब तक करीब 75 लोगों से वसूली कर चुका है। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि वे दिन में एक या दो ग्राहकों को ही टारगेट करते थे ताकि ज्यादा शोर न मचे। हर ग्राहक से 15 से 20 हजार रुपये की मांग की जाती थी। उन्हें लगता था कि इतनी रकम के लिए कोई पुलिस के पास नहीं जाएगा।

आरोपियों के पास मिले 5 मोबाइल

गिरफ्तार आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं जिनमें से कई में लाखों रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शन मिले हैं। कुछ फोन में हाल ही में हुए 20,000 और 5,000 रुपये के ऑनलाइन लेनदेन के रिकॉर्ड भी मिले हैं। ये मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि पता चल सके कि इनका इस्तेमाल किन-किन मामलों में हुआ है।

कमाई का बंटवारा भी था तय

गिरोह की कमाई का बंटवारा भी तय था। लड़की को 30% हिस्सा दिया जाता था जबकि बाकी रकम तीनों आरोपियों के बीच बराबर बंटती थी। शिवम और रोहित इस गिरोह की शुरुआत से जुड़े थे और इन्होंने ही राजन को जोड़ा था। अब पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस तरह की वारदातें नोएडा के अलावा और किन शहरों में की गई हैं।

अन्य खबरे