उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थित सेंट्रल नोएडा परिक्षेत्र में सूरजपुर थाना क्षेत्र में आए दिन हो रही चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण न होने के चलते चौकी इंचार्ज सहित 4 पुलिसकर्मियों को तत्काल रूप से निलंबित कर दिया गया गया है। इसके अतिरिक्त पुलिस और चोरों के बीच सांठ गांठ होने की बात भी सामने आई है। इसलिए इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से विभागीय जांच शूरू करने के भी आदेश दे दिए गए हैं।
जिले में चल रहा है चेकिंग अभियान:
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर जिले में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के आदेश पर पूरे जनपद में लगातार चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके साथ ही हो रही आपराधिक घटनाओं पर भी लगाम लगाने के लिए उनके द्वारा सख्त कार्यवाहियां की जा रही है।
एक तरफ जहां पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के द्वारा जिले में संगठित अपराध के ऊपर लगाम लगाते हुए बड़ी कार्रवाई की है तथा गिरोह के सरगना एवं उसके साथियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल भेजा जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मी अपने क्षेत्र में लगातार बढ़ती जा रही चोरियां एवं बढ़ते अपराध पर कोई खास प्रभावशाली नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। इसी के चलते भी बीते दिनों में तकरीबन 11 थाना प्रभारियों को भी बदल दिया गया है।
इसी कड़ी में सूरजपुर थाना क्षेत्र के कस्बा चौकी में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थीं तथा चौकी प्रभारी इन घटनाओं पर लगाम लगाने में नाकाम सिद्ध हुए जिसके चलते चौकी प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
चारों पुलिसकर्मी चोरों को देते थे संरक्षण?
दरअसल चोरों को संरक्षण देने वाले आरोप के अंतर्गत ही DCP सेंट्रल के द्वारा यह बड़ा एक्शन लिया गया है। चौकी प्रभारी आलोक सिंह तथा हेड कांस्टेबल अश्वनी एवं सीमांत तथा सिपाही अरविंद के खिलाफ तो विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आंतरिक जांच में इन चारों पुलिसकर्मियों की गतिविधियां भी संदिग्ध पाई गई हैं। दरअसल पुलिसकर्मियों ने होने वाली चोरी की वारदात में शामिल किसी बदमाशों को गिरफ्तार ही नहीं किया। चारों पुलिस वाले पहले से ही उन सभी आरोपियों को जानते थे। इसलिए उन्होंने जानबूझकर आरोपियों के ऊपर कार्रवाई नहीं की।
आरोपी पुलिसकर्मियों के द्वारा उन चोरों को संरक्षण दिया गया था। वहीं दूसरी ओर पुलिस के द्वारा उनके साथ लगातार फोन पर बातचीत भी होती रही थी। मामला संज्ञान में आते ही आला अधिकारियों के निर्देश देने के बाद इन सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए यह ऐक्शन लिया गया।
चोरी के आरोप में सिर्फ दो को किया था गिरफ्तार
दरअसल सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र की एक कंपनी में कुछ दिन पहले लाखों रुपये की चोरी हुई थी। जिसके बाद चोरी के आरोप में कस्बा चौकी के पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। लेकिन चोरी में शामिल अन्य कई आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया था।
इस मामले की शिकायत जब उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो आला अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में यह पता चला कि पुलिसकर्मी लगातार उन आरोपियों से फोन पर बात कर रहे थे। जिसकी पुष्टि कॉल डीटेल में हुई है जिसके बाद ही DCP सेंट्रल ने तत्काल रूप से एक्शन लेते हुए इन सभी को निलंबित कर दिया है।
हालांकि सभी अधिकारी इस मसले पर अभी खुलकर बोलने से बच रहे हैं। सूचना के अनुसार इन चारों पुलिसकर्मियों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए गिरफ्तार किए आरोपियों से फिर से भी पूछताछ की जाएगी। जिसके बाद पता चला है कि पूरे मामले की सच्चाई क्या है?
सेक्टर-51 के चौकी प्रभारी भी हुए निलंबित
दरअसल अपने चौकी क्षेत्र में निर्देशों के बावजूद नियमित चेकिंग नहीं करने तथा कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोपों के बाद सेक्टर-51 के चौकी प्रभारी दीपक उदानिया को भी तत्काल रूप से निलंबित कर दिया गया है।
आपको बता दें कि सेक्टर-51 चौकी कोतवाली सेक्टर-49 के क्षेत्र के अंतर्गत आता है। कई दिनों से दीपक उदानिया के खिलाफ लगातार ऐसी लापरवाही की शिकायतें मिल रही थी। दरअसल इस चौकी क्षेत्र की कई शिकायतें तो सोशल मीडिया पर भी की गई थी। जिसकी पुष्टि नोएडा के DCP विद्यासागर मिश्र ने की है।
पहले भी लग चुके हैं वर्दी पर कई दाग?
दरअसल मार्च 2023 में 1 लाख रुपए की रिश्वतकांड में आरक्षी को तत्काल रूप से बर्खास्त कर दिया गया था, जबकि दरोगा के भी निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए थे।
वहीं नवंबर 2023 में वाहनों के बड़ी राशि के चालान काटने से बचाने के नाम पर एक जूस वाले के ई वॉलेट में लिए गए रिश्वत के 500 रुपए पर 2 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही TSI सतेंद्र कुमार एवं कांस्टेबल परवेज के खिलाफ प्रभावी रूप से विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए थे।
इसी प्रकार सितंबर 2022 में नोएडा के थाना सेक्टर 58 में स्थित पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों का रिश्वत लेने वाला वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद चौकी इंचार्ज सहित 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। साथ ही एक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। दरअसल वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी एक युवक से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए नजर आ रहे थे।
ऐसे ही सितंबर 2021 में भी ग्रेटर नोएडा के OYO होटल में पकड़े गए एक प्रेमी युगल को छोड़ने की एवज में उनसे 70 हजार रुपए वसूल किए गए थे। मामला सामने आने पर कुल 3 पुलिस कर्मियों को तत्काल रूप से सस्पेंड कर दिया गया था।