एक महिला ने खतरनाक कदम उठा लिया। उसने पहले अपने अपनी दो बेटियों को चौथी मंजिल की छत से धक्का देकर खुद भी छत से छलांग लगा दी। इस दौरान 32 वर्षीय महिला की तीसरी बेटी स्कूल में पढ़ने गयी हुई थी। बताया जाता है कि महिला ने जब ये खतरनाक कदम उठाया तो उस समय वहां कोई नहीं था। घटनाक्रम की सूचना पास के पड़ोसी ने स्थानीय पुलिस को दी।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने अपनी दो बेटियों को चौथी मंजिल से धक्का दे दिया, उसके बाद खुद छत से कूद गई। घटना में महिला और उसकी एक बेटी की मौत हो गई है। वहीं दूसरी बेटी की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। 32 वर्षीय सरिता का पति मनोज एक अस्पताल की कैंटीन में काम करता है। घटना बुधवार की दोपहर करीब 1 बजे के आसपास की बताई जा रही है।
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस प्रवक्ता ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक महिला की पहचान 32 साल की सरीता और 4 साल की कृतिका के तौर पर हुई है। दूसरी 6 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल है। यह घटना सेक्टर 49 के बरौला गांव की है, मृतका के पति मनोज ने बताया कि दोपहर में करीब 1 बजे उसे पड़ोसियों ने सूचना दी कि उसकी दो बेटियां और पत्नी चौथी मंजिल से कूद गई हैं।
स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने तीनों को नजदीक के प्रयाग अस्पताल में पहुंचाया महिला और उसकी दो बेटियों को तत्काल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर डॉक्टर ने महिला और उसकी चार साल की बेटी कृतिका को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीन वर्षीय दिव्या और उसकी मां सरिता की मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सरिता ने जब दोनों बेटियों को फेंका तो नीचे से लोगों ने आवाज लगाकर उसे रुकने के लिए कहा, लेकिन उसने छलांग लगा दी। घटना के बाद घर में मातम पसरा है और पति मनोज का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि सरिता को बेटे की चाहत थी। घर में किसी तरह का आपसी मनमुटाव नहीं था। न ही दपंती का किसी से कोई विवाद था। पांच महीने पहले हुई थी चौथी बेटी।
लोगों ने बताया कि सरिता ने पांच महीने पहले चौथी बेटी को जन्म दिया था। शादी के करीब एक दशक होने के बाद भी बेटा पैदा न होने से उसका तनाव बढ़ रहा था। चौथी बेटी को सरिता ने बहन को गोद दे दिया था। सरिता का स्वभाव काफी मिलनसार था, लेकिन चौथी बेटी के बाद से व्यवहार में बदलाव आ गया था। वहीं, अस्पताल में दिव्या का इलाज चल रहा है। महिला ने बताया कि जैसे ही दिव्या उसकी पीठ पर गिरी तो वह घबरा गई। आसपास के लोग उसे अस्पताल लेकर गए। महिला को भी पीठ और कमर में मामूली चोट आई है।
जब सात साल की बड़ी बेटी स्कूल से प्रयाग अस्पताल पहुंची तो मां को मृत देखकर बिलखने लगी। अस्पताल में मौजूद लोगों ने किसी तरह उसे संभाला। इस दौरान खून से सनी टीशर्ट पहने मनोज भी एक कोने में रो रहे थे।
इसके पीछे का कारण क्या है, पुलिस पता लगा रही है। मनोज पिछले 6 सालों से गांव बरौला में किराए के मकान में रहता है। बताया जा रहा है कि सरिता चार बेटियां होने और बेटा न होने के चलते पिछले कुछ समय से तनाव में थी। इस मामले पर एडिशनल डीसीपी मनीष मिश्रा ने बताया कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।