नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलनरत किसानों की गिरफ्तारी के पश्चात लोगों में काफी गुस्सा भरा हुआ है। वहीं इसके विरोध में आज यानि बुधवार को सुबह ग्रेटर नोएडा के यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो पॉइंट पर एक विशाल महापंचायत की जाएगी। इसके लिए आज सुबह से ही जीरों पाइंट पर तैयारियां भी शुरू हो गई है।
राकेश टिकैत भी महापंचायत में होंगे शामिल:
बता दें कि यहां पर टैंट लगाने तथा मंच बनाने का काम भी किसानों के द्वारा शुरू कर दिया गया है। वहीं इस महापंचायत में भाकियू के नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले बीते मंगलवार को धरने पर बैठे करीब 123 लोगों को पुलिस के द्वारा जबरन उठा कर लुक्सर जेल भेजा गया है। जिसके पश्चात ही आज उत्तर प्रदेश के कई राज्यों से किसान भारी संख्या में नोएडा को पहुंच रहे हैं।
आखिर क्या कारण है इस महापंचायत का:
आपको बता दें कि अपनी मांगों को लेकर किसानों का यह आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व मे चलाया जा रहा था। वहीं बीते सोमवार को दिल्ली कूच के दौरान ही अधिकारियों से वार्ता करके के पश्चात सभी किसान नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर ही धरने पर बैठ गए थे। जिसके पश्चात मंगलवार को पुलिस के द्वारा धरना समाप्त करके किसानों को हिरासत में ले लिया गया था।
नोएडा में 2 जगहों पर दो जायेगा धरना:
वहीं आज बुधवार को कुछ किसान संगठन तो महामाया फ्लाईओवर के पास में धरने पर बैठेंगे। जबकि कुछ किसान संगठनो के द्वारा ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट (zero point) पर एकत्र होकर धरने पर बैठा जायेगा। आपको बता दें कि इसमें भाकियू नेता राकेश टिकैट भी शामिल होंगे। वहीं इन दोनों ही जगह पर धरना करीब 11 बजे से शुरू हो जाएगा। इस दौरान सुबह 10 से लेकर दोपहर करीब 12 बजे के बीच ही यह बड़ा आयोजन होगा।
क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगे:
दरअसल नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के किसानों की कुछ प्रमुख मांगे हैं,
1)साल 1997 से लेकर अब तक सभी किसानों को 10 प्रतिशत विकसित लैंड दी जाए।
2) साल 1997 से लेकर साल 2002 के मध्य जमीन अधिग्रहण में कुल 64.7 प्रतिशत का अतिरिक्त मुआवजा सभी किसानों को दिया जाए।
3)इसके अतिरिक्त नए किसान कानूनों को लागू किया जाए। जिसके अंतर्गत सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा तथा 20 प्रतिशत लैंड दी जाए।
4)वहीं हाईपावर कमेटी के द्वारा जो भी किसानों के पक्ष में निर्णय लिए गए हैं, उसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
ऐसा बताया गया कि साल 1997 से अब तक नोएडा प्राधिकरण के द्वारा जमीन अधिग्रहण के एवज में लगभग 16500 किसानों को 5 प्रतिशत का विकसित भूखंड देने का दावा किया जा रहा है, जबकि करीब 6070 किसानों के 5 प्रतिशत के विकसित भूखंड आज भी मिलना बाकी है।
योगी सरकार के द्वारा देर रात किया गया बड़ा ऐलान:
आपको बता दें कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए शासन के द्वारा 5 सदस्यीय टीम का गठन भी कर दिया गया है। वहीं यह टीम राजस्व परिषद की रिपोर्ट के अनुसार ही किसानों को लाभ पहुंचाने का काम करेगी। साथ ही शासन स्तर पर भी देर रात को औद्योगिक अनुभाग के सचिव अभिषेक प्रकाश के द्वारा टीम गठन का आदेश जारी किया गया है।
100 से भी अधिक किसानों को लिया गया हिरासत में:
दरअसल बीते मंगलवार को किसानों की हुई गिरफ्तारियों को लेकर नोएडा पुलिस के द्वारा यह बताया गया है कि भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा तथा भारतीय किसान यूनियन (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना समेत किसान नेता रुपेश वर्मा, सुनील प्रधान, सुनील फौजी, उदल यादव तथा अमन भाटी सहित कई किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि 3 दिसंबर को जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही दलित प्रेरणा स्थल से तकरीबन 100 से अधिक व्यक्तियों को पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया था। वहीं सभी महिलाओं को तो उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था।
जबकि वृद्ध लोग तथा जिन्हें कोई भी बीमारी थी, ऐसे सभी व्यक्तियों को तत्काल ही छोड़ दिया गया था। बता दें कि सभी महिलाएं अपने घर भी पहुंच गई हैं। उन्हें गाड़ियां भेज कर पुलिस ने सुरक्षित घर पहुंचाने का इंतजाम भी किया था।