किसान फिलहाल अपनी मांगों को लेकर अभी भी दिल्ली के नज़दीक शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान नेताओं का यह कहना है कि किसान इस बार अपनी मांग को पूरी करवाए बिना बिल्कुल भी पीछे नहीं हटने वाले हैं। किसानों द्वारा इन्हीं मांगों को लेकर 26 फरवरी को यानी आज सोमवार के दिन किसान फिर से ट्रैक्टर मार्च निकालने वाले हैं। भारतीय किसान यूनियन एवं संयुक्त किसान मोर्चा की अध्यक्षता में किसान यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते होते हुए किसान दिल्ली की तरफ ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसानों का यह भी कहना है कि उनके द्वारा निकाले गए इस ट्रैक्टर मार्च से किसी को भी कोई परेशानी नहीं होगी। किसानों का कहना है की हम शांतिपूर्वक तथा बिना किसी प्रकार ट्रैफिक को प्रभावित किए ही इस मार्च को निकालने वाले हैं।
दरअसल ट्रैक्टर मार्च को लेकर बीते शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के बीच एक बैठक भी की गई। जिसमें मार्च की टाइमिंग तथा रूट का फैसला किया गया। पश्चिम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने भी यह बताया कि 26 फरवरी को 10 बजे सुबह से ही किसान दनकौर सलारपुर अंडरपास के पास ट्रैक्टर- ट्रॉली लेकर इकट्ठा होंगे। जिसके बाद वहां से यमुना एक्सप्रेस वे से होते हुए दिल्ली की तरफ सभी कूच करेंगे। आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन ने यह भी दावा किया है कि ये ट्रैक्टर मार्च शांतिपूर्वक तरीके से ही निकाला जाएगा।
किसान आज ट्रैक्टर मार्च के साथ ही WTO क्विट डे को भी मनाने वाले हैं। दरअसल 26 से लेकर 29 फरवरी तक विश्व व्यापार संगठन यानी WTO का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन संभावित है। किसानों द्वारा इसका खूब विरोध किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष का कहना है कि खेती को WTO से बाहर रखा जाना चाहिए। इसलिए आज सभी किसान WTO क्विट डे को मनाने वाले हैं। बता दें कि किसान आज दोपहर से ही शंभू तथा खनौरी दोनों बॉर्डरों पर WTO के करीब 20 फीट से ऊंचे पुतलों को दहन करके अपना विरोध प्रदर्शन जताएंगे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जानकारी देते हुए कहा कि इस यह ट्रैक्टर मार्च किसान द्वारा अपनी मांगों को लेकर 26 फरवरी यानी आज ईस्टर्न पेरिफेरल तथा मेरठ एक्सप्रेसवे पर प्रदर्शन किया जायेगा। हालांकि भाकियू का यह भी कहना है कि हमारे ट्रैक्टर मार्च से कोई भी अर्थात किसी प्रकार का यातायात प्रभावित नहीं होगा। हम एक्सप्रेस वे पर थोड़ी ही दूर तक अपना मार्च करेंगे। भाकियू नेता ओमपाल सिंह ने बताया कि किसान एक्सप्रेस वे पर सिर्फ एक ही लेन पर अपना विरोध जताएंगे। बाकी सभी लेन पर रोजाना की तरह यातायात भी चलता रहेगा।
किसानों द्वारा ट्रैक्टर मार्च के ऐलान के पश्चात ही पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। दिल्ली तथा नोएडा के हर एंट्री एवं एग्जिट पर भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया है। जिससे किसी भी तरह की कोई अनहोनी न हो पाए। इसके साथ ही होने वाले ट्रैक्टर मार्च की वजह से कुछ रूट को भी पुलिस द्वारा डायवर्ट किया जा सकता है। इसके बारे में नोएडा के ट्रैफिक डीसीपी अनिल यादव का कहना है कि जनता को किसी भी तरह की असुविधा ना उठानी पड़े, इसलिए कुछ रूट को समय के अनुसार डायवर्ट भी किया जा सकता है। जिसकी जानकारी प्रशासन की तरफ से भी जारी की गई है।
किसानों द्वारा ट्रैक्टर मार्च को लेकर तैयार नोएडा ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी एडवाइजरी तथा डायवर्जन प्लान जारी कर दिया गया है। जिससे जनता को कोई परेशानी न हो। गौतमबुद्धनगर से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक लगने वाले सभी मार्गों और यमुना एक्सप्रेसवे तथा लुहारली टोल प्लाजा आदि पर भिनयातायात दबाव बढ़ने की स्थिति के कारण आवश्यकतानुसार यातायात का डायवर्जन भी किए जाने का फैसला ले लिया गया है। यातायात पुलिस ने एडवाइजरी में लोगों को मेट्रो का अधिक से अधिक उपयोग करने को कहा है। यमुना एक्सप्रेसवे से लेकर नोएडा- ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से होकर दिल्ली जाने वाले तथा सिरसा से परीचौक होते हुए सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर भी सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों के आगमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
किसानों के दिल्ली कूच को फिलहाल अभी 10 दिन से अधिक का समय हो गया है तथा किसान अपनी मांगों के साथ अभी भी हरियाणा-पंजाब की सीमाओं पर हिम्मत करके डटे हुए हैं। ऐसे में बीती 22 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें यह फैसला लिया गया कि आने वाले 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक महापंचायत बुलाई जाएगी। जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी तथा किसान कर्ज माफी, बिजली का निजीकरण एवं लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के एजेंडे पर भी चर्चा होगी।