नोएडा शहर में पानी की खपत को संतुलित करने के लिए वाटर मीटर लगाने की योजना जो ठंडे बस्ते में चली गई थी को पुनः रफ़्तार मोड़ में क्रियान्वित करने की पूरी तैयारी की जा रही हैं।
आपको बता दें की यह परियोजना अगले माह से ही परवान चढ़ना भी शुरू हो जायेगी। शहर में इस परियोजना के अंतर्गत करीब 82 हजार वाटर मीटर लगाये जायेंगे। मीटर लगाने की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू की जायेगी।
दरअसल वर्तमान समय में यहां पर 5 हजार वाटर मीटर लगे भी लेकिन बाद में इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिसके चलते इसके आगे लगने वाले वाटर मीटर का काम पूरा नहीं हो पाया था। अब प्राधिकरण एक बार फिर से इस परियोजना की शुरुआत करने जा रहा है।
जल्द ही तय होंगी पानी की दरें भी
दरअसल शहर में बचे हुए वाटर मीटर लगने के साथ ही यह के ग्रुप हाउसिंग तथा सेक्टरों की सोसाइटियों एवं वाणिज्यिक संस्थाओं तथा औद्योगिक परिसरों के लिए पानी की दरें भी तय की जायेंगी।
आपको बता दें कि प्राधिकरण की तरफ से इसके लिए कुछ स्थानों का अध्ययन भी कराया गया है। लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई बात बन नहीं पाई है। दरें तय करन में देरी की इस बड़ी वजह के कारण अब लोगों से कम से कम राजस्व लेने की भी योजना है।
ऐसे में यह मानक रहा है कि प्राधिकरण सोच समझकर कर ही पानी की दरें तय करेगा। ताकि किसी को भी कोई आपत्ति न हो। इसके साथ ही दरें तय करने के बाद प्राधिकरण की तरफ से इसके बारे में सभी से आपत्ति भी मांगी जाएगी। जिसका निपटान प्राधिकरण द्वारा त्वरित मोड़ पर किया जायेगा।
न्यूनतम रहेगा पानी का बिल
प्राधिकरण के अनुसार वर्तमान समय में व्यक्ति के भूखंड के साइज के हिसाब से ही पानी का बिल लिया जाता है अर्थात पानी के बिल की शुरुआत न्यूनतम से की जायेगी जिससे किसी पर भी अनुचित बिल का बोझ न पड़े।
हालांकि बड़े साइज के औद्योगिक तथा वाणिज्यिक प्लॉटों के लिए पानी की दरें अधिक रखी जाएंगी। इसके अतिरिक्त नोएडा में सेक्टरों तथा सोसाइटियों में रहने वाले सभी परिवारों का एक योजना के तहत सर्वे भी कराया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस सर्वे के बाद लगने वाले अनुमान के आधार पर ही सोसाइटी में पानी का बिल तय किया जाएगा। प्राधिकरण के अनुसार 4 लोगों के एक परिवार को कम से कम पानी का बिल देना पड़े ऐसी कोशिश रहेगी वही प्राधिकरण तेज़ी से इस योजना पर लगातार काम कर रहा है।
बोर्ड की बैठक में लिए जाएगा फैसला:
प्राधिकरण के अनुसार वर्तमान समय में जैसे ही पानी की दरों पर फैसला होता है उसके तुरंत बाद होने वाली बोर्ड बैठक में इस योजना पर रणनीतिक फैसला लिया जायेगा। बैठक के माध्यम से यह भी तय किया जाएगा कि उक्त दरें सभी के लिए ठीक हैं अथवा नहीं। बोर्ड के सभी सदस्यों की इस पर मंजूरी लेकर अनुमोदित कराया जायेगा तत्पश्चात इसे लागू कर दिया जायेगा।
आपको बता दें कि वर्तमान समय तक लगे हुए 5000 वाटर मीटरों से भी बैठक के बाद लिए गए निर्णय के अनुसार ही उक्त दरों के आधार पर बिल की वसूली की जायेगी। प्राधिकरण ने बताया है कि जैसे-जैसे वाटर मीटर लगते जाएंगे, वैसे-वैसे पानी का बिल भी सभी को भेजा जाएगा। बैठक में अनुमोदन के बाद से इस पूरी प्रक्रिया में काफी तेजी आने की भी संभावना है।