नोएडा में री-डेवलप किया जाएगा डी-पार्क: बोटिंग के साथ तितलियां देखने का भी उठाएंगे लुत्फ़, 25 करोड़ की आएगी लागत, जानें क्या है मास्टर प्लान?
नोएडा में री-डेवलप किया जाएगा डी-पार्क

उत्तर प्रदेश के नोएडा में अब लोग बोटिंग का लुत्फ उठाने के साथ ही तितलियों की प्रजातियों को भी देख सकेंगे। दरअसल यह प्लान नोएडा के सेक्टर-62 में डी पार्क के लिए तैयार किया गया है। बता दें कि पहले इसमें बनी वाटर बॉडी को पूरी तरह से ठीक किया जाएगा। 

इसके बाद यहां पर पैडल बोट लाई जाएंगी। जिसे लोग स्वयं चला सकेंगे। फिलहाल बोटिंग के लिए प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज लिया जाएगा। बता दें कि पहले फेज में सिर्फ 2 बोट ही लाई जाएंगी। वहीं प्रोजेक्ट के सफल होने पर इनकी संख्या को और बढ़ाया जा सकता है।

बोटिंग के लिए तैयार की जा रही है वाटर बॉडी:

नोएडा के डी पार्क में बनने वाले बोटिंग जोन के लिए एक हिस्से में वाटर बांडी भींबनाई गई है। साथ हीइसके ऊपर एक पुल भी बनाया गया है। जिसके चारों ओर काफी हरियाली भी है। आपको बता दें कि इस वाटर बॉडी की बात करें तो इसमें एक साथ 2 या उससे अधिक बोट चलाई जा सकती है। 

ड्रेन सिस्टम को किया जाएगा डेवलप:

वहीं पानी की निकासी तथा पानी को साफ रखने के लिए भी यहां पर ड्रेन सिस्टम को अच्छे से डेवलप किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पार्क के दूसरे कोने पर एक म्यूजिक फाउंटेन भी बनाया जाएगा। 

ताकि यहां पर बैठक लोग इसका भी आनंद ले सकेंगे। हालांकि यहां पर फाउंटेन काफी पुराना है। इसलिए हायर होने वाली कंपनी के द्वारा इसे दोबारा बनाया जाएगा।

तितलियों की कई प्रजातियों पर वैज्ञानिक कर रहे हैं रिसर्च:

दरअसल नोएडा में इस डी पार्क का निर्माण साल 2012 में कुल 18 एकड़ में किया गया था। उस समय में पार्क के निर्माण में लगभग 7 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। बता दें कि इस पार्क के बीचों बीच में एक बटर फ्लाई डोम का निर्माण भी किया गया था। लेकिन उसका काम अधूरा ही छोड़ दिया गया था। 

वहीं पूरे एक दशक बीत जाने के बाद अब प्राधिकरण के द्वारा इस अधूरे काम को पूरा करने की शुरुआत की जाने वाली है। आपको बता दें कि यहां पर करीब 30 प्रजातियों की तीलियां को भी लाया जाएगा। इनमें किन प्रजातियों को शामिल किया जाए, फिलहाल इसका अध्ययन हैदराबाद के वैज्ञानिकों के द्वारा किया जा रहा है।

6 महीने में लगभग 25 करोड़ रुपए होंगे खर्च:

आपको बता दें कि लगाए गए अनुमान के हिसाब से इस पार्क को पूरी तरह से दोबारा डेवलप करने के लिए लगभग 25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं इसका काम अगले 6 महीने में ही पूरा कर लिया जाएगा। 

टेंडर जारी करके लो कास्ट कंपनी का होगा चुनाव:

अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए जल्द ही टेंडर भी जारी किया जाएगा। जिसमे किसी लो कास्ट कंपनी को चुना जाएगा। फिलहाल कंसल्टेंट के माध्यम से पार्क का रि- डिजाइन भी तैयार कर लिया गया है। जिसे CEO के सामने प्रस्तुत कर दिया गया है। अब इस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।

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