उत्तर प्रदेश के नोएडा सिटी में 57 बिल्डर परियोजनाओ पर करीब 28 हजार करोड़ रुपयों का बकाया था। जिसके लिए बकाया वापस लाने तथा बायर्स की रजिस्ट्री के लिए यूपी कैबिनेट के द्वारा अमिताभ कांत समिति की सिफारशो को लागू किया गया।
जिसके बाद 22 बिल्डर के द्वारा सिफारिश के तहत कुल बकाया राशि का 25 प्रतिशत अर्थात 302.32 करोड़ जमा करा दिया गया। वहीं इससे लगभग 1148 बायर्स की रजिस्ट्री हो गई थी। वहीं 14 ऐसे है, जिन्होंने इसकी सहमति तो दी थी लेकिन अभी तक पैसा नहीं दिया।
8 बिल्डरों के खिलाफ प्राधिकरण लेगा एक्शन:
वहीं 15 बिल्डरों ऐसे हैं जिन्होंने कुछ पैसा जमा किया था, जबकि 8 बिल्डरों के द्वारा न तो इस पर कोई सहमति दी गई और न ही वह सभी सामने आ रहे हैं। इन्ही 8 बिल्डरों के खिलाफ अब प्राधिकरण एक्शन लेने जा रहा है।
प्राधिकरण के द्वारा इन सभी बिल्डरों को नोटिस भी जारी किया जा चुका है। प्राधिकरण की तरफ से नियुक्त की गई सलाहकार कंपनी ही इन बिल्डर की अनसोल्ड इनवेंट्री तथा संपत्ति को खंगाल रही है। जिनको जल्द ही सीज किया जाएगा। जिसके बाद नीलाम करके इनसे बकाया वसूला जाएगा।
इन 8 बिल्डरों पर बकाया है कुल 1171 करोड़ रुपए:
आपको बता दें कि इन सभी 8 बिल्डरों पर कुल 1171.94 करोड़ रुपए बकाया हैं। वहीं इन सभी बिल्डरों को पहले फेज में अपनी बकाया राशि का महज 25 प्रतिशत अर्थात 251.40 करोड़ रुपए ही जमा करना है।
यह पैसा जमा होने के बाद 533 बायर्स की रजिस्ट्री हो सकेगी। वहीं अगर यह सभी बिल्डर पूरा बकाया राशि यानि 1171.94 करोड़ जमा करते है तो इससे करीब 2123 बायर्स की रजिस्ट्री पूरी हो सकेगी।
9 हजार से भी अधिक बनी यूनिट:
आकडों को देखें तो इन सभी 8 बिल्डरों को 10 हजार 328 यूनिट सेक्शन है। जिसमें से करीब 9348 यूनिट बन चुकी है। वहीं 4850 यूनिट का OC जारी किया जा चुका है। वहीं इसमें से कुल 3839 की रजिस्ट्री भी हो चुकी है।
आपको बता दें कि फिलहाल बाकी काम अधूरा है और इन सभी बिल्डरों की साइट पर प्राधिकरण के द्वारा पहले ही बोर्ड लगाया जा चुका है। ऐसे में यह अनुमान है कि अब इन सभी पर प्राधिकरण के द्वारा कार्रवाई हो सकती है।
इन बिल्डरों पर होगा एक्शन:
1)TGB इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड
2)MPG रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड
3)AGC रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड
4)मनीषा कीबी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड
5)IVR प्राइम
6)RG रेजिडेंसी
7)गार्डेनिया इंडिया लिमिटेड
8)फ्यूटेक शेल्टर प्राइवेट लिमिटेड