नोएडा: नोएडा के क्लाउड नाइन हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान बरती गई गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसमें अस्पताल के प्रबंधन, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले में एक महिला के पेट में 23 सेंटीमीटर लंबी पाइप छोड़ दी गई थी, जो महीनों तक उसे असहनीय दर्द देती रही। सेक्टर-49 थाने में अस्पताल प्रबंधक इला गुप्ता, दो डॉक्टरों और एक नर्स सहित अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने कहा है कि जल्द ही नामजद आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ड्रेन बैग का पाइप नहीं निकाला गया
दिल्ली के पटपड़गंज की रहने वाली किरन नेगी, ने अपनी शिकायत में कहा कि 2 फरवरी 2023 को क्लाउड नाइन अस्पताल में गर्भाशय फाइब्राइड को हटाने के लिए उनकी सर्जरी हुई थी। इस सर्जरी को डॉक्टर इला गुप्ता, डॉक्टर विप्लब मुकोपाध्याय, और उनकी टीम ने किया था। ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में एक ड्रेन बैग लगाया गया, जिसे चार दिन बाद हटाया जाना था। अगले ही दिन ड्यूटी स्टाफ ने बैग खाली करने की कोशिश की, जिससे बैग अनजाने में बाहर आ गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इस गंभीर मामले को नजरअंदाज कर दिया, जिससे यह समस्या और बढ़ गई।
घर पहुंचते ही होने लगी दर्द
सर्जरी के चार दिन बाद किरन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घर लौटने के बाद महिला को लगातार पेट में दर्द महसूस होने लगा। एक हफ्ते बाद जब वह डॉक्टर इला गुप्ता की ओपीडी में पहुंचीं और अपनी समस्या बताई, तो डॉक्टर इला ने डॉक्टर विप्लब और डॉक्टर स्वाति राजपुरे से परामर्श कर महिला को यह आश्वासन दिया कि यह मांसपेशियों का दर्द है। डॉक्टरों ने उसे छह से सात महीने तक इंतजार करने की सलाह दी, लेकिन दर्द धीरे-धीरे असहनीय होता गया।
दर्द बढ़ने पर दूसरी जगह कराई जांच
सात महीने तक महिला दर्द से परेशान रही और कोई राहत नहीं मिली। अंततः उसने एक अन्य अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराई। नए डॉक्टर ने महिला का अल्ट्रासाउंड किया, जिसमें पता चला कि पेट के अंदर अब भी एक 23 सेंटीमीटर लंबी पाइप मौजूद थी। डॉक्टर ने तुरंत दूसरी सर्जरी कराने की सलाह दी ताकि महिला को दर्द से राहत मिल सके। इसके बाद महिला का सीटी स्कैन भी कराया गया, जिससे समस्या की पूरी तरह पुष्टि हो गई।
दूसरी सर्जरी से मिली राहत
किरन नेगी ने 9 अक्टूबर 2023 को एक निजी अस्पताल में दूसरी सर्जरी कराई, जिसमें उनके पेट से 23 सेंटीमीटर लंबी पाइप निकाली गई। इस सर्जरी के बाद महिला को काफी राहत मिली और उसका दर्द कम हो गया। इस घटना के खुलासे के बाद, महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अस्पताल की प्रबंधक इला गुप्ता, डॉक्टर विप्लब, डॉक्टर स्वाति राजपुरे, और ड्यूटी पर मौजूद नर्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने कहा कि महिला की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।