कांवड़ियों के लिए चलेंगी अतिरिक्त 80 बसें: हरिद्वार और ऋषिकेश के लिए हर 15 मिनट पर मिलेगी सुविधा, जानें कैसे होगा संचालन और क्या रहेंगी पाबंदियां?
कांवड़ियों के लिए चलेंगी अतिरिक्त 80 बसें

नोएडा: रोडवेज विभाग के अधिकारियों के द्वारा कांवड़ यात्रा को लेकर सारी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बता दें कि इस बार कांवड़ यात्रा के लिए नोएडा क्षेत्र से करीब 80 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। 

वहीं साथ में भोले बाबा के सभी भक्तों को हरिद्वार तथा ऋषिकेश के लिए प्रत्येक 12 से 15 मिनट पर रोडवेज बसें मिलती रहेंगी।

20 बसों को रिजर्व रखा जाएगा:

रोडवेज विभाग ने बताया कि यात्रियों की संख्या को देखते हुए ही अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा। आने वाली 15 जुलाई की तारीख से शुरुआत में 60 बसों को चलाया जाएगा। 

जबकि करीब 20 बसों को रिजर्व में रखा जाएगा। रोडवेज विभाग की नोएडा डिपो से सुबह करीब 6 बजे से लेकर रात को 10 बजे तक बस चलाने की योजना बनाई गई है।

हजारों श्रदालु नोएडा से हरिद्वार को जाते हैं जल लेने:

आपको बता दें कि इस बार 22 जुलाई की तारीख से सावन का आगाज हो रहा है। इस दौरान सावन में भोले बाबा की नगरी हरिद्वार से भी जल लाकर शिवालयों में चढ़ने की पुरानी परंपरा है। दिल्ली NCR से लेकर नोएडा तक कई हजारों श्रदालु हरिद्वार को जल लेने जाते हैं।

ये श्रद्धालु नोएडा से भी हरिद्वार तथा ऋषिकेश के लिए बस पकड़ते हैं। रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने यह अनुमान लगाया है कि 15 जुलाई की तारीख से ही इस बात श्रद्धालु कांवड के लिए निकलने शुरू हो जाएंगे।

शुरुआत में चलेंगी सिर्फ 60 बसें:

ARM एनपी सिंह ने बताया है कि शुरुआत में सिर्फ 60 बसों को ही चलाया जाएगा। वहीं यात्रियों की संख्या बढ़ने के बाद सभी अतिरिक्त 80 बसों का संचालन भी तत्काल रूप से शुरू कर दिया जाएगा। 

अतिरिक्त बसों के चलने से श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं नहीं होगी। वहीं रोडवेज बस डिपो पर भी श्रावण मास के दौरान साफ सफाई के लिए विशेष इंतजाम रहेगा। इसके साथ ही बसों का संचालन भी बसों को साफ कराकर किया जाएगा।

चालकों का किया जाएगा ब्रीथ एनलाइजर टेस्ट:

रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हम इस बार शराब पीकर बस चलाने वाले सभी चालकों एवं परिचालको को लेकर भी पहले से अधिक सख्ती दिखा रहे हैं। वहीं अधिकारीयों के द्वारा चेकिंग अभियान चलाकर चालक एवं परिचालक का ब्रीथ एनलाइजर टेस्ट भी कराया जायेगा।

इस अभियान से शराब पीने वाले चालक तथा परिचालक का पता लगाया जा सकेगा। इसके साथ ही हम यह भी ध्यान रखेंगे कि श्रावण महीने में किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं मिले। साथ ही लापरवाही से बस चलाने से कोई भी हादसा नहीं हो।

वहीं इस बात का भी ध्यान रखा जायेगा कि श्रावण महीने में सभी बसें अपने पूर्व निर्धारित रूट से ही संचालित हो। रोडवेज की बसों के संचालन से सड़कों पर किसी तरह का जाम भी न लगे, इसके लिए भी अतिरिक्त ध्यान दिया जाएगा।

इन सभी चीजों पर रहेगी पाबंदी:

•12 फीट से अधिक बड़ी कांवड़ को किसी रोडवेज बस में ले जाने की अनुमति बिल्कुल भी नहीं रहेगी।
•कांवड़िए अपने साथ किसी भी प्रकार के भाले अथवा त्रिशूल जैसे कोई नुकीली चीज लेकर भी नहीं चल सकेंगे।
•रोडवेज के अधिकारी बस के चालक तथा परिचालकों के मनमाने व्यवहार को लेकर भी काफी सख्त रहेंगे।
•किसी भी रूट से बसों का संचालन नहीं किया जायेगा। यानि पूर्व निर्धारित रूट पर ही बसें जायेंगी।

रूट बदलने से यात्रियों की जेब होंगी ढीली:

बता दें कि 21 जुलाई की तारीख के बाद से देहरादून, हरिद्वार तथा मेरठ रूट पर डायवर्जन होना शुरू कर दिया जायेगा। वहीं रूड़की, मेरठ, मुजफ्फरनगर तथा मुरादाबाद की जगह 22 जुलाई की तारीख से गगलहेड़ी-सहारनपुर एक्सप्रेसवे से बसों का संचालन किया जाएगा।

इस प्रकार रूट बदलने के कारण बसों का किराया भी पहले से ज्यादा चार्ज किया जाएगा। रोडवेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार बसों का किराया बढ़ने से यात्रियों पर लगभग 12 से लेकर 14 प्रतिशत तक अतिरिक्त किराये का भार पड़ सकता है।

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