नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बनेंगे 2 नए अंडरपास: डायाफ्राम तकनीक से किया जाएगा निर्माण, जानिए किन गावों और सेक्टर को मिलेगा फायदा…
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बनेंगे 2 नए अंडरपास

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के पास बसे गांव, सेक्टर्स तथा सोसाइटी के लोगों को पहले से बेहतर कनेक्टिविटी देने की दिशा में ही नोएडा प्राधिकरण के द्वारा अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है। दरअसल आने जाने के लिए सभी शहरवासी एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल न करके यहीं से आसानी से इधर से उधर शहर में आ जा सके।

इसके लिए प्राधिकरण एक्सप्रेस-वे पर 2 नए अंडरपास बनाने जा रहा है। जिसमें एक अंडरपास एक्सप्रेस-वे के किनारे मौजूद सुल्तानपुर गांव (एक्सप्रेस-वे पर करीब 6.10 किमी चैनल पर) तथा दूसरा झट्टा गांव (एक्सप्रेस-वे पर करीब 16.900 किमी चैनल पर) पर बनाया जायेगा। वहीं इस परियोजना पर प्राधिकरण की तरफ से कुल 237 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी की जा रही है।

दिल्ली इंट्रीग्रेटेड मल्टी माडल ट्रांजिट ने तैयार किया है DPR:

आपको बता दें कि इससे 30 आवासीय तथा सेक्टर-15 गांव के सभी लोगों को आवागमन में काफी राहत मिलेगी। दरअसल इस परियोजना की DPR यानि डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट दिल्ली इंट्रीग्रेटेड मल्टी माडल ट्रांजिट (डीम्ट्स) के द्वारा तैयार की गई है, जिसे प्राधिकरण की TAC अर्थात टेक्निकल ऑडिट सेल से पास करके आईआईटी से वैट कराने के लिए भी भेजा गया है।

4 लेन वाला बनाया जायेगा बड़ा अंडरपास:

दरअसल मंजूरी मिलते ही इस योजना को धरातल पर उतरने का काम भी शुरू कर दिया जायेगा। बता दें कि अभी दोनों जगह पर छोटे अंडरपास बने है। जिस वजह से यहां बड़े वाहन अटक जाते हैं और लंबा जाम लग जाता है। इसके पास ही 4 लेन वाला बड़ा अंडरपास बनाया जाएगा। वहीं बड़े अंडरपास के बनने से जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी।

बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर पिछले 2 साल में 3 नए अंडरपास बनकर तैयार हुए हैं। यह सभी अंडरपास सेक्टर-96, 142 तथा सेक्टर 152 में बनाये गए हैं। इनके बनने से एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ गांव तथा सेक्टर में जाने की बेहतर कनेक्टिविटी हो गई है।

डायाफ्रॉम तकनीक से किया जाएगा निर्माण:

दरअसल झट्टा तथा सुल्तानपुर अंडरपास निर्माण हेतु डाया फ्राम तकनीक का ही चयन किया गया है। इस तकनीक में बगैर खुदाई के ही डायाफ्राम वाल कास्ट की जाएगी। वहीं इसके बाद 2 तरफ जमीन के भीतर यह दीवार बनाकर उसके ऊपर ही अंडरपास की इसकी छत ढाल दी जाएगी। 

वहीं इसके नीचे दोनों दीवारों तथा छत के बीच की मिट्टी खोदाई करके निकाली जाएगी। इसके पश्चात नीचे की सड़क का काम भी शुरू होगा। इसी प्रकार से ही दोनों लेन का काम प्राधिकरण करवाएगी। इस वजह से कुछ दिनों तक यहां का यातायात संचालन भी प्रभावित रहेगा।

जानते हैं नए बनने वाले दोनों अंडरपास की क्या है स्थिति:

पहला:

झट्टा अंडरपास (एक्सप्रेस-वे पर करीब 16.900 किमी चैनल पर सेक्टर-145, 146, 155 तथा 159 के बीच बनाया जाएगा।)

प्रस्तावित लंबाई : 800 मीटर है

अनुमानित : 131 करोड़ रुपए

लाभान्वित होने वाले सभी क्षेत्र : नवविकसित / विकासाधीन औद्योगिक सेक्टर-151, 153, 154, 155, 156, 157, 158, 159 तथा 162 समेत समीपस्थ 9 ग्राम

दूसरा

सुल्तानपुर अंडरपास (एक्सप्रेस-वे पर करीब 6.10 किमी चैनल पर सेक्टर-128, 129, 132 तथा 108 के बीच बनेगा।)

प्रस्तावित लंबाई: 731 मीटर है

अनुमानित: 106 करोड़ रुपए

लाभान्वित होने वाले सभी क्षेत्र: सेक्टर-104, 105, 106, 107, 108, 110, 80, 81, 82, 83, 127, 128, 129, 130, 131, 132, 133, 134 तथा 135 समेत फेस-2, NSEZ तथा 11 ग्राम

अब तक यहां एक्सप्रेस-वे पर बन चुके अंडरपास:

प्रशासनिक भवन अंडरपास:- सेक्टर-96 से लेकर एमिटी यूनिवर्सिटी तक (नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेस-वे करीब 2.36 किमी चैनल पर)

एडवंट अंडरपास:- सेक्टर-142 से लेकर सेक्टर-168 (नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेस-वे करीब 10.300 किमी चैनल पर)

कोंडली अंडरपास:- सेक्टर-147 से लेकर सेक्टर-150 (नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेस-वे करीब 19.400 किमी चैनल पर)

क्या कहा अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने:

नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर कुल 5 अंडरपास बनाये जाना थे। इसमें से 3 का निर्माण पूरा किया जा चुका है। 

वहीं 2 नए अंडरपास बनाने की दिशा में तेज़ी से काम चल रहा था, जिसमें DPR को आईआईटी से प्राप्त कराने हेतु भेजा गया है। इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने से यहां की बड़ी आबादी लाभांवित होने वाली है।

अन्य खबरे