व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 2.51 करोड़ की ठगी: शेयर बाजार में निवेश करने का दिया झांसा, जानें कैसे दिया घटना को अंजाम?
व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 2.51 करोड़ की ठगी

उत्तर प्रदेश के नोएडा से ठगी का एक मामला सामने आया है। दरअसल साइबर अपराध थाना पुलिस के द्वारा एक व्यक्ति से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर हुई करीब 2.51 करोड़ रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है। 

व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शेयर बाजार में कर रहे थे खरीद-फरोख्त:

आपको बता दें कि नोएडा सेक्टर-75 में स्थित फ्यूटेक गेटवे के शक्स राजीव कुमार गुप्ता के द्वारा यह FIR दर्ज कराई गई है। जिसमे उन्होंने बताया है कि पिछले दिनों एक अज्ञात नंबर ने उनको एक वाट्सऐप ग्रुप पर जोड़ दिया। 

उस ग्रुप में कुल मिलाकर 110 सदस्य जुड़े हुए थे। इसी ग्रुप का एक सदस्य अपने आप को प्रोफेसर बताता था। उसके द्वारा स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करके अधिक लाभ दिलाने का झांसा दिया जा रहा था। 

जबकि ग्रुप के अन्य सदस्य उसके द्वारा भेजी जा रही इस जानकारी की प्रशंसा कर रहे थे तथा उनकी सलाह के अनुसार ही शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त भी कर रहे थे।

12 मई को बंद कर दिया गया वह ग्रुप:

राजीव गुप्ता ने बताया कि 12 मई को वह ग्रुप बंद कर दिया गया। लेकिन बाद ने शिकायतकर्ता को एक नए ग्रुप में जोड़ दिया गया। अब इस ग्रुप पर ई-ट्रेड ऐप डाउनलोड करने के लिए एक लिंक साझा किया गया। 

उन्होंने बताया कि ऐप डाउनलोड करने के बाद भारतीय स्टॉक मार्केट समेत अमेरिकी स्टॉक मार्केट तथा आईपीओ एवं यूएस ईटीएफ खरीदने के लिए भी सभी लोगों को प्रेरित किया गया।

शुरुआत में कई लोगों को हुआ लाभ:

उन्होंने बताया कि इस प्रकार ग्रुप के माध्यम से धीरे-धीरे करके शेयर ट्रेडिंग शुरू की गई। हालांकि शुरुआत में तो लोगों 40 से 50 प्रतिशत तक का लाभ भी हुआ। ग्रुप पर ऐसे लोग लाभ के बारे में अपनी अपनी जानकारी भी दे रहे थे। 

इस प्रकार पीड़ित के द्वारा भी धीरे-धीरे करके कुल 2,51,49,957 रुपये जमा कर लिए गए थे, लेकिन उस ऐप पर उन्हें करीब 11 करोड़ से ज्यादा का लाभ दिखाई दे रहा था। इसके बाद 24 जून को जब शिकायतकर्ता ने 50 लाख रुपये उसमे से निकालने के लिए कहा तो प्रशासन शुल्क देने के लिए बोलकर धनराशि देने से मना कर दिया गया।

35 लाख रुपए भुगतान शुल्क की मांग की:

इसके बाद आरोपितों के द्वारा उसे कुल 35,15,969 रुपये का भुगतान शुल्क जमा करने के लिए कहा गया। तब जाकर उसे अपनी ठगी का अहसास हुआ। साथ ही आरोपितों ने उसे ग्रुप से भी बाहर कर दिया। जिसके बाद आरोपित द्वारा उसे दोबारा ग्रुप में शामिल करने के लिए करीब 3 करोड़ रुपये की मांग की गई। 

फिलहाल पीड़ित द्वारा पुलिस में शिकायत कर दी गई है। जिसके बाद साइबर अपराध थाना के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार गौतम ने कहा है कि शिकायत के आधार पर पीड़ित का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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