नशे में धुत सिपाही द्वारा अध्यापक को गोली मारना, सैकडो शिक्षको का धरना प्रर्दशन: तंबाकू न देने की वजह से शुरू हुई थी बहस
नशे में धुत सिपाही द्वारा अध्यापक को गोली मारना, सैकडो शिक्षको का धरना प्रर्दशन

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस कांस्टेबल के द्वारा अध्यापक को गोली मारकर हत्या करने वाला मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। मामले के बाद सैकड़ों शिक्षकों ने सड़कें जाम कर दी है और धरना-प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। किसान नेता अकेश टिकैत भी इस प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए वहां पहुंच गए हैं। उन्होंने आरोपी सिपाही के खिलाफ तुरंत सख्त एक्शन की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि मृतक परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा मुआवजा प्रदान किया जाए।

समझते हैं पूरा मामला:

दरअसल,बीती रात को अध्यापक धर्मेंद्र कुमार सिंह को मुजफ्फरनगर में गोली मार दी गई। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दें कि 14 मार्च को वाराणसी से यूपी बोर्ड के हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर एक टीम देर रात में यूपी के मुजफ्फरनगर पहुंची थी। बोर्ड परीक्षा की कॉपियों को लेकर गई टीम के साथ ही आए एक सिपाही के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया। 

बताया जा रहा है कि सिपाही ने टीचर से तंबाकू मांगी थी, लेकिन टीचर ने तंबाकू देने से मना कर दिया जिसके बाद ही सिपाही ने सरकारी कार्बाइन से अध्यापक पर कई राउंड फायर कर दिए। गोली लगने के बाद टीचर घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र के साथ एक टीचर संतोष कुमार तथा दो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी वाहन के द्वारा यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के कई जिलों में जमा कराने के लिए ही वाराणसी से निकले थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके साथ गार्ड के तौर पर उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान तथा मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भी भेजा गया था। रास्ते में प्रयागराज, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मुरादाबाद तथा बिजनौर जिलों में कॉपियां जमा कराते हुए यह टीम 17 मार्च की रात को मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

टीम के द्वारा मुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कॉलेज में ही यह सभी कॉपियां जमा करानी थीं। लेकिन देर रात होने की वजह से कॉलेज का गेट बंद हो गया था। इसलिए सभी लोग बाहर ही गाड़ी लगाकर रुके थे। इस बीच मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश अध्यापक धर्मेंद्र को काफी परेशान कर रहा था। वह बार-बार उनसे तंबाकू मांग रहा था। वह किसी को वहां पर आराम करने भी नहीं दे रहा था। इस पर जब धर्मेंद्र कुमार ने आपत्ति जताई तो उसने कार्बाइन से उसपर फायर झोंक दिया। आरोप यह भी है कि उस वक्त वह सिपाही नशे में काफी धुत था।

अध्यापकों ने जाम की सड़कें:

जैसे ही टीचर को कॉन्स्टेबल द्वारा गोली मारने की खबर बाहर फैली तुरंत ही शिक्षकों में रोष भी फैल गया। दोपहर के बाद सैकड़ों टीचर सर्कुलर रोड पर इकट्ठा हुए तथा हत्यारोपी पर तत्काल एक्शन की मांग करने के साथ ही सड़क को भी जाम कर दिया। गुस्साए अध्यापकों ने सड़क पर ही बैठ कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि सभी टीचर्स मृतक धर्मेंद्र कुमार सिंह के परिवार में किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।

उधर अध्यापकों द्वारा रोड जाम की खबर मिलने पर अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के साथ वहां मौके पर पहुंच कर उन्हें मनाने की भी कोशिश की। लेकिन शिक्षक अपनी मांग पर अड़े रहे। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के चर्चित नेता राकेश टिकैत भी वहां शिक्षकों को अपना समर्थन देने पहुंच गए तथा उनके साथ धरने पर भी बैठ गए। जिसके बाद प्रशासन के हाथ-पांव और फूल गए।

वहीं दूसरी तरफ पुलिस का यह कहना है कि घटनास्थल से साक्ष्य का संकलन किया गया है। तहरीर के बाद ही इस पर आगे की कोई कार्रवाई की जाएगी। मुख्य आरोपी को पुलिस की हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही उसके हथियार को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिसके बाद फिलहाल वहां जांच-पड़ताल जारी है।

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