मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के आदेश पर अभी विवाद थमा ही नहीं था और इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान कर दिया कि अब पूरे प्रदेश भर के कांवड़ मार्गो पर स्थित खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा।
आस्था की पवित्रता का रखा जाएगा ख्याल
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में कांवड़ यात्रियों आस्था की पवित्रता का ख्याल रखा जाएगा। प्रदेश भर के सभी कांवड़ मार्गों पर स्थित खाने-पीने की दुकानों पर नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार दुकान पर दुकान के मालिक और वहां काम करने वाले लोगों के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी लिखी जानी चाहिए।
हलाल सर्टिफाइड उत्पाद बेचने पर भी होगी कार्यवाही
मुख्यमंत्री कार्यालय में स्पष्ट किया की कांवड़ मार्गों पर दुकानदारों के नेम प्लेट लगाना तो अनिवार्य होगा ही, साथ ही प्रदेश भर में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में 2023 से ही हलाल सर्टिफाइड उत्पादों पर प्रतिबंध है।
भाजपा नेता ने भी किया विरोध
उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम का चौतरफा विरोध किया जा रहा है। विरोध करने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मायावती एवं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ-साथ एनडीए के घटक दल जदयू के केसी त्यागी भी शामिल है। इतना ही नहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी उत्तरप्रदेश सरकार के इस कदम की आलोचना की है।
मानवाधिकार आयोग पहुंचे टीएमसी सांसद
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम को भेदभावपूर्ण बताया है। गोखले ने अपने पत्र में पुलिस की मंशा पर सवाल उठाए हैं। साथ ही यह भी उल्लेख किया है कि यह आदेश अल्पसंख्यक समुदाय के साथ भेदभाव करता है।
हिंदू देवी देवता के नाम पर नॉनवेज न बेच दुकानदार
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह केवल ठेले वालों का विषय नहीं है। कावड़ मार्ग पर लोग हरिद्वार और गोमुख से जल लेकर सैकड़ो किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इन मार्गो पर अनेक लोग, जो प्राय मुस्लिम समुदाय से होते हैं,
वे हिंदू देवी देवताओं के नाम पर ढाबा या होटल संचालित कर उसमें नॉनवेज बेचने का काम करते हैं। ऐसे लोगों पर प्रतिबंध लगना चाहिए और उनकी पहचान भी उजागर होनी चाहिए। कपिल देव अग्रवाल कहते हैं कि हमें नॉनवेज बेचने वालों से कोई आपत्ति नहीं है, आपत्ति केवल इस बात से है कि हिंदू देवी देवता के नाम पर दुकान संचालित कर नॉनवेज न बचा जाए।