एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत छठी बार फाइनल में पहुंच गया है। बीते सोमवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मैच के मुकाबले में डिफेंडिंग चैंपियन भारत के द्वारा साउथ कोरिया को 4-1 से हरा कर फाइनल में अपनी जगह बनाई गई।
बता दें कि यह मुकाबला चीन के हुलुनबुइर में मोकी हॉकी ट्रेनिंग बेस में खेला गया था। वहीं इस टूर्नामेंट में भारत की यह जीत लगातार छठी जीत है। इसके बाद अब भारत फाइनल में चीन से भिड़ेगा।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दागे 2 गोल:
दरअसल भारत के लिए सबसे अधिक यानि 2 गोल कप्तान हरमनप्रीत के द्वारा किए गए। वहीं उनके अतिरिक्त उत्तम सिंह तथा जरमनप्रीत के द्वारा भी 1-1 गोल किया गया।
वहीं साउथ कोरिया की ओर से यंग जी हुन के द्वारा भी गोल किया गया। जबकि जरमनप्रीत को प्लेयर फील्ड गोल हेतु मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पाकिस्तान को हरा कर चीन भी पहुंचा फाइनल में:
वहीं भारत फाइनल में अब मंगलवार को मेजबान देश चीन के साथ खेलेगा। बता दें कि यह मुकाबला भारतीय टाइमिंग के अनुसार से दोपहर 3:30 बजे से शुरू हो जायेगा।
दरअसल चीन के द्वारा पाकिस्तान को पहले सेमीफाइनल के ही पेनल्टी शूटआउट में 2-0 से हरा कर फाइनल में अपनी जगह बनाई गई थी।
भारत पहले क्वार्टर में था 1-0 से आगे:
दरअसल मैच के पहले ही मिनट से ही भारत के द्वारा कोरिया पर दबाव बनाया गया था। भारत के द्वारा कोरिया पर एक के बाद 1 कई मौके बनाए गए। वहीं क्वार्टर के 13वें मिनट में उत्तम सिंह के द्वारा गोल करके भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई गई। दरअसल उन्होंने अरिजीत सिंह हुंदल के असिस्ट पर ही अपना फील्ड गोल किया था।
हालांकि इससे पहले, भारत के द्वारा चौथे तथा पांचवें मिनट में गोल के 2 मौके गंवाए गए थे। यहां अभिषेक के द्वारा पहले रिवर्स स्टिक से अपना गोल करने की कोशिश की गई, लेकिन कोरियन गोलकीपर के द्वारा शानदार बचाव किया गया।
इसके पश्चात उत्तम सिंह के द्वारा भी डी के अंदर डिफ्लेक्ट करके बॉल रहील को दी गई, जिसे रहील फिलहाल गोल में कन्वर्ट करने में नाकाम रहे। वहीं कोरिया टीम को इस क्वार्टर में कुल 2 पेनल्टी कॉर्नर मिले, जिसे वह टीम भुना नहीं पाई।
हाफ टाइम से पहले ही हरमनप्रीत ने मारा गोल:
वहीं मैच के 19वें मिनट में भारतीय कप्तान तथा सरपंच साहब के नाम से मशहूर हरमनप्रीत के द्वारा भारत को मिले सबसे पहले पेनल्टी कॉर्नर में ही गोल कर दिया गया। दरअसल अभिषेक के इंजेक्शन में हरमन के द्वारा सीधा शॉट लिया गया तथा बॉल कोरियन डिफेंडर से डिफलेक्ट होकर सीधे गोल में चली गई।
इसके पश्चात 27वें मिनट में भारतीय डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह के द्वारा सुखजीत सिंह को एरियल पास दिया गया, हालांकि सुखजीत जिस पर गोल नहीं कर पाए। जिसके बाद इस क्वार्टर के बाद भारत 2-0 से खेल में आगे था ।
डिफेंडर जरमनप्रीत में मारा फील्ड गोल:
वहीं तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारतीय डिफेंडर के द्वारा भारत की यह बढ़त 3-0 कर दी गई। यहां जरमनप्रीत के द्वारा अकेले बॉल को आगे लाते हुए डी के बाहर से ही एक फील्ड गोल कर दिया गया। उन्होंने तेजी के साथ शॉट गोल की तरफ मारा, जिसे कोरियन गोलकीपर नहीं रोक पाए।
हालांकि मैच के 33वें मिनट में एक बार साउथ कोरिया के द्वारा वापसी की गई। कोरिया के ड्रैगफ्लिकर यंग जी हुन के द्वारा पेनल्टी कॉर्नर में एक शानदार गोल किया गया। इसके बाद हरमनप्रीत के द्वारा तीसरे क्वार्टर के 46वें मिनट में ही मिले पेनल्टी कॉर्नर को एक और गोल में कन्वर्ट करके भारत को अब 4-1 से आगे कर दिया गया।
भारत 4-1 से जीतकर पहुंचा फाइनल में:
भारत के द्वारा चौथे और अंतिम क्वार्टर में भी अपना पहले जैसा अटैक जारी रखा गया। हालांकि भारत को इस क्वार्टर में कुल 3 चांस मिले, लेकिन जिसमें वह कोई गोल नहीं कर पाया। वहीं मैच के 55वें मिनट में अभिषेक के द्वारा तेजी से गोल की तरफ शॉट तो खेला, लेकिन यहां कोरियन गोलकीपर के द्वारा डाइव मारते हुए एक शानदार बचाव किया गया।
इसके पश्चात खेल के 52वें मिनट में अमित रोहितदास को एक ग्रीन कार्ड भी मिला। वहीं 55वें मिनट में मनप्रीत के एक शॉट से भारत ने अपनी लीड एक बार फिर बढ़ानी चाही, लेकिन इस बार भी कोरियन डिफेंस के द्वारा अच्छा बचाव किया गया।
भारत है सबसे सफल टीम:
आपको बता दें कि एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत आज से 13 साल पहले यानी 2011 में हुई थी। वहीं भारतीय हॉकी टीम इस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की डिफेंडिंग चैंपियन भी है।
भारत के द्वारा कुल 4 तथा पाकिस्तान के द्वारा कुल 3 बार यह खिताब जीता गया है। वहीं साल 2021 में साउथ कोरिया के द्वारा भी यह टाइटल जीता गया था।