लखनऊ: भारतीय वायुसेना के स्क्वॉड्रन लीडर अभिषेक प्रताप सिंह और उनकी पत्नी अंकिता सिंह के बीच चल रहे विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। अभिषेक ने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। वहीं उनकी पत्नी अंकिता ने सभी आरोपों को निराधार और मनगढ़ंत बताते हुए अपने पति को "साइको" करार दिया है। यह मामला केवल घरेलू कलह तक सीमित नहीं है बल्कि इसमें अवैध संबंधों, आर्थिक अनियमितताओं और फर्जी मुकदमों का भी जिक्र किया गया है।
ट्रांसफर की प्रक्रिया आसान बनाने के लिए की थी शादी
अभिषेक का कहना है कि उनकी शादी 2016 में मेट्रोमोनियल साइट के माध्यम से तय हुई थी। उनकी पोस्टिंग उस समय असम के तिनसुकिया में थी और लखनऊ ट्रांसफर की प्रक्रिया आसान करने के लिए उन्होंने लखनऊ निवासी अंकिता से शादी करने का फैसला किया। 26 फरवरी 2016 को कोर्ट मैरिज हुई और उसी साल 25 नवंबर को रीति-रिवाज के साथ शादी की गई।
शुरुआत में सबकुछ ठीक था लेकिन समय के साथ रिश्ते में दरारें आने लगीं। अभिषेक के अनुसार शादी के कुछ ही समय बाद अंकिता का व्यवहार बदलने लगा। वह अक्सर ही अपनी मां के घर पर रहने लगी।
पत्नी अंकिता के थे महंगे शौक
अभिषेक का आरोप है कि अंकिता को महंगे शौक थे जिनके लिए वह बड़ी धनराशि खर्च करती थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि अंकिता के बैंक अकाउंट में बड़ी रकम का लेनदेन होता था जिसका वह कोई ठोस कारण नहीं देती थी। अभिषेक के मुताबिक अंकिता ने बताया था कि मौसी की बेटी की शादी के लिए पैसा ट्रांसफर हो रहा है। लेकिन जांच के बाद पता चला कि यह धनराशि अंकिता के सहकर्मी अंकित यादव द्वारा भेजी जा रही थी।
अभिषेक ने यह भी आरोप लगाया कि 2018 में जब वह अंकिता के साथ नहीं रहते थे तब अंकिता और उसकी मां के अकाउंट में कई बार बड़ी रकम जमा हुई। उदाहरण के तौर पर, 13 फरवरी 2018 को 86,000 रुपये की ट्रांजैक्शन हुई।
पत्नी पर अवैध संबंधों का आरोप
स्क्वॉड्रन लीडर ने अपनी पत्नी पर सहकर्मी अंकित यादव के साथ अवैध संबंध रखने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि शादी से पहले अंकिता और अंकित के बीच दोस्ती थी जो शादी के बाद भी जारी रही। अभिषेक का कहना है कि दोनों ने कई बार होटलों में एक साथ समय बिताया। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि 2024 में दोनों औरंगाबाद के एलोरा हेरिटेज रिसॉर्ट और वाराणसी के ले लोटस होटल में एक साथ रुके थे।
झूठे मुकदमों का सिलसिला
अभिषेक का कहना है कि जब उन्होंने अंकिता के महंगे शौक और व्यवहार पर सवाल उठाए तो अंकिता ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी। 30 अप्रैल 2018 को गोमती नगर थाने से फोन आया कि उनके खिलाफ घरेलू उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में उनके माता-पिता और भाई को भी आरोपी बनाया गया।
इसके बाद गुवाहाटी में भी अंकिता ने दहेज उत्पीड़न और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया। अभिषेक का कहना है कि उन्होंने रिश्ता बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया। उन्होंने गुवाहाटी में अंकिता और उसकी मां को बुलाया और यहां तक कि सिंगापुर ट्रिप की योजना भी बनाई। लेकिन इन सबके बावजूद रिश्ते में सुधार नहीं हुआ।
अभिषेक साइको हैं: पत्नी अंकिता
इस पूरे मामले में अंकिता सिंह ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अभिषेक साइको हैं और उन्होंने कई बार उनके साथ मारपीट की। अंकिता ने बताया कि उन्होंने पति की हिंसा के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। उनका कहना है कि अभिषेक द्वारा लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं।
अंकिता ने यह भी दावा किया कि उन्होंने गोमती नगर पुलिस और एसीपी ऑफिस में अपना पक्ष रख दिया है और उन्हें इन आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
पुलिस के रही मामले की जांच
इस विवाद में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। अभिषेक ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ और अन्य उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। इस मामले की जांच गोमती नगर एसीपी द्वारा की जा रही है।
वैवाहिक रिश्तों में बढ़ता तनाव और विश्वासघात
यह मामला भारतीय समाज में वैवाहिक रिश्तों में बढ़ते तनाव और विश्वासघात के मुद्दे को उजागर करता है। जहां एक ओर अभिषेक ने अपनी पत्नी पर आर्थिक अनियमितता और अवैध संबंधों के गंभीर आरोप लगाए हैं वहीं दूसरी ओर अंकिता ने अपने पति को मानसिक रूप से अस्थिर बताया है।
यह मामला केवल पति-पत्नी के बीच की लड़ाई नहीं है बल्कि इसमें पारिवारिक दबाव, आर्थिक मुद्दे और सामाजिक रिश्तों की जटिलताएं शामिल हैं। जहां एक ओर यह सवाल उठता है कि क्या वैवाहिक रिश्तों में पारदर्शिता और संवाद की कमी के कारण ऐसे विवाद बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर यह भी जरूरी है कि कानूनी व्यवस्था निष्पक्ष रूप से इन मामलों की जांच करे। इस तरह के विवादों में सत्य का पता लगाना मुश्किल हो सकता है लेकिन यह आवश्यक है कि दोनों पक्षों को निष्पक्ष सुनवाई मिले और दोषी को कानून के अनुसार दंडित किया जाए।