महिलाओ की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार: साइको के खौफ से शाम होते ही घरों मे कैद हो जाया करते थे लोग?
महिलाओ की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार

बरेली : जिले में सिलसिलेवार महिलाओं की हत्या करने वाले साइको किलर को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है। गिरफ्तारी के बाद, उसने छह महिलाओं की हत्या करना स्वीकार कर लिया है। फिलहाल, पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है ताकि उसके अपराधों के बारे में और भी जानकारी जुटाई जा सके। एसएसपी अनुराग आर्य ने तीन दिन पहले ही उसका स्केच जारी किया था, जो इस गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण साबित हुआ। पिछले एक साल से अधिक समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना था ये साइको किलर, जिसने 6 से ज्यादा महिलाओं की बेरहमी से हत्या की थी।

शाम होते ही खुद को घरों में कैद कर लेते थे लोगों

शाही-शीशगढ़ क्षेत्र में जून 2023 से लेकर जुलाई 2024 तक 10 महिलाओं की हत्या हो चुकी थी। इस क्षेत्र में एक अज्ञात भय का माहौल था, जहां लोग शाम होते ही खुद को घरों में कैद कर लेते थे। 

पुलिस के ‘ऑपरेशन तलाश’ नाम के अभियान से पकड़ा गया साइको

इस मामले में पुलिस ने काफी मेहनत की। एसएसपी ने तीन संदिग्ध युवकों के स्केच जारी किए थे, जो संभावित तौर पर इस किलर की पहचान में मददगार साबित हो सकते थे। इस सीरियल किलर को पकड़ने के लिए एसएसपी ने ऑपरेशन तलाश नाम का विशेष अभियान शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत कुल 22 टीमों का गठन किया गया, जिनका मकसद केवल इस अपराधी को ढूंढ निकालना था। पुलिस ने 25 किमी के दायरे में फैले 1500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की गहनता से समीक्षा की। इस दौरान, अतिरिक्त 600 नए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए ताकि किसी भी संभावित सुराग को नजरअंदाज न किया जा सके। इसके अलावा, पुलिस ने 1.5 लाख मोबाइल नंबरों का डेटा भी खंगाला, जिससे उन्हें अपराधी तक पहुंचने में मदद मिल सके।

बातचीत के बहाने से करता था महिलाओ से संपर्क

एसपी साउथ मानुष पारीक के अनुसार आरोपी साइको किलर का नाम कुलदीप कुमार है, जो नवाबगंज के बाकरगंज सानुआ गांव का रहने वाला है। कुलदीप अपने गांव से शाही-शीशगढ़ क्षेत्र में जाकर महिलाओं को अपना निशाना बनाता था। वह बातचीत के बहाने से उनसे संपर्क करता और फिर मौका मिलते ही गला दबाकर उनकी हत्या कर देता था। आरोपी की उम्र करीब 30 साल है और उसने सभी हत्याएं इसी क्षेत्र में की हैं। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे उन घटनास्थलों पर ले जाकर पूछताछ की, जहां उसने हत्याएं की थीं। इस दौरान उसने सभी अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

सौतेली मां के दुर्व्यवहार से बना साइको

नवाबगंज निवासी कुलदीप ने पुलिस पूछताछ के दौरान बताया कि उसका परिवार खेती-बाड़ी करता है। उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है। जब वह छोटा था, तब उसकी मां की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसकी सौतेली मां ने उसका पालन-पोषण किया, लेकिन उसके व्यवहार ने कुलदीप को मानसिक रूप से अत्यधिक प्रभावित किया। उसकी सौतेली मां अक्सर उसका उत्पीड़न करती थी, उसे खाना नहीं देती थी और झगड़े के दौरान उसका गला दबाने की कोशिश करती थी। इस तरह की हिंसा और प्रताड़ना ने उसके अंदर महिलाओं के प्रति गहरी नफरत और गुस्से की भावना को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप वह एक साइको किलर बन गया।

साइको किलर पर शक करने के ये थे पांच प्रमुख कारण

1. नवाबगंज निवासी इस साइको किलर की रिश्तेदारी शाही-शीशगढ़ के दो गांवों में थी, जहां उसकी बहन ब्याही हुई थी।

2. उसने एक बंगाली महिला से शादी की थी, जिसने पूछताछ के दौरान बताया कि कुलदीप का व्यवहार अत्यधिक हिंसात्मक था और वह अक्सर गला पकड़कर झगड़ा करता था।

3. कुलदीप ने जिन महिलाओं को अपना निशाना बनाया, वे सभी अधेड़ उम्र की थीं। उसने सभी की गला दबाकर हत्या की थी।

4. हत्या से पहले वह महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करता था और सभी घटनाओं में महिलाएं अकेली थीं।

5. वह बातचीत के बहाने महिलाओं के करीब आता था और फिर मौका मिलते ही उनकी हत्या कर देता था।

साइको किलर की पहचान करने मे हुई मुश्किल

कुलदीप कुमार न तो मोबाइल, न बाइक, और न ही कार का इस्तेमाल करता था। उसके पास कोई वाहन नहीं था, जिससे उसे ट्रैक करना बेहद मुश्किल था। वह पैदल ही चलता था और आमतौर पर बस या ऑटो से सफर करता था। उसने कभी भी कोई मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं किया, जिसके कारण पुलिस को उसकी पहचान और गिरफ्तारी में काफी समय लगा। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उससे घटना का पुनर्निर्माण कराया, जिसमें उसने महिलाओं का गला दबाने के लिए बिल्कुल उसी तरह गांठें बांधीं, जैसी हत्याओं के दौरान की थीं।