यूपी में रह रहे पाकिस्तानियों पर सीएम योगी का एक्शन शुरू!: DGP और गृह प्रमुख सचिव के साथ की बैठक, इतने लोग चिन्हित सबसे ज्यादा वेस्ट यूपी?
यूपी में रह रहे पाकिस्तानियों पर सीएम योगी का एक्शन शुरू!

उत्तर प्रदेश: पहलगाम हमले के पश्चात भारत सरकार के द्वारा लिए गए निर्णयों के तहत उत्तर प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर भी अब एक्शन शुरू हो गया है। यहां पर अलग-अलग जिलों में लगभग 1500 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। 

LIU ने यूपी के सभी 75 जिलों से इनपुट मांगे:

गौरतलब है कि इनमें से अधिकांश लोग पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अब तक कुल 118 पाक नागरिकों को चिह्नित किया जा चुका है। इनमें से मां-बेटी समेत करीब 32 को अटारी बार्डर के जरिए पाकिस्तान भेज भी दिया गया है।

दरअसल उत्तर प्रदेश बिल्कुल हाई अलर्ट पर है। यूपी पुलिस विभाग के लोकल इंटेलिजेंस विंग (LIU) के द्वारा सभी 75 जिलों से इनपुट मांगे गए हैं। किस जिले में कितने पाकिस्तानी कितने दिन से रह रहे हैं तथा क्या उनके पास वीजा है और वीजा है तो वह किस कैटेगरी का है आदि कई सवालों से जवाब मांगे गए हैं।

बीते गुरुवार को सीएम योगी के घर हुई थी बैठक:

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में मौजूद पाकिस्तानियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर पर बीते गुरुवार देर रात एक एक बैठक हुई है। जिसमें गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद तथा डीजीपी प्रशांत कुमार भी शामिल हुए। 

हालांकि सरकार के द्वारा पाक नागरिकों का कोई आधिकारिक आंकड़ा अभी नहीं जारी किया गया है। हालांकि केंद्र सरकार के आदेश के पश्चात पाक नागरिक लगातार अधिक संख्या में LIU ऑफिस पहुंच रहे हैं।

यूपी के इन स्थानों से भेजे गए पाकिस्तानी नागरिक:

गौरतलब है कि सहारनपुर में विजिटर वीजा पर भी कुल 18 पाकिस्तानी नागरिक आए थे। इनमें से कुल 12 नागरिकों को गुरुवार को ही अटारी बॉर्डर से वापस भेज दिया गया है। इसके साथ ही बरेली से 1 और बुलंदशहर से कुल 5 पाकिस्तानियों को भी पाकिस्तान डिपोर्ट कर दिया गया। 

जबकि आगरा जिले से एक पाकिस्तानी दंपती को बीते गुरुवार को अटारी बॉर्डर (पंजाब) से पाकिस्तान भेजा गया है। दरअसल 1 महीने के वीजा पर 10 हिंदू (पाकिस्तान नागरिक) भी आगरा आए हुए हैं। उनको भी सूचित किया गया है। वहीं लॉन्ग टर्म वीजा पर रहे करीब 43 पाकिस्तानियों से भी सामान बांधने के लिए कह दिया गया है ताकि समय रहते ही वह अपने देश लौट सकें।

बुलंदशहर में फूट फूट कर रोने लगी महिला:

बता दें कि बुलंदशहर के LIU ऑफिस में एक पाक महिला फूट-फूटकर रोने लगी। एक अफसर के द्वारा उन्हें दिलासा दिया गया। कहा गया कि परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तो वह दोबारा लाएंगे। इस पर महिला बोली- अब बहुत ज्यादा मुश्किल है। महिला ने कहा कि 12 साल बाद तो आने का मौका मिला था। अब, फिर पता नहीं कब दोबारा आ पाऊंगी। वहीं, ग्रेटर नोएडा में रह रही सीमा हैदर भी अब पाकिस्तान भेजी जा सकती है।

करीब 18 पाकिस्तानी बुलंदशहर में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे थे:

आपको बता दें कि कुल 18 पाकिस्तानी नागरिक लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं। यह सभी भारतीयों से विवाह भी कर चुके हैं तथा भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी कर रखा है। पुलिस तथा प्रशासन इनकी नियमित निगरानी कर रहा है।

वहीं एसएसपी दिनेश कुमार सिंह के अनुसार, सरकारी आदेश के पश्चात पाकिस्तानी नागरिक स्वयं डिपोर्ट की प्रक्रिया में लगातार शामिल हो रहे हैं। वीजा नियमों के अनुसार ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से वह सरहद पार जा रहे हैं।

सहारनपुर में विजिटर वीजा पर आए थे 18 पाकिस्तानी:

वहीं 18 पाकिस्तानी नागरिक विजिटर वीजा के माध्यम से सहारनपुर में रिश्तेदारी तथा पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत आए थे। इनमें से अब तक कुल 12 लोगों को गुरुवार को अटारी बॉर्डर से वापस भेज दिया गया है। कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित के मुताबिक आज 6 पाकिस्तानी नागरिकों को भी वापस भेजा जाएगा। 

दरअसल मुजफ्फरनगर के जोगियाखेड़ा की रहने वाली बसकरी का निकाह अब पाकिस्तान में हुआ है। वह अपने पति रशीद के साथ में सहारनपुर के लखनौती गांव में अपनी बहन के घर आई थी। दोनों का वीजा 25 मई की तारीख तक वैध था, लेकिन पहलगाम में हुए हमले के पश्चात उन्हें 25 अप्रैल को ही वापस भेज दिया गया है। दोनों 45 दिन के वीजा पर भारत आए थे।

लखनऊ से 3 पाक नागरिकों को आज भेजा जाएगा वापस:

बता दें कि लखनऊ ने पाकिस्तान से आए कुल 8 नागरिकों में से 5 गुरुवार को ही अपने देश वापस चले गए हैं, जबकि बचे 3 लोगों को प्रशासन के द्वारा वापस जाने का आदेश दिया गया है। यह सभी लोग विजिट वीजा पर अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। डीजीपी प्रशांत कुमार के द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द से जल्द उनके देश भेजा जाए।

पीलीभीत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहीं पाकिस्तान की 9 महिलाएं:

इसी प्रकार पीलीभीत में करीब 9 पाकिस्तानी महिलाएं लॉन्ग टर्म वीजा पर यहां रह रही हैं। इनमें से अधिकांश पाकिस्तान से शादी करने के बाद यहां आई हैं। इन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी किया है। हालांकि अभी तक किसी को नागरिकता नहीं मिली है। प्रशासन का यह कहना है कि सरकार के नए आदेश का इन सभी महिलाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

क्या सीमा हैदर को भी जाना पड़ेगा वापस?

सवाल उठ रहा है कि क्या सीमा हैदर को भी अब भारत छोड़कर पाकिस्तान जाना होगा? सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस सवाल पर बहस कर रहे हैं। क्योंकि सीमा हैदर भी अवैध तरीके से ही भारत में पहुंची हैं। अब सवाल यह भी है कि पिछले महीने पैदा हुई उनकी बच्ची का क्या होगा, क्या उसको भारत की नागरिकता मिलेगी?हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों के मुताबिक इन सभी पाकिस्तानी नागरिकों को हर हाल में भारत देश को छोड़ना ही पड़ेगा और ऐसे हालात में सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि ऐसा करना इतना आसान नहीं है।

उन्होंने बताया कि यह राज्य सरकार पर निर्भर करता है कि क्या वह सीमा हैदर को भारत में रहने की इजाजत देते हैं अथवा नहीं? एक अन्य तथ्य ध्यान रखने योग्य यह है कि सीमा हैदर के द्वारा भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी की गई है। सचिन से उसका एक बच्चा है। ऐसे में यूपी सरकार की प्रतिकूल रिपोर्ट आने पर ही सीमा पर कोई कार्रवाई होगी।

केंद्र सरकार ने कहा था कि 1 मई तक भारत छोड़ दें सभी पाकिस्तानी नागरिक:

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पश्चात अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। इसलिए भारत आए सभी पाकिस्तानी नागरिकों को इस रास्ते से लौटने के लिए 1 मई तक का समय दिया गया है।इसके साथ ही कोई भी पाकिस्तानी नागरिक अब भारत का दौरा नहीं कर सकेंगे। वहीं भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को अब भारत छोड़ने के लिए सिर्फ 48 घंटे का समय दिया गया है। साथ ही सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं।

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